रोहतक में पहलगाम हमले के विरोध में निकाला कैंडल मार्च:एमडीयू के स्टूडेंट ने की नारेबाजी, सरकार से मदद की मांग

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के विरोध में हरियाणा के रोहतक जिले के महम क्षेत्र के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के स्टूडेंट ने कैंडल मार्च निकाला। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की अगुआई में निकाले इस मार्च में सैकड़ों विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। एसएफआई के जिला सचिव अमित पिलाना ने कहा कि यह समय पीड़ितों के साथ खड़े होने और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने का है। आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता उन्होंने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता और यह मानवता का दुश्मन है। पिलाना ने केंद्र सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह हमला सरकार की खुफिया व्यवस्था की विफलता को दर्शाता है। उन्होंने सरकार के इस दावे को भी खारिज किया कि देश में आतंकवाद समाप्त हो गया है। पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त एसएफआई ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। संगठन ने सरकार से पीड़ितों को तत्काल उचित सहायता देने की मांग की। पिलाना ने 2019 के पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद अभी भी सक्रिय है। उन्होंने कहा कि टीआरएफ जैसे आतंकी संगठन पाकिस्तान के समर्थन से क्षेत्र में आतंकी गतिविधियां चला रहे हैं। ये संगठन देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हैं।

Apr 25, 2025 - 14:00
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रोहतक में पहलगाम हमले के विरोध में निकाला कैंडल मार्च:एमडीयू के स्टूडेंट ने की नारेबाजी, सरकार से मदद की मांग
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के विरोध में हरियाणा के रोहतक जिले के महम क्षेत्र के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के स्टूडेंट ने कैंडल मार्च निकाला। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की अगुआई में निकाले इस मार्च में सैकड़ों विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। एसएफआई के जिला सचिव अमित पिलाना ने कहा कि यह समय पीड़ितों के साथ खड़े होने और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने का है। आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता उन्होंने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता और यह मानवता का दुश्मन है। पिलाना ने केंद्र सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह हमला सरकार की खुफिया व्यवस्था की विफलता को दर्शाता है। उन्होंने सरकार के इस दावे को भी खारिज किया कि देश में आतंकवाद समाप्त हो गया है। पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त एसएफआई ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। संगठन ने सरकार से पीड़ितों को तत्काल उचित सहायता देने की मांग की। पिलाना ने 2019 के पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद अभी भी सक्रिय है। उन्होंने कहा कि टीआरएफ जैसे आतंकी संगठन पाकिस्तान के समर्थन से क्षेत्र में आतंकी गतिविधियां चला रहे हैं। ये संगठन देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हैं।