पति और सौतेले बेटों ने किया था मर्डर, तीनों अरेस्ट:महिला के दोनों पैर काटकर अलग कर दिए; 5 महीने पहले किया था नाता विवाह
लांबाहरिसिंह थाना क्षेत्र में बंद पड़ी खान में 20 दिन पहले मिले महिला के शव को लेकर पुलिस ने आज खुलासा कर दिया। पांच महीने पहले शादी करने वाले पति और उसके दो बेटों ने ही उसको मौत के घाट उतार दिया। पचेवर थानाधिकारी मुकेश चौधरी ने बताया- महिला के मर्डर की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया और संदिग्धों पर नजर रखी गई। महिला के पति व उसके दो बेटों को जांच के दायरे में लेकर कड़ी पूछताछ की गई।मृतक महिला का पति सुखलाल और उसके पुत्र बद्रीलाल तथा राकेश से जब सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पति और उसके सौतेले बेटों ने किया था मर्डर चौधरी ने बताया- आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि महिला का मर्डर गहने लूटने के लिए किया गया। पति और उसके 2 बेटों ने मर्डर के बाद क्रूरता की सारी हदें पार कर दी। महिला की हत्या कर तीनों ने उसके दोनों पैर काट कर अलग कर दिए। और शव व काटकर अलग किए पैरों को कपड़े में बांधकर पोटली को सालों से बंद पड़ी पानी से भरी खान में फेंक दिया। दरअसल 18 अप्रैल को शाम को लांबा हरिसिंह थाना क्षेत्र में नयागांव के पास बंद पड़ी खान में भरे पानी में ग्रामीणों को एक पोटली नजर दिखी थी। उन्हें लगा, पोटली में कुछ तो है, उन्होंने पुलिस को सूचना दी। बाद में लांबाहरिसिंह थानाधिकारी राजकुमार बिरला पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों की मदद से जब पोटली को बाहर निकाला गया तो उसमें महिला का शव मिला। महिला के दोनों पैर कटे हुए थे और पोटली के भीतर ही बंधे हुए थे। शव के साथ करीब 20 किलो वजनी पत्थर भी बंधा हुआ था, जिससे उसे पानी में डुबोया जा सके, लेकिन बॉडी ऊपर आ गई। शव गलने से खराब हो गया था। शव पानी में पड़ा होने से गल गया बॉडी गलने से कोई पहचान नहीं हो पाई। पोस्टमार्टम के लिए मुर्दाघर भेजा गया। पुलिस ने अज्ञात महिला की पहचान के लिए सोशल मीडिया, वॉट्सऐप ग्रुप्स और आसपास के इलाकों में तस्वीरें साझा की। साथ ही घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। जांच के दौरान सामने आया कि मृतका के परिजन गजानंद पुत्र जोशी निवासी स्याह थाना पचेवर हाल सिंधोलिया थाना अराई है। 5 महीने पहले किया था नाता विवाह पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी सुखलाल ने मृतका से करीब पांच महीने पहले नाता विवाह किया था, लेकिन आपसी मनमुटाव के चलते मृतका कुछ समय से उससे अलग रह रही थी। सुखलाल को शक था कि मृतका के पास कीमती चांदी के आभूषण हैं। इसी लालच में उसने अपने पुत्रों के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई और फिर उसका मर्डर कर खान में फेंक दिया। आरोपियों ने मर्डर से पहले शराब पी 12 अप्रैल की रात महिला खाना खाकर अन्य दिनों की तरह घर में सो गई। उसके बाद उसका पति सुखलाल और उसके दोनों बेटों ने एक साथ बैठकर शराब पी और फिर चारपाई पर सो रही महिला को दबोच लिया। उसका मुंह भी बंद कर उसके गहने निकाल लिए। फिर कुल्हाड़ी से उसके दोनों पैर काट कर अलग कर दिए। बाद में पैरों और शरीर को कपड़ों में लपेटकर उसमें 15- 20 किलो का पत्थर बांध दिया। इसके बाद शव को बंद पड़ी पानी से भरी खान में फेंक दिया, ताकि कोई सबूत नहीं बचे। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है और उनके पास से चांदी के आभूषण भी बरामद कर लिए गए हैं। इनपुट:- दिपांशु पाराशर, डिग्गी।
