फरीदाबाद में बुजुर्ग से 35 लाख रुपए की धोखाधड़ी:आरोपी ने ATS अधिकारी बन गिरफ्तारी की धमकी दी, केस दर्ज, जांच जारी

फरीदाबाद में साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए अब नया तरीका अपना रहे हैं। ठग खुद को एंटी टेररिस्ट स्क्वायड (ATS) या सरकारी एजेंसी का अधिकारी बताकर लोगों को यह कहकर डराने लगे हैं कि उनके बैंक अकाउंट का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों में हो रहा है और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। इस डर का फायदा उठाकर वे लोगों की जमा-पूंजी तक हड़प रहे हैं। दो दिनों में शहर में ऐसा दूसरा मामला सामने आया है। सेक्टर 46 में रहने वाले 81 वर्षीय रिटायर्ड बिजली बोर्ड अधिकारी ने पुलिस को बताया कि 3 नवंबर को उन्हें दो अलग-अलग मोबाइल नंबरों से फोन आया। कॉल करने वाले ने कहा कि वह ATS स्टाफ से बोल रहा है और उनके बैंक अकाउंट में “गलत तरीके से” पैसे आए हैं, जिनका RBI से सत्यापन कराना जरूरी है। ठग ने अधिकारी को दी धमकी जब पीड़ित ने कारण पूछा, तो कॉलर ने बताया कि उनकी ID पर फर्जी बैंक अकाउंट खुला हुआ है जिसका इस्तेमाल “गैरकानूनी और आतंकी गतिविधियों” में हो रहा है। इसके बाद ठग ने धमकी भरे स्वर में कहा कि आपके नाम पर अरेस्ट वारंट जारी हो चुका है, अगर तुरंत जांच में सहयोग नहीं किया तो उन्हें गिरफ्तार करना पड़ेगा। डर के कारण बुजुर्ग अधिकारी घबरा गए और उन्होंने अपनी SBI में 20 लाख की एफडी की जानकारी दे दी। ठग ने उन्हें विश्वास दिलाया कि जांच पूरी होने के बाद सारा पैसा वापस कर दिया जाएगा, इसलिए पैसे एक दिए गए अकाउंट में ट्रांसफर कर दें। पीड़ित ने अपनी एफडी तुड़वाई पीड़ित ने दो दिन का समय लेकर अपनी एफडी तुड़वाई और रकम ठगों के भेजे गए अकाउंट में डाल दी। लेकिन ठग यहीं नहीं रुके। उन्होंने दोबारा फोन कर कहा कि रकम पूरी नहीं है और बाकी भी जल्द भेजें वर्ना गिरफ्तारी करनी पड़ेगी। डर के माहौल में 8 नवंबर से 13 नवंबर तक पीड़ित ने कुल 30,50,023 रुपए ट्रांसफर कर दिए। घटना के बाद बुजुर्ग अधिकारी सदमे में हैं। साइबर थाना NIT ने मामला दर्ज कर लिया है, हालांकि ठगों का अभी कोई सुराग नहीं मिला है।

Nov 17, 2025 - 21:09
 0
फरीदाबाद में बुजुर्ग से 35 लाख रुपए की धोखाधड़ी:आरोपी ने ATS अधिकारी बन गिरफ्तारी की धमकी दी, केस दर्ज, जांच जारी
फरीदाबाद में साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए अब नया तरीका अपना रहे हैं। ठग खुद को एंटी टेररिस्ट स्क्वायड (ATS) या सरकारी एजेंसी का अधिकारी बताकर लोगों को यह कहकर डराने लगे हैं कि उनके बैंक अकाउंट का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों में हो रहा है और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। इस डर का फायदा उठाकर वे लोगों की जमा-पूंजी तक हड़प रहे हैं। दो दिनों में शहर में ऐसा दूसरा मामला सामने आया है। सेक्टर 46 में रहने वाले 81 वर्षीय रिटायर्ड बिजली बोर्ड अधिकारी ने पुलिस को बताया कि 3 नवंबर को उन्हें दो अलग-अलग मोबाइल नंबरों से फोन आया। कॉल करने वाले ने कहा कि वह ATS स्टाफ से बोल रहा है और उनके बैंक अकाउंट में “गलत तरीके से” पैसे आए हैं, जिनका RBI से सत्यापन कराना जरूरी है। ठग ने अधिकारी को दी धमकी जब पीड़ित ने कारण पूछा, तो कॉलर ने बताया कि उनकी ID पर फर्जी बैंक अकाउंट खुला हुआ है जिसका इस्तेमाल “गैरकानूनी और आतंकी गतिविधियों” में हो रहा है। इसके बाद ठग ने धमकी भरे स्वर में कहा कि आपके नाम पर अरेस्ट वारंट जारी हो चुका है, अगर तुरंत जांच में सहयोग नहीं किया तो उन्हें गिरफ्तार करना पड़ेगा। डर के कारण बुजुर्ग अधिकारी घबरा गए और उन्होंने अपनी SBI में 20 लाख की एफडी की जानकारी दे दी। ठग ने उन्हें विश्वास दिलाया कि जांच पूरी होने के बाद सारा पैसा वापस कर दिया जाएगा, इसलिए पैसे एक दिए गए अकाउंट में ट्रांसफर कर दें। पीड़ित ने अपनी एफडी तुड़वाई पीड़ित ने दो दिन का समय लेकर अपनी एफडी तुड़वाई और रकम ठगों के भेजे गए अकाउंट में डाल दी। लेकिन ठग यहीं नहीं रुके। उन्होंने दोबारा फोन कर कहा कि रकम पूरी नहीं है और बाकी भी जल्द भेजें वर्ना गिरफ्तारी करनी पड़ेगी। डर के माहौल में 8 नवंबर से 13 नवंबर तक पीड़ित ने कुल 30,50,023 रुपए ट्रांसफर कर दिए। घटना के बाद बुजुर्ग अधिकारी सदमे में हैं। साइबर थाना NIT ने मामला दर्ज कर लिया है, हालांकि ठगों का अभी कोई सुराग नहीं मिला है।