पानीपत में रेलवे फाटक पर मिली लावारिस बच्ची:2 माह की है; कंबल में लपेट कर छोड़ा, पास में पड़ी थी दूध की बोतल

हरियाणा के पानीपत शहर में कच्ची काबड़ी फाटक पर एक बच्ची लावारिस पड़ी मिली। वहां से गुजर रहे एक राहगीर युवक ने बच्ची को देखा। जिसने तुरंत बच्ची को गोद में उठाया। इसके बाद मौके पर और राहगीर जुट गए। इसके बाद मामले की सूचना कंट्रोल रूम नंबर डायल 112 पर दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर सभी आवश्यक कार्रवाई करने के बाद बच्ची को सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां उसे उपचार के लिए भर्ती कर लिया गया है। डॉक्टरों की विशेष टीम की निगरानी में बच्ची की जांचें की जा रही है। जिसे मिली बच्ची, बोला- अपनाना चाहता हूं मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार देर रात बच्ची एक राहगीर को कच्ची काबड़ी फाटक पर मिली। यहां पर बैठने वाले बेंच के पास बच्ची को छोड़ा गया था। वह कंबल में लिपटी हुई थी। उसके पास दूध की बोतल भी थी। बच्ची धीमी आवाज में रो रही थी। कंबल हिलता हुआ दिखाई दिया और हल्की रोने की आवाज सुनकर युवक की नजर उस पर पड़ी थी। युवक ने कहा कि वह बच्ची को अपनाना चाहता है। अगर प्रशासन और सरकार इजाजत दें तो वह इस बच्ची की परवरिश करना चाहता है।

Apr 16, 2025 - 11:51
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पानीपत में रेलवे फाटक पर मिली लावारिस बच्ची:2 माह की है; कंबल में लपेट कर छोड़ा, पास में पड़ी थी दूध की बोतल
हरियाणा के पानीपत शहर में कच्ची काबड़ी फाटक पर एक बच्ची लावारिस पड़ी मिली। वहां से गुजर रहे एक राहगीर युवक ने बच्ची को देखा। जिसने तुरंत बच्ची को गोद में उठाया। इसके बाद मौके पर और राहगीर जुट गए। इसके बाद मामले की सूचना कंट्रोल रूम नंबर डायल 112 पर दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर सभी आवश्यक कार्रवाई करने के बाद बच्ची को सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां उसे उपचार के लिए भर्ती कर लिया गया है। डॉक्टरों की विशेष टीम की निगरानी में बच्ची की जांचें की जा रही है। जिसे मिली बच्ची, बोला- अपनाना चाहता हूं मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार देर रात बच्ची एक राहगीर को कच्ची काबड़ी फाटक पर मिली। यहां पर बैठने वाले बेंच के पास बच्ची को छोड़ा गया था। वह कंबल में लिपटी हुई थी। उसके पास दूध की बोतल भी थी। बच्ची धीमी आवाज में रो रही थी। कंबल हिलता हुआ दिखाई दिया और हल्की रोने की आवाज सुनकर युवक की नजर उस पर पड़ी थी। युवक ने कहा कि वह बच्ची को अपनाना चाहता है। अगर प्रशासन और सरकार इजाजत दें तो वह इस बच्ची की परवरिश करना चाहता है।