लाश काे बेटा समझ किया अंतिम संस्कार, अब जिंदा निकला‎:विरोध में परिजनों ने किया था सड़क जाम, 4 लाख का मुआवजा लिया, थानाध्यक्ष हो चुके हैं निलंबित

जिस अज्ञात लाश काे अपना बेटा‎ समझकर परिजनाें ने अंतिम संस्कार कर ‎दिया। परिजनाें ने पुलिस पर लापरवाही ‎का आराेप लगाकर सड़क जाम किया। ‎परिजनाें ने समाज व कल्याण विभाग से‎ 4 लाख रुपए का मुआवजा लिया। SSP जगुनाथ रेड्डी जला रेड्डी ने इस‎ मामले में FIR नहीं करने के ‎आराेप में तत्कालीन थानाध्यक्ष दीपक‎ कुमार काे निलंबित कर दिया। फिर ‎FIR हुई। पांच लाेग नामजद किए ‎गए। दाे निर्दाेष जेल में हैं। वह युवक भाेला राम (17) गुरुवार काे जिंदा‎ निकला। अपने वकील के माध्यम से ‎उसने दरभंगा व्यवहार न्यायालय के ‎SC-ST स्पेशल काेर्ट के जज शैलेंद्र ‎कुमार-1 की अदालत में आत्मसमर्पण‎ किया। फिलहाल अदालती कार्रवाई हाे ‎रही है। गुरुवार काे करीब 10.30 बजे‎ वकील के साथ दरभंगा व्यवहार‎ न्यायालय में भाेला पहुंचा। यह जानकारी ‎मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच ‎गया। मब्बी थानाध्यक्ष सुनील कुमार‎ सूचना मिलते ही सीतामढ़ी से काेर्ट पहुंचे।‎ शाम करीब 6 बजे तक काेर्ट में अदालती‎ प्रक्रिया चल रही थी। तब तक यह तय‎ नहीं हुआ था कि भाेला काे कहां भेजा ‎जाए। नेपाल से लाकर ‎आत्मसमर्पण करवाया भाेला के वकील मुकेश कुमार राय‎ ने बताया कि पांच सात दिन पहले किसी‎ ने भाेला के अपने बड़े भाई धीरज के ‎‎माेबाइल पर फाेन कर कहा कि आपका‎ भाई जिंदा है, ताे धीरज ने कहा कि मेरा‎ भाई भाेला ताे मर गया। उस पर उसने‎ वीडियाे काॅलिंग से भाेला से बात करवाई‎। उसके बाद धीरज नेपाल जाकर उसे ‎लाया। परिजनाें ने उसे वकील के हवाले ‎‎लिया। वकील ने उसे काेर्ट में ‎आत्मसमर्पण करवाया। भाेला ने बस इतना कहा‎ कि उसे भाई ने नेपाल से लाया। सूत्राेंं के ‎‎मुताबिक उसने बताया कि 8 फरवरी काे‎ वह दरभंगा राज परिसर में खेल रहा था।‎ उसी दाैरान दाे लाेग आए। उसके रूमाल ‎‎सुंघा दिया। वह बेहोश हाे गया। हाेश आने‎ पर अपने काे नेपाल में पाया। इस संबंध‎में SSP जगुनाथ रेड्डी जला रेड्डी ने‎ कहा कि अब इस मामले की फिर से‎ जांच होगी। प्रथम दृष्टया गिरफ्तार लाेगाें‎ की संलिप्तता पाई गई थी। उस आधार‎ पर गिरफ्तार हुई। देखते हैं अब जांच में‎ क्या बातें सामने आती हैं। अज्ञात शव को ‎‎भोला बताने वाले पर कानूनी कार्रवाई ‎होगी। राहुल कुमार साह के खिलाफ दर्ज ‎‎मामले की धाराएं भी बदली जाएंगी।‎ क्या था मामला‎ मब्बी थाना कांड संख्या 22/25 के अनुसार मब्बी थाने के सिमरा गांव के जगदेव राम ‎का बेटा भाेला कुमार राम (17) 8 फरवरी काे लापता हाे गया। 26 फरवरी काे बेंता ‎पुलिस ने अल्लपट्टी रेलवे गुमटी के पार ट्रैक से एक जख्मी अवस्था में एक युवक काे‎ पाया। उसे डीएमसीएच में भर्ती करवाया गया। 28 फरवरी की रात उसकी माैत हाे गई।‎ इस अज्ञात लाश काे चेहरे के हिस्से के अनुसार परिजनाें ने अपना मना लिया। इसके ‎विराेध में परिजनाें ने 1 मार्च काे विश्वविद्यालय थाने के आजमनगर दुर्गा मंदिर के समीप‎ लाश काे सड़क पर रखकर हाे हंगामा किया। पुलिस की गाड़ी में ताेड़फाेड़ की।‎ मुआवजा की मांग कर रहे थे। प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारी के आश्वासन पर जाम ‎हटाया गया। परिजनाें काे समाज व कल्याण विभाग की ओर से 4 लाख रुपए का‎ मुआवजा दिया गया। अपना समझ कर अज्ञात लाश का दाह संस्कार कर दिया गया।‎

Apr 18, 2025 - 08:28
