ब्रिटिश तेल एवं ऊर्जा दिग्गज कंपनी बीपी जो ऊर्जा उद्योग में प्रमुख खिलाड़ी है। ब्रिटिश पेट्रोलियम यानी बीपी अपने ब्रांड कैस्ट्रॉल लुब्रिकेंट डिवीजन को बेचने की योजना बना रही है। बीपी ने कैस्ट्रॉल को बेचने के लिए खरीददारों को ढूंढने की शुरुआत कर दी है। कैस्ट्रॉल के जरिए कारों और उद्योगों के लिए लुब्रीकेंट बनाया जाता है।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार अब कैस्ट्रोल को बेचने की तैयारी हो रही है। बीपी ने कैस्ट्रोल के लिए खरीददारों को खोजना शुरू कर दिया है। कई प्रमुख कंपनियों और इन्वेस्टमेंट फर्म ने ये सौदा करने के लिए अपनी रुचि दिखाई है। जिन कंपनियों ने रुचि दिखाई है उसमें मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड भी शामिल है।
कैस्ट्रोल को खरीदने में रुचि दिखाने वाली कंपनियों में अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट और लोन स्टार फंड्स का नाम भी शामिल है। रिपोर्ट की मानें तो इस सौदे में लगभग आठ से 10 अरब अमेरिकी डॉलर की राशि होगी। आगामी कुछ सप्ताह के दौरान बोलियां लगाई जा सकती है। कई कंपनियों संयुक्त पेशकश कर सकती है। बीपी अपने कर्ज को कम करने की योजना के लिए कंपनी को बेच रही है।
फरवरी में ब्रिटिश पेट्रोलियम में घोषणा की थी कि कई संपत्तियों को बेचकर 2027 तक लगभग 20 बिलियन अमेरिकी डॉलर हासिल करना चाहती है। कैस्ट्रॉल को बेचना भी कंपनी की इसी रणनीति का हिस्सा है। कंपनी इस सौदे के बारे में कई खरीददारों के साथ जानकारी साझा कर चुकी है। कंपनी को बेचे जाने की ये प्रक्रिया अभी प्रारंभिक चरण में ही है। इसे लेकर अब तक अंतिम फैसला नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि कैस्ट्रोल को खरीदने की दौड़ में दुनिया की सबसे बड़ी ऊर्जा कंपनी सऊदी अरामको भी हिस्सा ले सकती है। इस खरीददारी में अरामको की ओर से भी प्रस्ताव आ सकता है।
वहीं रिलायंस की बात की जाए तो रिलायंस इंडस्ट्रीज वैश्विक स्तर पर मजबूत स्थिति में है। वैश्विक बाजार में इसकी उपस्थिति मजबूत है। ये लग्जरी स्टोक पार्क होटल और खिलौना कंपनी हैमलेज जैसी ब्रिटेन की प्रॉपर्टी खरीद चुकी है। कंपनी का बिजनेस तेल शोधन, पेट्रोकेमिकल्स, दूरसंचार और खुदरा में भी है।