हिसार में माइनर टूटने का विवाद सुलझा:प्रशासन ने दोनों पक्षों को समझाया, बांध जोड़ा, बीटी सेट से निकलेगा पानी

हिसार जिले के गुराना गांव में शनिवार को सिंघवा राघो माइनर पर दो पक्षों में विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि दोनों ओर से जमकर पथराव हुआ। इसमें ग्रामीणों के साथ पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। हालात तनावपूर्ण हो गए थे। हालांकि प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और गांव के मौजीज लोगों की पहल से देर रात समझौता हो गया। इसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। शनिवार रात करीब 11 बजे डाटा के राजकीय कन्या महाविद्यालय में अहम बैठक बुलाई गई। इसमें नारनौंद के विधायक जस्सी पेटवाड़, हिसार उपायुक्त अनीश यादव, हांसी एसपी अमित यशवर्धन, हिसार एसपी शशांक कुमार सावन, हांसी एसडीएम राजेश खोथ, डीएसपी देवेंद्र नैन सहित प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में गुराना, घिराय, सिंधड, सिंघवा राघो, डाटा और ढाढ़ गांवों के सरपंच व प्रतिनिधि भी शामिल हुए और विवाद को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई। बालसमंद ब्रांच में डाला जाएगा पानी बैठक में यह फैसला लिया गया कि गांव गुराना से पानी की निकासी के लिए बीटी सेट लगाए जाएंगे। इन सेटों की मदद से बरसाती पानी को सिंघवा राघो माइनर में डालकर बालसमंद ब्रांच नहर में डाला जाएगा। इस फैसले पर सभी पक्ष सहमत हो गए और करीब रात 12 बजे बैठक समाप्त हुई। इसके बाद रविवार तड़के करीब चार बजे प्रशासन ने माइनर को मिट्टी डालकर बंद कर दिया। इससे खानपुर, सिंधड, सिंघवा राघो और घिराय की तरफ बह रहा पानी तुरंत रुक गया। प्रभावित गांवों में लोगों ने राहत की सांस ली। 9 बीटी सेट मंगवाए गए हैं प्रशासन ने पानी निकासी के लिए 9 बीटी सेट मंगवा लिए हैं। अब तकनीकी टीम यह जांच करेगी कि एक साथ कितने बीटी सेट चलाना संभव होगा। गौरतलब है कि पिछले तीन दिनों से गुराना माइनर से पानी की निकासी को लेकर विवाद चल रहा था। 5 सितंबर को अलसुबह करीब तीन बजे गुराना के ग्रामीणों ने माइनर को तोड़कर पानी की दिशा खानपुर, सिंधड़, सिंघवा राघो और घिराय गांव की तरफ कर दी थी।

Sep 7, 2025 - 15:15
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हिसार में माइनर टूटने का विवाद सुलझा:प्रशासन ने दोनों पक्षों को समझाया, बांध जोड़ा, बीटी सेट से निकलेगा पानी
हिसार जिले के गुराना गांव में शनिवार को सिंघवा राघो माइनर पर दो पक्षों में विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि दोनों ओर से जमकर पथराव हुआ। इसमें ग्रामीणों के साथ पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। हालात तनावपूर्ण हो गए थे। हालांकि प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और गांव के मौजीज लोगों की पहल से देर रात समझौता हो गया। इसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। शनिवार रात करीब 11 बजे डाटा के राजकीय कन्या महाविद्यालय में अहम बैठक बुलाई गई। इसमें नारनौंद के विधायक जस्सी पेटवाड़, हिसार उपायुक्त अनीश यादव, हांसी एसपी अमित यशवर्धन, हिसार एसपी शशांक कुमार सावन, हांसी एसडीएम राजेश खोथ, डीएसपी देवेंद्र नैन सहित प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में गुराना, घिराय, सिंधड, सिंघवा राघो, डाटा और ढाढ़ गांवों के सरपंच व प्रतिनिधि भी शामिल हुए और विवाद को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई। बालसमंद ब्रांच में डाला जाएगा पानी बैठक में यह फैसला लिया गया कि गांव गुराना से पानी की निकासी के लिए बीटी सेट लगाए जाएंगे। इन सेटों की मदद से बरसाती पानी को सिंघवा राघो माइनर में डालकर बालसमंद ब्रांच नहर में डाला जाएगा। इस फैसले पर सभी पक्ष सहमत हो गए और करीब रात 12 बजे बैठक समाप्त हुई। इसके बाद रविवार तड़के करीब चार बजे प्रशासन ने माइनर को मिट्टी डालकर बंद कर दिया। इससे खानपुर, सिंधड, सिंघवा राघो और घिराय की तरफ बह रहा पानी तुरंत रुक गया। प्रभावित गांवों में लोगों ने राहत की सांस ली। 9 बीटी सेट मंगवाए गए हैं प्रशासन ने पानी निकासी के लिए 9 बीटी सेट मंगवा लिए हैं। अब तकनीकी टीम यह जांच करेगी कि एक साथ कितने बीटी सेट चलाना संभव होगा। गौरतलब है कि पिछले तीन दिनों से गुराना माइनर से पानी की निकासी को लेकर विवाद चल रहा था। 5 सितंबर को अलसुबह करीब तीन बजे गुराना के ग्रामीणों ने माइनर को तोड़कर पानी की दिशा खानपुर, सिंधड़, सिंघवा राघो और घिराय गांव की तरफ कर दी थी।