बेगूसराय मंडल कारा में पदस्थापित डॉ. रंजीत कुमार गिरफ्तार ​​​​​​​:नीट परीक्षा में स्कॉलर बैठाने के मामले में कार्रवाई, ग्रामीण बोले- विश्वास ही नहीं होता वे ऐसे निकलेंगे

नीट परीक्षा में स्कॉलर बैठाए जाने के मामले में विभूतिपुर के बेलसंडी ताड़ा गांव निवासी बेगूसराय मंडल कारा में पदस्थापित डॉ. रंजीत कुमार हुए हैं। लोगों को विश्वास नहीं हो रहा है कि गांव में सामाजिक कार्य में हिस्सा लेने वाले डॉक्टर ऐसा कर सकते। गांव के लोगों का मुफ्त में इलाज करने के लिए पिता के नाम पर हॉस्पिटल बनवाले वाला रंजीत के इस कारनामे से लोग हैरान हैं। गांव के उप मुखिया राज बली ने कहा, डॉक्टर रंजीत अपने ननिहाल में बसे हुए हैं। इनके पिता स्व. लक्ष्मी महतो ग्रामीण चिकित्सक थे। उन्होंने अपने बल पर अपने इकलौते बेटे रंजीत को डॉक्टर बनाया।गया मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढाई की है। डॉ. रंजीत की बूढी मां गांव में ही थी। जनवरी महीने में उनका देहांत हो गया था। तब से डॉक्टर रंजीत सप्ताह में दो दिन यहां रहकर मुफ्त में मरीजों का उपचार करते थे। शनिवार को आते थे रविवार को मरीजों का उपचार कर सोमवार को लौट जाते थे। रंजीत के पिता 70 के दशक में गांव में बसे ग्रामीण बृजनंदन सिंह बताते हैं कि डॉ. रंजीत के पिता 70 के दशक में यहां आकर बसे थे। तब से कोई शिकायत नहीं है। जब भी गांव के लोग सामाजिक कार्य के लिए बुलाते थे। वह चले आते थे। अक्सर वह खुद कार चलाकर पहुंचते थे। कोई तामझाम नहीं था। बहन और बहनोई भी हैं डॉक्टर ग्रामीण सिया प्रसाद यादव बताते हैं कि डॉ. रंजीत इसी गांव में जन्मे हैं और पले बढ़े हैं। डॉक्टर बने, फिर अपनी बहन जूही कुमारी को भी डॉक्टर बनाया। जूही के पति भी डॉक्टर हैं। दोनों का दलसिंहसराय में क्लीनिक है। पिछले साल ही उसकी शादी हुई है। उनकी गिरफ्तारी की सूचना पर बहुत धक्का लगा है। विश्वास ही नहीं हो रहा है डॉ रंजीत ऐसे हो सकते। दूसरी जगह पर भी संपत्ति लोगों की माने तो डॉ. रंजीत की बेलसंडी ताड़ा में तो संपत्ति है ही इसके अलावा वारिसनगर के चारो गांव में भी 15-20 बीघा जमीन है। जो काफी महंगी है। इसके अलावा उन्होंने दलसिंहसराय में भी संपत्ति खरीद रखी है। पत्नी सोनी कुमारी कभी-कभी गांव आती है। वह भी मेडिकल से जुड़ी कहीं ट्रेनिंग ले रही है। वह दरभंगा की रहने वाली है। डॉक्टर के साथ गिरफ्तार युवक रामबाबू मलिक उसके ससुराल का पड़ोसी है।

May 6, 2025 - 06:36
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बेगूसराय मंडल कारा में पदस्थापित डॉ. रंजीत कुमार गिरफ्तार ​​​​​​​:नीट परीक्षा में स्कॉलर बैठाने के मामले में कार्रवाई, ग्रामीण बोले- विश्वास ही नहीं होता वे ऐसे निकलेंगे
नीट परीक्षा में स्कॉलर बैठाए जाने के मामले में विभूतिपुर के बेलसंडी ताड़ा गांव निवासी बेगूसराय मंडल कारा में पदस्थापित डॉ. रंजीत कुमार हुए हैं। लोगों को विश्वास नहीं हो रहा है कि गांव में सामाजिक कार्य में हिस्सा लेने वाले डॉक्टर ऐसा कर सकते। गांव के लोगों का मुफ्त में इलाज करने के लिए पिता के नाम पर हॉस्पिटल बनवाले वाला रंजीत के इस कारनामे से लोग हैरान हैं। गांव के उप मुखिया राज बली ने कहा, डॉक्टर रंजीत अपने ननिहाल में बसे हुए हैं। इनके पिता स्व. लक्ष्मी महतो ग्रामीण चिकित्सक थे। उन्होंने अपने बल पर अपने इकलौते बेटे रंजीत को डॉक्टर बनाया।गया मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढाई की है। डॉ. रंजीत की बूढी मां गांव में ही थी। जनवरी महीने में उनका देहांत हो गया था। तब से डॉक्टर रंजीत सप्ताह में दो दिन यहां रहकर मुफ्त में मरीजों का उपचार करते थे। शनिवार को आते थे रविवार को मरीजों का उपचार कर सोमवार को लौट जाते थे। रंजीत के पिता 70 के दशक में गांव में बसे ग्रामीण बृजनंदन सिंह बताते हैं कि डॉ. रंजीत के पिता 70 के दशक में यहां आकर बसे थे। तब से कोई शिकायत नहीं है। जब भी गांव के लोग सामाजिक कार्य के लिए बुलाते थे। वह चले आते थे। अक्सर वह खुद कार चलाकर पहुंचते थे। कोई तामझाम नहीं था। बहन और बहनोई भी हैं डॉक्टर ग्रामीण सिया प्रसाद यादव बताते हैं कि डॉ. रंजीत इसी गांव में जन्मे हैं और पले बढ़े हैं। डॉक्टर बने, फिर अपनी बहन जूही कुमारी को भी डॉक्टर बनाया। जूही के पति भी डॉक्टर हैं। दोनों का दलसिंहसराय में क्लीनिक है। पिछले साल ही उसकी शादी हुई है। उनकी गिरफ्तारी की सूचना पर बहुत धक्का लगा है। विश्वास ही नहीं हो रहा है डॉ रंजीत ऐसे हो सकते। दूसरी जगह पर भी संपत्ति लोगों की माने तो डॉ. रंजीत की बेलसंडी ताड़ा में तो संपत्ति है ही इसके अलावा वारिसनगर के चारो गांव में भी 15-20 बीघा जमीन है। जो काफी महंगी है। इसके अलावा उन्होंने दलसिंहसराय में भी संपत्ति खरीद रखी है। पत्नी सोनी कुमारी कभी-कभी गांव आती है। वह भी मेडिकल से जुड़ी कहीं ट्रेनिंग ले रही है। वह दरभंगा की रहने वाली है। डॉक्टर के साथ गिरफ्तार युवक रामबाबू मलिक उसके ससुराल का पड़ोसी है।