एआईआर-1 वाले छात्रों की संख्या कम होगी:पहली बार नीट में पूछे जेईई मेन के पैटर्न पर फिजिक्स के सवाल, कॉन्सेप्ट वही

नीट का पेपर इस बार काफी मुश्किल बताया जा रहा है। पहली बार जेईई मेन के स्तर के 7-8 सवाल पूछे गए। नीट के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि इंजीनियरिंग एंट्रेंस के सवाल इतनी बड़ी संख्या में पूछे गए हैं। पिछले साल टॉपर्स की ज्यादा संख्या और ग्रेस मार्क्स के कारण एनटीए विवादों में रहा। वहीं हाइएस्ट स्कोर पर टाई ज्यादा रहते थे इस कारण सीट आवंटित करने में भी परेशानी आ रही थी। एक्सपर्ट्स के मुताबिक पेपर इतना लंबा था कि इसे 3 घंटे में पूरा करना किसी भी स्टूडेंट के लिए संभव नहीं था। पिछले 5 साल से पेपर आसान आ रहा था। जिन स्टूडेंट्स ने पिछले 5 साल के पेपर से तैयारी की थी उनके लिए यह काफी टफ था। इस बार सवाल बड़े आए जिन्हें समझने में स्टूडेंट्स को मुश्किल हुई। पहले फिजिक्स में 45 में से 8-10 सवाल लंबे आते थे, अबकी 24 प्रश्न लंबे थे। एक सवाल को तीन से चार बार पढ़ना पड़ रहा था। हालांकि जिन स्टूडेंट्स की रीडिंग हैबिट अच्छी थी, उन्हें फायदा हुआ। फिजिक्स-केमिस्ट्री में कई सवाल पिछले साल के जेईई मेन से लिए गए थे। इस साल राजस्थान में कटऑफ 550-565 के बीच रहने की उम्मीद है। जिनको पढ़ने की आदत, उन्हें फायदा इस बार स्टूडेंट्स की रीडिंग स्किल्स को भी जज किया गया। रीडिंग व एनालिटिकल स्किल्स और साइंटिफिक व लॉजिकल एप्टिट्यूड शामिल रहा। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत कॉम्पिटेंसी बेस्ड सवाल ज्यादा पूछे गए। हालांकि सभी कॉन्सेप्ट एनसीईआरटी से लिए गए थे लेकिन उनकी भाषा बदल दी गई। फिजिक्स में सवाल को कहानीनुमा किया गया । 20 मिनट ज्यादा लगे बायो के पेपर में बॉटनी का पेपर आसान था। वहीं फिजिक्स का पेपर करने में कुछ छात्रों को 2 घंटे तक लगे। ऑर्गेनिक केमिस्ट्री आसान रही लेकिन इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री मुश्किल रही। एक्सपर्ट पीयूष गुप्ता ने बताया कि बायोलॉजी के सवालों को सॉल्व करने में 20 मिनट ज्यादा लग गए। फिजिक्स-केमिस्ट्री में जेईई एडवांस्ड लेवल के प्रश्न पूछे गए। "पेपर लंबा था जिस कारण छात्रों के लिए यह मुश्किल रहा। इसमें वे बच्चे सफल होंगे जिनकी टाइम मैनेजमेंट स्किल्स व मेंटल बैलेंस स्किल्स अच्छी हैं। इस बार पूरे मार्क्स लाना बहुत मुश्किल है। टॉप-20 रैंक इस बार 670-690 मार्क्स के बीच रह सकती है।" -आशीष अरोड़ा, नीट व जेईई एक्सपर्ट

May 6, 2025 - 06:42
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एआईआर-1 वाले छात्रों की संख्या कम होगी:पहली बार नीट में पूछे जेईई मेन के पैटर्न पर फिजिक्स के सवाल, कॉन्सेप्ट वही
नीट का पेपर इस बार काफी मुश्किल बताया जा रहा है। पहली बार जेईई मेन के स्तर के 7-8 सवाल पूछे गए। नीट के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि इंजीनियरिंग एंट्रेंस के सवाल इतनी बड़ी संख्या में पूछे गए हैं। पिछले साल टॉपर्स की ज्यादा संख्या और ग्रेस मार्क्स के कारण एनटीए विवादों में रहा। वहीं हाइएस्ट स्कोर पर टाई ज्यादा रहते थे इस कारण सीट आवंटित करने में भी परेशानी आ रही थी। एक्सपर्ट्स के मुताबिक पेपर इतना लंबा था कि इसे 3 घंटे में पूरा करना किसी भी स्टूडेंट के लिए संभव नहीं था। पिछले 5 साल से पेपर आसान आ रहा था। जिन स्टूडेंट्स ने पिछले 5 साल के पेपर से तैयारी की थी उनके लिए यह काफी टफ था। इस बार सवाल बड़े आए जिन्हें समझने में स्टूडेंट्स को मुश्किल हुई। पहले फिजिक्स में 45 में से 8-10 सवाल लंबे आते थे, अबकी 24 प्रश्न लंबे थे। एक सवाल को तीन से चार बार पढ़ना पड़ रहा था। हालांकि जिन स्टूडेंट्स की रीडिंग हैबिट अच्छी थी, उन्हें फायदा हुआ। फिजिक्स-केमिस्ट्री में कई सवाल पिछले साल के जेईई मेन से लिए गए थे। इस साल राजस्थान में कटऑफ 550-565 के बीच रहने की उम्मीद है। जिनको पढ़ने की आदत, उन्हें फायदा इस बार स्टूडेंट्स की रीडिंग स्किल्स को भी जज किया गया। रीडिंग व एनालिटिकल स्किल्स और साइंटिफिक व लॉजिकल एप्टिट्यूड शामिल रहा। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत कॉम्पिटेंसी बेस्ड सवाल ज्यादा पूछे गए। हालांकि सभी कॉन्सेप्ट एनसीईआरटी से लिए गए थे लेकिन उनकी भाषा बदल दी गई। फिजिक्स में सवाल को कहानीनुमा किया गया । 20 मिनट ज्यादा लगे बायो के पेपर में बॉटनी का पेपर आसान था। वहीं फिजिक्स का पेपर करने में कुछ छात्रों को 2 घंटे तक लगे। ऑर्गेनिक केमिस्ट्री आसान रही लेकिन इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री मुश्किल रही। एक्सपर्ट पीयूष गुप्ता ने बताया कि बायोलॉजी के सवालों को सॉल्व करने में 20 मिनट ज्यादा लग गए। फिजिक्स-केमिस्ट्री में जेईई एडवांस्ड लेवल के प्रश्न पूछे गए। "पेपर लंबा था जिस कारण छात्रों के लिए यह मुश्किल रहा। इसमें वे बच्चे सफल होंगे जिनकी टाइम मैनेजमेंट स्किल्स व मेंटल बैलेंस स्किल्स अच्छी हैं। इस बार पूरे मार्क्स लाना बहुत मुश्किल है। टॉप-20 रैंक इस बार 670-690 मार्क्स के बीच रह सकती है।" -आशीष अरोड़ा, नीट व जेईई एक्सपर्ट