इजरायल हमास युद्ध की वजह से गाजा के भीतर लाखों फिलिस्तीनी दाने दाने को मोहताज हो गए हैं। 18 मार्च 2025 को जब इजरायल और हमास के बीच सीजफायर टूटा तो इजरायल ने गाजा का राशन पानी से लेकर सबकुछ बंद कर दिया। नेत्याहू के इस एक्शन की वजह से गाजा के भीतर लाखों बच्चे भुखमरी के कगार पर आ गए। गाजा के भीतर फिलिस्तीनी भूख प्यास से तड़प रहे हैं। इजरायल ने करीब 11 हफ्तों से गाजा के भीतर खाने पीने की चीजों पर बैन लगा दिया था। लेकिन अब एक बार फिर अमेरिका द्वारा समर्थिक मानवीय सहायता के तहत गाजा के भीतर खाने पीने की चीजें भेजी गई हैं। जैसे ही गाजा के भीतर राफाह में ये मदद पहुंची। लाखों लोगों की भीड़ खाने पीने के पैकेट लेने के लिए उमड़ पड़ी।
गाजा में भुखमरी से हालात इस कदर बिगड़ गए हैं कि अब लोगों की भीड़ सहायता केंद्रों पर ही हमला कर रही है। अमेरिका के समर्थन वाले फाउंडेशन द्वारा स्थापित एक नए सहायता वितरण केंद्र पर उमड़ी भीड़ पर सुरक्षा बलों की गोलीबारी में कम से कम एक फलस्तीनी नागरिक की मौत हो गई और 48 अन्य घायल हो गए। फलस्तीनियों की भीड़ ने सहायता वितरण केंद्र पर कब्जा कर लिया था। भीड़ ने बाड़ों को तोड़ दिया और ‘एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) के एक पत्रकार ने इजराइल के टैंक से गोलाबारी और गोलीबारी की आवाज सुनी तथा एक सैन्य हेलीकॉप्टर से गोलीबारी होते देखी। अभी यह ज्ञात नहीं है कि गोलीबारी में इजराइली सेना शामिल है या निजी सुरक्षा गार्ड अथवा कोई अन्य। फाउंडेशन ने कहा कि उसके सुरक्षा गार्ड ने भीड़ पर गोली नहीं चलाई, बल्कि वे अभियान फिर से शुरू करने से पहले पीछे हट गए ।
इजरायल ने कहा कि उसके सैनिकों ने निकटवर्ती क्षेत्र में चेतावनी स्वरूप गोलियां चलाईं। फलस्तीनी क्षेत्रों के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय के प्रमुख अजित सुनघे ने इससे पहले जिनेवा में पत्रकारों से कहा था कि 47 लोग घायल हुए हैं जिसमें अधिकतर गोलीबारी में घायल हुए हैं। एक अलग घटना में इजराइल ने कहा कि उसने यमन की राजधानी सना में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बुधवार को हवाई हमले किए। हाल के दिनों में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने देश को निशाना बनाकर कई मिसाइल दागे थे, जिसमें कोई हताहत नहीं हुआ।