मुजफ्फरपुर रेप मामले में कांग्रेस ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन:45 मिनट तक राजभवन में रहे प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, बच्ची को एडमिट कराने पहुंचे थे PMCH
मुजफ्फरपुर की 11 साल की रेप पीड़ित बच्ची की PMCH में मौत के बाद बिहार में सियासत तेज है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम बुधवार को 11 सदस्यीय शिष्टमंडल के साथ राजभवन पहुंचे। 45 मिनट तक वो राजभवन में रहे। उन्होंने इस मामले को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। इस मामले को लेकर जन सुराज के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने भी राज्यपाल से मुलकात की। दरअसल, 26 मई को 11 साल की दलित बच्ची के साथ रेप के बाद आरोपी ने उसका गला और सीना चीर दिया था। बच्ची इस कदर जख्मी थी कि उससे बोला नहीं जा रहा था। SKMCH से उसे पटना के PMCH रेफर किया गया, लेकिन कई घंटों तक उसे बेड नहीं मिला। जानकारी मिलने के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष PMCH पहुंचे और बच्ची को बेड दिलाने के जद्दोजहद में वह लग गए थे। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को भी कॉल किया लेकिन प्रदेश अध्यक्ष का कहना था कि उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। हंगामा के 4 घंटे बाद बच्ची को बेड मिला। 1 जून को PMCH में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री का किया था पुतला दहन वहीं, रविवार को बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से इनकम टैक्स गोलंबर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का पुतला दहन किया गया था। सभी ने जमकर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने मंगल पांडे और नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस की महिला कार्यकर्ता हाथों में चूड़ियां लेकर पहुंची थी। कांग्रेस ने निकाला था हल्ला बोल मार्च सोमवार को दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना और फिर मौत हो जाने पर कांग्रेस की ओर से हल्ला बोल मार्च निकाला गया था। कांग्रेसी सदाकत आश्रम से सीएम हाउस के लिए निकले थे। हालांकि, उन्हें राजा पुल के पास ही पुलिस द्वारा रोक दिया गया था। पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा दी थी और फिर भारी फोर्स की तैनाती हुई थी। बहस के बाद यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु और बिहार यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिवप्रकाश गरीब दास को पुलिस अपने साथ गाड़ी में लेकर गई थी। राहुल गांधी ने भी किया था ट्वीट इस घटना को लेकर राहुल गांधी ने भी अपने X अकाउंट पर ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था, 'मुजफ्फरपुर में दलित नाबालिग बेटी के साथ दरिंदगी और फिर इलाज़ में हुई लापरवाही बेहद शर्मनाक है। अगर समय पर इलाज़ मिला होता, तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। लेकिन डबल इंजन सरकार ने सुरक्षा तो दूर, जीवन रक्षा में भी घोर लापरवाही बरती। पीड़ित परिवार को न्याय मिलने तक हम चुप नहीं बैठेंगे। दोषियों और लापरवाह अफसरों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए।'
मुजफ्फरपुर की 11 साल की रेप पीड़ित बच्ची की PMCH में मौत के बाद बिहार में सियासत तेज है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम बुधवार को 11 सदस्यीय शिष्टमंडल के साथ राजभवन पहुंचे। 45 मिनट तक वो राजभवन में रहे। उन्होंने इस मामले को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। इस मामले को लेकर जन सुराज के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने भी राज्यपाल से मुलकात की। दरअसल, 26 मई को 11 साल की दलित बच्ची के साथ रेप के बाद आरोपी ने उसका गला और सीना चीर दिया था। बच्ची इस कदर जख्मी थी कि उससे बोला नहीं जा रहा था। SKMCH से उसे पटना के PMCH रेफर किया गया, लेकिन कई घंटों तक उसे बेड नहीं मिला। जानकारी मिलने के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष PMCH पहुंचे और बच्ची को बेड दिलाने के जद्दोजहद में वह लग गए थे। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को भी कॉल किया लेकिन प्रदेश अध्यक्ष का कहना था कि उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। हंगामा के 4 घंटे बाद बच्ची को बेड मिला। 1 जून को PMCH में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री का किया था पुतला दहन वहीं, रविवार को बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से इनकम टैक्स गोलंबर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का पुतला दहन किया गया था। सभी ने जमकर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने मंगल पांडे और नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस की महिला कार्यकर्ता हाथों में चूड़ियां लेकर पहुंची थी। कांग्रेस ने निकाला था हल्ला बोल मार्च सोमवार को दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना और फिर मौत हो जाने पर कांग्रेस की ओर से हल्ला बोल मार्च निकाला गया था। कांग्रेसी सदाकत आश्रम से सीएम हाउस के लिए निकले थे। हालांकि, उन्हें राजा पुल के पास ही पुलिस द्वारा रोक दिया गया था। पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा दी थी और फिर भारी फोर्स की तैनाती हुई थी। बहस के बाद यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु और बिहार यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिवप्रकाश गरीब दास को पुलिस अपने साथ गाड़ी में लेकर गई थी। राहुल गांधी ने भी किया था ट्वीट इस घटना को लेकर राहुल गांधी ने भी अपने X अकाउंट पर ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था, 'मुजफ्फरपुर में दलित नाबालिग बेटी के साथ दरिंदगी और फिर इलाज़ में हुई लापरवाही बेहद शर्मनाक है। अगर समय पर इलाज़ मिला होता, तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। लेकिन डबल इंजन सरकार ने सुरक्षा तो दूर, जीवन रक्षा में भी घोर लापरवाही बरती। पीड़ित परिवार को न्याय मिलने तक हम चुप नहीं बैठेंगे। दोषियों और लापरवाह अफसरों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए।'