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लाश काे बेटा समझ किया अंतिम संस्कार, अब जिंदा निकला‎:विरोध में परिजनों ने किया था सड़क जाम, 4 लाख का मुआवजा लिया, थानाध्यक्ष हो चुके हैं निलंबित
जिस अज्ञात लाश काे अपना बेटा‎ समझकर परिजनाें ने अंतिम संस्कार कर ‎दिया। परिजनाें ने पुलिस पर लापरवाही ‎का आराेप लगाकर सड़क जाम किया। ‎परिजनाें ने समाज व कल्याण विभाग से‎ 4 लाख रुपए का मुआवजा लिया। SSP जगुनाथ रेड्डी जला रेड्डी ने इस‎ मामले में FIR नहीं करने के ‎आराेप में तत्कालीन थानाध्यक्ष दीपक‎ कुमार काे निलंबित कर दिया। फिर ‎FIR हुई। पांच लाेग नामजद किए ‎गए। दाे निर्दाेष जेल में हैं। वह युवक भाेला राम (17) गुरुवार काे जिंदा‎ निकला। अपने वकील के माध्यम से ‎उसने दरभंगा व्यवहार न्यायालय के ‎SC-ST स्पेशल काेर्ट के जज शैलेंद्र ‎कुमार-1 की अदालत में आत्मसमर्पण‎ किया। फिलहाल अदालती कार्रवाई हाे ‎रही है। गुरुवार काे करीब 10.30 बजे‎ वकील के साथ दरभंगा व्यवहार‎ न्यायालय में भाेला पहुंचा। यह जानकारी ‎मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच ‎गया। मब्बी थानाध्यक्ष सुनील कुमार‎ सूचना मिलते ही सीतामढ़ी से काेर्ट पहुंचे।‎ शाम करीब 6 बजे तक काेर्ट में अदालती‎ प्रक्रिया चल रही थी। तब तक यह तय‎ नहीं हुआ था कि भाेला काे कहां भेजा ‎जाए। नेपाल से लाकर ‎आत्मसमर्पण करवाया भाेला के वकील मुकेश कुमार राय‎ ने बताया कि पांच सात दिन पहले किसी‎ ने भाेला के अपने बड़े भाई धीरज के ‎‎माेबाइल पर फाेन कर कहा कि आपका‎ भाई जिंदा है, ताे धीरज ने कहा कि मेरा‎ भाई भाेला ताे मर गया। उस पर उसने‎ वीडियाे काॅलिंग से भाेला से बात करवाई‎। उसके बाद धीरज नेपाल जाकर उसे ‎लाया। परिजनाें ने उसे वकील के हवाले ‎‎लिया। वकील ने उसे काेर्ट में ‎आत्मसमर्पण करवाया। भाेला ने बस इतना कहा‎ कि उसे भाई ने नेपाल से लाया। सूत्राेंं के ‎‎मुताबिक उसने बताया कि 8 फरवरी काे‎ वह दरभंगा राज परिसर में खेल रहा था।‎ उसी दाैरान दाे लाेग आए। उसके रूमाल ‎‎सुंघा दिया। वह बेहोश हाे गया। हाेश आने‎ पर अपने काे नेपाल में पाया। इस संबंध‎में SSP जगुनाथ रेड्डी जला रेड्डी ने‎ कहा कि अब इस मामले की फिर से‎ जांच होगी। प्रथम दृष्टया गिरफ्तार लाेगाें‎ की संलिप्तता पाई गई थी। उस आधार‎ पर गिरफ्तार हुई। देखते हैं अब जांच में‎ क्या बातें सामने आती हैं। अज्ञात शव को ‎‎भोला बताने वाले पर कानूनी कार्रवाई ‎होगी। राहुल कुमार साह के खिलाफ दर्ज ‎‎मामले की धाराएं भी बदली जाएंगी।‎ क्या था मामला‎ मब्बी थाना कांड संख्या 22/25 के अनुसार मब्बी थाने के सिमरा गांव के जगदेव राम ‎का बेटा भाेला कुमार राम (17) 8 फरवरी काे लापता हाे गया। 26 फरवरी काे बेंता ‎पुलिस ने अल्लपट्टी रेलवे गुमटी के पार ट्रैक से एक जख्मी अवस्था में एक युवक काे‎ पाया। उसे डीएमसीएच में भर्ती करवाया गया। 28 फरवरी की रात उसकी माैत हाे गई।‎ इस अज्ञात लाश काे चेहरे के हिस्से के अनुसार परिजनाें ने अपना मना लिया। इसके ‎विराेध में परिजनाें ने 1 मार्च काे विश्वविद्यालय थाने के आजमनगर दुर्गा मंदिर के समीप‎ लाश काे सड़क पर रखकर हाे हंगामा किया। पुलिस की गाड़ी में ताेड़फाेड़ की।‎ मुआवजा की मांग कर रहे थे। प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारी के आश्वासन पर जाम ‎हटाया गया। परिजनाें काे समाज व कल्याण विभाग की ओर से 4 लाख रुपए का‎ मुआवजा दिया गया। अपना समझ कर अज्ञात लाश का दाह संस्कार कर दिया गया।‎