मधुबनी में छठ घाटों पर 1186 दंडाधिकारी तैनात:जिलाधिकारी ने दी जानकारी, 593 स्थानों मनाया जा रहा पर्व
मधुबनी में छठ पूजा के शांतिपूर्ण और सुरक्षित आयोजन के लिए व्यापक प्रशासनिक तैयारियां की गई हैं। जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने सोमवार को इसकी घोषणा की। जिले के 593 महत्वपूर्ण स्थानों पर कुल 1186 दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी तैनात किए गए हैं। इन अधिकारियों के अलावा, पर्याप्त पुलिस बल, गश्ती दल और त्वरित प्रतिक्रिया टीमें (QRT) भी गठित की गई हैं। पूरे जिले को पांच क्षेत्रों में बांटा गया है, जिनकी जिम्मेदारी अनुमंडल अधिकारी और अनुमंडल पुलिस अधिकारियों को दी गई है। सभी 21 प्रखंडों के लिए वरीय अधिकारियों को नोडल पदाधिकारी नियुक्त किया गया है। डीपीआरओ परिमल कुमार ने सोमवार दोपहर दो बजे बताया कि समाहरणालय में एक जिला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। इसका दूरभाष नंबर 06276-224425 है, जबकि आपदा नियंत्रण कक्ष का नंबर 222576 है। भीड़ नियंत्रण और व्रतियों की सुविधा के लिए शहरी क्षेत्रों के विभिन्न मार्गों और घाटों पर विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। छठ घाटों पर पटाखे छोड़ने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा और उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई होगी। छठ के दिन पूरे जिले में नावों के परिचालन पर भी रोक लगाई गई है। सभी महत्वपूर्ण घाटों पर सादे लिबास में पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। सुरक्षा के लिए एसडीआरएफ की टीमें और आपदा मित्र भी नियुक्त किए गए हैं। प्रमुख घाटों पर मेडिकल टीमें भी मौजूद रहेंगी। जिलाधिकारी के निर्देश पर वरीय अधिकारियों ने अपने संबंधित प्रखंडों के छठ घाटों का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। डीएम ने छठ की शुभकामनाएं देते हुए लोगों से अपील की है कि वे पटाखे न छोड़ें, बैरिकेडिंग पार न करें, अफवाहों पर ध्यान न दें और छोटे बच्चों व बुजुर्गों का विशेष ख्याल रखें। जिलाधिकारी ने जिले के मतदाताओं से 11 नवंबर को अनिवार्य रूप से मतदान करने का आग्रह भी किया। उन्होंने छठ पर्व के लिए घर आए लोगों से वोट डालकर ही वापस जाने की अपील की।
मधुबनी में छठ पूजा के शांतिपूर्ण और सुरक्षित आयोजन के लिए व्यापक प्रशासनिक तैयारियां की गई हैं। जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने सोमवार को इसकी घोषणा की। जिले के 593 महत्वपूर्ण स्थानों पर कुल 1186 दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी तैनात किए गए हैं। इन अधिकारियों के अलावा, पर्याप्त पुलिस बल, गश्ती दल और त्वरित प्रतिक्रिया टीमें (QRT) भी गठित की गई हैं। पूरे जिले को पांच क्षेत्रों में बांटा गया है, जिनकी जिम्मेदारी अनुमंडल अधिकारी और अनुमंडल पुलिस अधिकारियों को दी गई है। सभी 21 प्रखंडों के लिए वरीय अधिकारियों को नोडल पदाधिकारी नियुक्त किया गया है। डीपीआरओ परिमल कुमार ने सोमवार दोपहर दो बजे बताया कि समाहरणालय में एक जिला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। इसका दूरभाष नंबर 06276-224425 है, जबकि आपदा नियंत्रण कक्ष का नंबर 222576 है। भीड़ नियंत्रण और व्रतियों की सुविधा के लिए शहरी क्षेत्रों के विभिन्न मार्गों और घाटों पर विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। छठ घाटों पर पटाखे छोड़ने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा और उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई होगी। छठ के दिन पूरे जिले में नावों के परिचालन पर भी रोक लगाई गई है। सभी महत्वपूर्ण घाटों पर सादे लिबास में पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। सुरक्षा के लिए एसडीआरएफ की टीमें और आपदा मित्र भी नियुक्त किए गए हैं। प्रमुख घाटों पर मेडिकल टीमें भी मौजूद रहेंगी। जिलाधिकारी के निर्देश पर वरीय अधिकारियों ने अपने संबंधित प्रखंडों के छठ घाटों का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। डीएम ने छठ की शुभकामनाएं देते हुए लोगों से अपील की है कि वे पटाखे न छोड़ें, बैरिकेडिंग पार न करें, अफवाहों पर ध्यान न दें और छोटे बच्चों व बुजुर्गों का विशेष ख्याल रखें। जिलाधिकारी ने जिले के मतदाताओं से 11 नवंबर को अनिवार्य रूप से मतदान करने का आग्रह भी किया। उन्होंने छठ पर्व के लिए घर आए लोगों से वोट डालकर ही वापस जाने की अपील की।