कमर-कमर पानी में उतरे मामा शिवराज, तबाह फसलों के बीच पंजाब के किसानों से मिले कृषि मंत्री

Agriculture Minister Shivraj Singh Chauhan: बाढ़ग्रस्त पंजाब के किसानों से मिलने गए केन्द्रीय कृषि मंत्री कमर-कमर पानी में उतर गए। पानी में ही किसानों से मिलते हुए उन्होंने हालात का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि पंजाब में जलप्रलय की स्थिति है। फसलें ...

Sep 4, 2025 - 22:42
 0
कमर-कमर पानी में उतरे मामा शिवराज, तबाह फसलों के बीच पंजाब के किसानों से मिले कृषि मंत्री


Agriculture Minister Shivraj Singh Chauhan: बाढ़ग्रस्त पंजाब के किसानों से मिलने गए केन्द्रीय कृषि मंत्री कमर-कमर पानी में उतर गए। पानी में ही किसानों से मिलते हुए उन्होंने हालात का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि पंजाब में जलप्रलय की स्थिति है। फसलें पूरी तरह से डूबी हुई हैं। बिना खेत में जाए दर्द और नुकसान का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। फसलों पर संकट है। स्थिति देखकर मन द्रवित है। हम किसानों को हौसला नहीं हारने देंगे, मजबूती से साथ खड़े हैं। 

 

ट्रैक्टर पर सवार होकर चौहान गुरदासपुर में एक जलमग्न खेत में भी गए और बाढ़ से क्षतिग्रस्त धान की फसल का निरीक्षण किया। उन्होंने अमृतसर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया, जहां उन्होंने प्रभावित किसानों से बातचीत की। इससे पहले अमृतसर में उन्होंने कहा कि बाढ़ से उत्पन्न स्थिति का आकलन करने के लिए दो केंद्रीय दल भी पंजाब का दौरा कर रहे हैं और वे केंद्र को एक रिपोर्ट सौंपेंगे। ALSO READ: Punjab flood: नदियों की जमीन पर कब्ज़ा और बिल्डर माफिया के खेल ने तबाह किया पंजाब

 

राज्यपाल ने सौंपी रिपोर्ट : चौहान के साथ केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू, भाजपा की पंजाब इकाई के प्रमुख सुनील जाखड़ और राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ, प्रदेश भाजपा नेता सुभाष शर्मा सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद थे। पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने अमृतसर के श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उन्हें बाढ़ की स्थिति पर एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी। चौहान अमृतसर हवाई अड्डे पहुंचे और वह पंजाब के कुछ बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं। 

सरकार पंजाब के लोगों के साथ : अमृतसर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए चौहान ने कहा कि देश और मानवता की सेवा में पंजाबी हमेशा सबसे आगे रहे हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन आज पंजाब बाढ़ के कारण मुश्किल दौर से गुजर रहा है और कई गांव प्रभावित हैं, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। खेत जलमग्न हो गए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र इस मुश्किल घड़ी में पंजाब के लोगों के साथ पूरी तरह खड़ा है।

 

चौहान ने कहा कि मुझे प्रधानमंत्री ने पंजाब भेजा है। हम हालात का जायज़ा लेंगे और लोगों से बात करेंगे। चौहान ने बताया कि बाढ़ से उत्पन्न स्थिति का आकलन करने के लिए बृहस्पतिवार को दो केंद्रीय दल भी पंजाब पहुंच गए हैं। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इन केंद्रीय दलों में कृषि, ग्रामीण विकास, सड़क, ऊर्जा, वित्त और जल शक्ति सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि ये दल स्थिति का आकलन करेंगे और केंद्र को एक विस्तृत रिपोर्ट देंगे।

 

चौहान सबसे पहले अमृतसर ज़िले के अजनाला में बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंचे और किसानों से बातचीत की। पानी में डूबे एक खेत में एक किसान से बातचीत करते हुए चौहान ने स्थिति का जायज़ा लिया। बाद में, वह गुरदासपुर जिले के धर्मकोट रंधावा गांव पहुंचे। वह ट्रैक्टर में सवार थे और ट्रैक्टर पंजाब भाजपा अध्यक्ष जाखड़ चला रहे थे। 

 

पानी में उतर गए शिवराज : फिर वह घुटनों से भी ज़्यादा गहरे पानी में डूबे खेतों में घुसकर धान की फसल का जायज़ा लेने गए। उन्होंने कहा कि नुकसान साफ़ दिख रहा है। फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। खेत पानी में डूब गए हैं। उन्होंने कहा कि रावी नदी से आई गाद खेतों में जमा हो गई है और इससे अगली फसल के लिए संकट पैदा हो जाएगा।

 

हालांकि, उन्होंने कहा कि सरकार किसानों और लोगों के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले राज्यपाल कटारिया ने अमृतसर, पठानकोट, गुरदासपुर, तरनतारन और फिरोजपुर जिलों में बाढ़ की स्थिति पर रिपोर्ट सौंपी। एक से चार सितंबर तक बाढ़ प्रभावित सभी 5 जिलों का दौरा करने के बाद राज्यपाल ने चौहान को इन क्षेत्रों की जमीनी हकीकत से अवगत कराया और बाढ़ के कारण जान-माल, फसलों और बुनियादी ढांचे को हुए व्यापक नुकसान के बारे में बताया।

 

उन्होंने पंजाब सरकार, जिला प्रशासन, सेना, एनडीआरएफ और अन्य एजेंसियों द्वारा संयुक्त रूप से चलाए जा रहे राहत एवं पुनर्वास कार्यों की भी जानकारी दी। चौहान बाढ़ प्रभावित लोगों से मिलने और उनकी तात्कालिक आवश्यकताओं का आकलन करने के लिए पंजाब के दौरे पर हैं। उन्होंने राज्य को शीघ्र राहत एवं पुनर्वास कार्यों के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करने में केंद्र सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।

 

60 हजार करोड़ की मांग : बाद में, पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां और विधायक कुलदीप सिंह धालीवाल ने चौहान से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपकर अजनाला विधानसभा क्षेत्र में बाढ़ से हुए नुकसान के लिए पहले चरण में 2000 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान करने की मांग की। उन्होंने केंद्र से राज्य के लंबित 60,000 करोड़ रुपए जारी करने की मांग की। 

 

पंजाब इस समय दशकों में अपनी सबसे भीषण बाढ़ आपदाओं में से एक का सामना कर रहा है। यह बाढ़ सतलुज, व्यास और रावी नदियों के उफान पर बहने के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण मौसमी छोटी नदियों में उफान का नतीजा है। बाढ़ से अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है और 3.55 लाख से ज़्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ में 1.75 लाख हेक्टेयर से ज़्यादा क्षेत्र में फसलें बर्बाद हो गई हैं।

Edited by: Vrijendra Singh Jhala