ईरान में तीन भारतीय नागरिक लापता हो गए हैं, जिसके बाद भारत सरकार ने उनकी सुरक्षित बरामदगी सुनिश्चित करने के लिए तत्काल राजनयिक संपर्क स्थापित किया है। विदेश मंत्रालय (MEA) ने पुष्टि की है कि लापता व्यक्तियों- जिनकी पहचान योगेश पंचाल, मोहम्मद सादिक और सुमीत सूद के रूप में हुई है। तीनों ने दिसंबर 2024 और जनवरी 2025 की शुरुआत के बीच व्यापारिक उद्देश्यों के लिए ईरान की यात्रा की थी। एक्स पर एक बयान में भारतीय दूतावास ने कहा कि तेहरान को उनका पता लगाने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
ईरान में भारतीय दूतावास ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा, "तीन भारतीय नागरिकों के परिवार के सदस्यों ने भारतीय दूतावास को सूचित किया है कि ईरान की यात्रा करने के बाद उनके रिश्तेदार लापता हो गए हैं। दूतावास ने इस मामले को ईरानी अधिकारियों के समक्ष जोरदार तरीके से उठाया है और अनुरोध किया है कि लापता भारतीयों का तत्काल पता लगाया जाए और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। हम दूतावास द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में परिवार के सदस्यों को नियमित रूप से जानकारी दे रहे हैं।
योगेश पंचाल और सादिक ईरान के 15-दिवसीय वीजा छूट कार्यक्रम के तहत तेहरान पहुंचे, जिसका उद्देश्य पर्यटन और व्यापार आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाना था। योगेश पंचाल ने हाल ही में सूखे मेवे और सेब में विशेषज्ञता वाली एक निर्यात फर्म की स्थापना की थी और ईरान में व्यावसायिक अवसरों की तलाश कर रहे थे। तीनों लोगों के बारे में आखिरी बार पता चला था कि वे तेहरान के बहरेस्तान इलाके में रहते थे, लेकिन उनके पहुंचने के कुछ समय बाद ही उनसे संपर्क टूट गया। ईरान में लापता भारतीयों के परिवारों ने ईरानी सुरक्षा बलों द्वारा संभावित हिरासत की आशंका के चलते गंभीर चिंता व्यक्त की है।