पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले में 26 नागरिकों की मौत के बाद भारतीय सेना द्वारा जवाबी कार्रवाई की संभावना और आशंका से घबराए पाकिस्तान ने भारत के साथ लगती सीमा पर अपनी सेना को तैनात करना शुरू कर दिया है और दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने के कारण अपनी नौसेना को भी तैयार रखा है। 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के 10 दिन बाद यानी 2 मई तक पाक सेना ने दहशत में ही लगभग 5 हजार करोड़ रुपए फूंक डाले। सूत्रों के अनुसार, इस खर्च में हाल में तुर्किये और चीन से खरीदे गए सैन्य साजोसामान शामिल नहीं हैं। सामान्य दिनों में पाक का रोज का सैन्य खर्च लगभग 45 करोड़ रुपए है। इसमें सबसे ज्यादा खर्च फाइटर जेट सॉर्टी (उड़ान) और सैनिकों के मूवमेंट पर किया गया है।
पाकिस्तान ने अपने लगभग 80 जेट्स को फॉरवर्ड एयरबेस पर तैनात किया है। कई एयरस्ट्रिप को फिर से ऑपरेटिव बनाया गया है। साथ ही सेनाओं को एलओसी (नियंत्रण रेखा) पर मूव कराया गया है। पाकिस्तान आर्मी को भारतीय सेना की ओर से सबसे ज्यादा खतरा एलओसी के पास पीओके (पाक के कब्जे वाले कश्मीर) पर चल रहे टेरर कैंपों पर हमले का है। पाकिस्तान की आमर्मी इस थ्योरी पर चल रही है कि भारत की ओर से इन कैंपों को तबाह करने के लिए बड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
हर 6 मिनट में 1 मिलिट्री ट्रेन चला सकती है भारतीय रेलवे
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के सख्त रुख के बीच रेलवे मिलिट्री ट्रेन के परिचालन के लिए तैयार है। रेलवे हर छह मिनट के अंतराल पर सैन्य साजो सामान से लदी ट्रेन चलाने में सक्षम है। आपात स्थिति में यात्री ट्रेनों की टाइमिंग को रो-शेड्यूल या रद्द करने का ब्लू प्रिंट तैयार है। रेलवे के एक अफसर का कहना है कि पाकिस्तान की सीमा से लगे ज्यादातर रेलवे रूट पर परिचालन उत्तर रेलवे करता है। उत्तर रेलवे के तहत पड़ने वाली करीब 9 जगहों से सैन्य साजो सामान और युद्ध सामग्री को लोड अनलोड कर सकते हैं।