झज्जर में ड्यूटी पर हेड कॉन्स्टेबल को हार्ट अटैक आया:साथी कर्मचारी उठाकर अस्पताल ले गए, इलाज के दौरान मौत; 2 बच्चों के पिता थे

झज्जर पुलिस लाइन में तैनात एक हेड कॉन्स्टेबल की ड्यूटी के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। बहादुरगढ़ लाइन निवासी दीपक कुमार, पुलिस कमिश्नर डॉ. राजश्री सिंह के पीएसओ के रूप में तैनात थे। रोज की तरह सोमवार को भी वे ड्यूटी पर मौजूद थे, लेकिन कुछ देर बाद उन्हें तेज बेचैनी महसूस हुई। साथियों ने तुरंत उन्हें सिविल अस्पताल झज्जर पहुंचाया, जहां से उन्हें निजी अस्पताल रेफर किया गया। यहां चिकित्सकों ने उन्हें बचाने का हर प्रयास किया, लेकिन उपचार के दौरान ही उन्हें हार्ट अटैक आया और उनकी मौत हो गई। 2 बच्चों के थे पिता दीपक अपने पीछे दो छोटे बच्चों में एक पुत्र और एक पुत्री को छोड़ गए हैं, जो अभी स्कूल जाने की उम्र में हैं। अस्पताल के बाहर मौजूद साथी पुलिसकर्मी, अधिकारी और परिजन इस अचानक घटना को समझ ही नहीं पा रहे थे। कुछ देर पहले तक स्वस्थ दिख रहे दीपक का इस तरह चले जाना सभी के लिए गहरा सदमा था। कई साथी यह कहते सुने गए- दीपक जैसा सच्चा और सरल इंसान बहुत कम मिलता है। अंतिम संस्कार में पहुंची पुलिस कमिश्नर बहादुरगढ़ में उनके अंतिम संस्कार के दौरान पुलिस कमिश्नर डॉ. राजश्री सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। पुलिस सम्मान के साथ सलामी दी गई। पुलिस विभाग ने इस कठिन घड़ी में परिवार को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है। कर्तव्यनिष्ठ, शांत और सरल स्वभाव वाले मुख्य सिपाही दीपक की कमी लंबे समय तक झज्जर पुलिस परिवार को खलती रहेगी।

Nov 24, 2025 - 21:09
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झज्जर में ड्यूटी पर हेड कॉन्स्टेबल को हार्ट अटैक आया:साथी कर्मचारी उठाकर अस्पताल ले गए, इलाज के दौरान मौत; 2 बच्चों के पिता थे
झज्जर पुलिस लाइन में तैनात एक हेड कॉन्स्टेबल की ड्यूटी के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। बहादुरगढ़ लाइन निवासी दीपक कुमार, पुलिस कमिश्नर डॉ. राजश्री सिंह के पीएसओ के रूप में तैनात थे। रोज की तरह सोमवार को भी वे ड्यूटी पर मौजूद थे, लेकिन कुछ देर बाद उन्हें तेज बेचैनी महसूस हुई। साथियों ने तुरंत उन्हें सिविल अस्पताल झज्जर पहुंचाया, जहां से उन्हें निजी अस्पताल रेफर किया गया। यहां चिकित्सकों ने उन्हें बचाने का हर प्रयास किया, लेकिन उपचार के दौरान ही उन्हें हार्ट अटैक आया और उनकी मौत हो गई। 2 बच्चों के थे पिता दीपक अपने पीछे दो छोटे बच्चों में एक पुत्र और एक पुत्री को छोड़ गए हैं, जो अभी स्कूल जाने की उम्र में हैं। अस्पताल के बाहर मौजूद साथी पुलिसकर्मी, अधिकारी और परिजन इस अचानक घटना को समझ ही नहीं पा रहे थे। कुछ देर पहले तक स्वस्थ दिख रहे दीपक का इस तरह चले जाना सभी के लिए गहरा सदमा था। कई साथी यह कहते सुने गए- दीपक जैसा सच्चा और सरल इंसान बहुत कम मिलता है। अंतिम संस्कार में पहुंची पुलिस कमिश्नर बहादुरगढ़ में उनके अंतिम संस्कार के दौरान पुलिस कमिश्नर डॉ. राजश्री सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। पुलिस सम्मान के साथ सलामी दी गई। पुलिस विभाग ने इस कठिन घड़ी में परिवार को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है। कर्तव्यनिष्ठ, शांत और सरल स्वभाव वाले मुख्य सिपाही दीपक की कमी लंबे समय तक झज्जर पुलिस परिवार को खलती रहेगी।