हांसी में लूट की झूठी शिकायत पर दौड़ी पुलिस:सीसीटीवी फुटेज में नहीं मिला सबूत, कहानी गढ़ने वाले पर केस

हिसार जिले के हांसी के थाना सदर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव शेखपुरा में एक व्यक्ति द्वारा दो लाख रुपए की लूट की झूठी कहानी गढ़ने का मामला सामने आया है। सतर्क पुलिस टीम ने जब घटनास्थल की गहनता से जांच की और सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो पूरी सच्चाई सामने आ गई। झूठ का जाल बुनने वाले व्यक्ति के खिलाफ अब कानून सख्ती से कार्रवाई करेगा। ऐसी सुनाई थी झूठी कहानी गांव शेखपुरा के रामगोपाल यादव ने पुलिस को शिकायत दी थी कि बुधवार दोपहर करीब 2:30 बजे वह अपनी मोटरसाइकिल पर सवार होकर हांसी से अपने गांव लौट रहा था। उसके पास 2 लाख रुपए थे, जो एक लाख रुपए उसने बैंक हांसी से निकाले थे और दूसरा लाख हांसी अनाज मंडी की दुकान से प्राप्त किया था। रामगोपाल का दावा था कि जैसे ही वह शेखपुरा के वाटर सप्लाई टैंक के पास पहुंचा, पीछे से एक बिना नंबर की काली गाड़ी आई। उसमें से दो हथियारबंद युवक उतरे और उसके रुपए छीनकर ढाणी शोभा की ओर फरार हो गए। पुलिस की सतर्कता ने खोली पोल शेखपुरा चौकी इंचार्ज कुलबीर सिंह ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और मौके का मुआयना किया। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई और तथ्यों की गहराई से पड़ताल की गई। जांच में पाया गया कि रामगोपाल द्वारा बताई गई लूट की घटना पूरी तरह से मनगढ़ंत और झूठी थी। समय और संसाधन बेकार साबित चौकी इंचार्ज ने बताया कि इस झूठी रिपोर्ट के चलते पुलिस का समय और संसाधन बेकार साबित हुए। ऐसे मामलों को गंभीरता से लेते हुए रामगोपाल यादव के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 217 के तहत कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।

May 28, 2025 - 22:25
 0
हांसी में लूट की झूठी शिकायत पर दौड़ी पुलिस:सीसीटीवी फुटेज में नहीं मिला सबूत, कहानी गढ़ने वाले पर केस
हिसार जिले के हांसी के थाना सदर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव शेखपुरा में एक व्यक्ति द्वारा दो लाख रुपए की लूट की झूठी कहानी गढ़ने का मामला सामने आया है। सतर्क पुलिस टीम ने जब घटनास्थल की गहनता से जांच की और सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो पूरी सच्चाई सामने आ गई। झूठ का जाल बुनने वाले व्यक्ति के खिलाफ अब कानून सख्ती से कार्रवाई करेगा। ऐसी सुनाई थी झूठी कहानी गांव शेखपुरा के रामगोपाल यादव ने पुलिस को शिकायत दी थी कि बुधवार दोपहर करीब 2:30 बजे वह अपनी मोटरसाइकिल पर सवार होकर हांसी से अपने गांव लौट रहा था। उसके पास 2 लाख रुपए थे, जो एक लाख रुपए उसने बैंक हांसी से निकाले थे और दूसरा लाख हांसी अनाज मंडी की दुकान से प्राप्त किया था। रामगोपाल का दावा था कि जैसे ही वह शेखपुरा के वाटर सप्लाई टैंक के पास पहुंचा, पीछे से एक बिना नंबर की काली गाड़ी आई। उसमें से दो हथियारबंद युवक उतरे और उसके रुपए छीनकर ढाणी शोभा की ओर फरार हो गए। पुलिस की सतर्कता ने खोली पोल शेखपुरा चौकी इंचार्ज कुलबीर सिंह ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और मौके का मुआयना किया। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई और तथ्यों की गहराई से पड़ताल की गई। जांच में पाया गया कि रामगोपाल द्वारा बताई गई लूट की घटना पूरी तरह से मनगढ़ंत और झूठी थी। समय और संसाधन बेकार साबित चौकी इंचार्ज ने बताया कि इस झूठी रिपोर्ट के चलते पुलिस का समय और संसाधन बेकार साबित हुए। ऐसे मामलों को गंभीरता से लेते हुए रामगोपाल यादव के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 217 के तहत कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।