लांबाहरिसिंह थाना क्षेत्र में बंद पड़ी खान में 20 दिन पहले मिले महिला के शव को लेकर पुलिस ने आज खुलासा कर दिया। पांच महीने पहले शादी करने वाले पति और उसके दो बेटों ने ही उसको मौत के घाट उतार दिया। पचेवर थानाधिकारी मुकेश चौधरी ने बताया- महिला के मर्डर की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया और संदिग्धों पर नजर रखी गई। महिला के पति व उसके दो बेटों को जांच के दायरे में लेकर कड़ी पूछताछ की गई।मृतक महिला का पति सुखलाल और उसके पुत्र बद्रीलाल तथा राकेश से जब सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पति और उसके सौतेले बेटों ने किया था मर्डर चौधरी ने बताया- आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि महिला का मर्डर गहने लूटने के लिए किया गया। पति और उसके 2 बेटों ने मर्डर के बाद क्रूरता की सारी हदें पार कर दी। महिला की हत्या कर तीनों ने उसके दोनों पैर काट कर अलग कर दिए। और शव व काटकर अलग किए पैरों को कपड़े में बांधकर पोटली को सालों से बंद पड़ी पानी से भरी खान में फेंक दिया। दरअसल 18 अप्रैल को शाम को लांबा हरिसिंह थाना क्षेत्र में नयागांव के पास बंद पड़ी खान में भरे पानी में ग्रामीणों को एक पोटली नजर दिखी थी। उन्हें लगा, पोटली में कुछ तो है, उन्होंने पुलिस को सूचना दी। बाद में लांबाहरिसिंह थानाधिकारी राजकुमार बिरला पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों की मदद से जब पोटली को बाहर निकाला गया तो उसमें महिला का शव मिला। महिला के दोनों पैर कटे हुए थे और पोटली के भीतर ही बंधे हुए थे। शव के साथ करीब 20 किलो वजनी पत्थर भी बंधा हुआ था, जिससे उसे पानी में डुबोया जा सके, लेकिन बॉडी ऊपर आ गई। शव गलने से खराब हो गया था। शव पानी में पड़ा होने से गल गया बॉडी गलने से कोई पहचान नहीं हो पाई। पोस्टमार्टम के लिए मुर्दाघर भेजा गया। पुलिस ने अज्ञात महिला की पहचान के लिए सोशल मीडिया, वॉट्सऐप ग्रुप्स और आसपास के इलाकों में तस्वीरें साझा की। साथ ही घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। जांच के दौरान सामने आया कि मृतका के परिजन गजानंद पुत्र जोशी निवासी स्याह थाना पचेवर हाल सिंधोलिया थाना अराई है। 5 महीने पहले किया था नाता विवाह पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी सुखलाल ने मृतका से करीब पांच महीने पहले नाता विवाह किया था, लेकिन आपसी मनमुटाव के चलते मृतका कुछ समय से उससे अलग रह रही थी। सुखलाल को शक था कि मृतका के पास कीमती चांदी के आभूषण हैं। इसी लालच में उसने अपने पुत्रों के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई और फिर उसका मर्डर कर खान में फेंक दिया। आरोपियों ने मर्डर से पहले शराब पी 12 अप्रैल की रात महिला खाना खाकर अन्य दिनों की तरह घर में सो गई। उसके बाद उसका पति सुखलाल और उसके दोनों बेटों ने एक साथ बैठकर शराब पी और फिर चारपाई पर सो रही महिला को दबोच लिया। उसका मुंह भी बंद कर उसके गहने निकाल लिए। फिर कुल्हाड़ी से उसके दोनों पैर काट कर अलग कर दिए। बाद में पैरों और शरीर को कपड़ों में लपेटकर उसमें 15- 20 किलो का पत्थर बांध दिया। इसके बाद शव को बंद पड़ी पानी से भरी खान में फेंक दिया, ताकि कोई सबूत नहीं बचे। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है और उनके पास से चांदी के आभूषण भी बरामद कर लिए गए हैं। इनपुट:- दिपांशु पाराशर, डिग्गी।