Lenskart का ₹7,278 करोड़ का IPO बाजार में धमाकेदार एंट्री को तैयार, निवेशकों की बढ़ेगी चांदी!

आंखों के उत्पाद बनाने वाली कंपनी लेंसकार्ट सॉल्यूशन्स अपनी पहली सार्वजनिक पेशकश (IPO) के लिए पूरी तरह तैयार हैं। बता दें कि यह कंपनी सॉफ्टबैंक, ADIA, टेमासेक और केडारा कैपिटल जैसे वैश्विक निवेशकों का समर्थन प्राप्त कर चुकी हैं। मौजूद जानकारी के अनुसार, कंपनी का IPO 31 अक्टूबर से खुलने वाला है, जिसका अनुमानित आकार लगभग 7,278 करोड़ रुपये और वैल्यूएशन 72,719 करोड़ रुपये रखा गया हैं। IPO का एंकर बुक 30 अक्टूबर को एक दिन के लिए खुलेगा, जबकि आम जनता के लिए सब्सक्रिप्शन 4 नवंबर तक रहेगा। शेयर आवंटन 6 नवंबर तक फाइनल किया जाएगा और 10 नवंबर से बीएसई और एनएसई पर ट्रेडिंग शुरू होगी।लेंसकार्ट की वित्तीय स्थिति भी मजबूत होती दिख रही हैं। मार्च 2025 में समाप्त वर्ष में कंपनी ने 297.3 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, जबकि पिछले वित्त वर्ष 2024 में 10.1 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। इसी अवधि में कंपनी की राजस्व 5,427.7 करोड़ रुपये से बढ़कर 6,652.5 करोड़ रुपये हो गई हैं। जून 2025 तिमाही में मुनाफा 61.2 करोड़ रुपये रहा, जबकि राजस्व 1,894.5 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जो पिछले साल इसी तिमाही में 1,520.4 करोड़ रुपये था। यह आंकड़े कंपनी के कारोबार में सुधार और मुनाफाखोरी को दर्शाते हैं।गौरतलब है कि कंपनी 2,150 करोड़ रुपये ताजा शेयरों के जरिए जुटाएगी, जबकि प्रमोटर्स और निवेशक 12.75 करोड़ शेयर ऑफर-फॉर-सेल के जरिए बेचेंगे। प्रमुख प्रमोटर्स में पयूष बंसल, नेहा बंसल, अमित चौधरी और सुमीत कपाही शामिल हैं, साथ ही सॉफ्टबैंक और स्क्रॉडर्स जैसे निवेशक भी शेयर बेचेंगे।वित्तीय स्थिति के अनुसार, मार्च 2025 तक कंपनी ने 297.3 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, जबकि कमाई 6,652.5 करोड़ रुपये पहुंचा। जून तिमाही में मुनाफा 61.2 करोड़ और कमाई 1,894.5 करोड़ रहा। इस IPO से जुटाए गए फंड का उपयोग नई CoCo स्टोर्स खोलने, तकनीकी और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर, ब्रांड मार्केटिंग और संभावित अधिग्रहणों के लिए किया जाएगा।बता दें कि भारत कंपनी का सबसे बड़ा बाजार हैं, जबकि जापान, दक्षिण-पूर्व एशिया और मध्य पूर्व में भी कंपनी का विस्तार हो चुका हैं। IPO के लिए कोटक महिंद्रा, मॉर्गन स्टेनली, अवेंडस, सिटीग्रुप और एक्सिस कैपिटल बुक-रनिंग लीड मैनेजर के रूप में कार्य करेंगे। यह IPO भारतीय रिटेल और तकनीकी क्षेत्र में निवेशकों के लिए अहम अवसर साबित होने की सम्भावना रखता हैं।

Oct 27, 2025 - 19:05
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आंखों के उत्पाद बनाने वाली कंपनी लेंसकार्ट सॉल्यूशन्स अपनी पहली सार्वजनिक पेशकश (IPO) के लिए पूरी तरह तैयार हैं। बता दें कि यह कंपनी सॉफ्टबैंक, ADIA, टेमासेक और केडारा कैपिटल जैसे वैश्विक निवेशकों का समर्थन प्राप्त कर चुकी हैं। मौजूद जानकारी के अनुसार, कंपनी का IPO 31 अक्टूबर से खुलने वाला है, जिसका अनुमानित आकार लगभग 7,278 करोड़ रुपये और वैल्यूएशन 72,719 करोड़ रुपये रखा गया हैं। IPO का एंकर बुक 30 अक्टूबर को एक दिन के लिए खुलेगा, जबकि आम जनता के लिए सब्सक्रिप्शन 4 नवंबर तक रहेगा। शेयर आवंटन 6 नवंबर तक फाइनल किया जाएगा और 10 नवंबर से बीएसई और एनएसई पर ट्रेडिंग शुरू होगी।

लेंसकार्ट की वित्तीय स्थिति भी मजबूत होती दिख रही हैं। मार्च 2025 में समाप्त वर्ष में कंपनी ने 297.3 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, जबकि पिछले वित्त वर्ष 2024 में 10.1 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। इसी अवधि में कंपनी की राजस्व 5,427.7 करोड़ रुपये से बढ़कर 6,652.5 करोड़ रुपये हो गई हैं। जून 2025 तिमाही में मुनाफा 61.2 करोड़ रुपये रहा, जबकि राजस्व 1,894.5 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जो पिछले साल इसी तिमाही में 1,520.4 करोड़ रुपये था। यह आंकड़े कंपनी के कारोबार में सुधार और मुनाफाखोरी को दर्शाते हैं।

गौरतलब है कि कंपनी 2,150 करोड़ रुपये ताजा शेयरों के जरिए जुटाएगी, जबकि प्रमोटर्स और निवेशक 12.75 करोड़ शेयर ऑफर-फॉर-सेल के जरिए बेचेंगे। प्रमुख प्रमोटर्स में पयूष बंसल, नेहा बंसल, अमित चौधरी और सुमीत कपाही शामिल हैं, साथ ही सॉफ्टबैंक और स्क्रॉडर्स जैसे निवेशक भी शेयर बेचेंगे।

वित्तीय स्थिति के अनुसार, मार्च 2025 तक कंपनी ने 297.3 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, जबकि कमाई 6,652.5 करोड़ रुपये पहुंचा। जून तिमाही में मुनाफा 61.2 करोड़ और कमाई 1,894.5 करोड़ रहा। इस IPO से जुटाए गए फंड का उपयोग नई CoCo स्टोर्स खोलने, तकनीकी और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर, ब्रांड मार्केटिंग और संभावित अधिग्रहणों के लिए किया जाएगा।

बता दें कि भारत कंपनी का सबसे बड़ा बाजार हैं, जबकि जापान, दक्षिण-पूर्व एशिया और मध्य पूर्व में भी कंपनी का विस्तार हो चुका हैं। IPO के लिए कोटक महिंद्रा, मॉर्गन स्टेनली, अवेंडस, सिटीग्रुप और एक्सिस कैपिटल बुक-रनिंग लीड मैनेजर के रूप में कार्य करेंगे। यह IPO भारतीय रिटेल और तकनीकी क्षेत्र में निवेशकों के लिए अहम अवसर साबित होने की सम्भावना रखता हैं।