जानें कौन हैं गुलवीर सिंह? जिन्होंने एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत को दिलाया पहला गोल्ड मेडल

एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में भारतीय एथलीट्स छा गए हैं। इस कड़ी में भारत को पहला गोल्ड मेडल उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के रहने वाले गुलवीर सिंह ने दिलाया। गुलवीर ने दक्षिण कोरिया के गुमी शहर में आयोजित हो रही एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में  पुरुषों की 10,000 मीटर रेस में 28 मिनट 38.63 सेकंड का बेहतरीन समय निकालते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया। बता दें कि, ये चैंपियनशिप में भारत का पहला गोल्ड है।  अलीगढ़ जिले के सिरसा गांव में हैं, जहां गुलवीर सिंह एक साधारण किसान परिवार से आते हैं। उनके पिता पप्पू सिंह खेती करते हैं और बेटा आज देश के लिए गोल्ड लाया है। गुलवीर की सफलता देखकर परिजनों के आंखों में खुशी के आंसू थे। गुरवीर के भाई मोनू ने बताया कि हमें सोशल मीडिया से पता चला कि भाई ने गोल्ड मेडल जीता है। जब वीडियो देखी तो यकीन ही नहीं हुआ पूरा गांव खुशी से झूम उठा है। गुलवीर की मेहनत काबिले तारीफ है। वो हर दिन सुबह 4 बजे दौड़ की शुरुआत करता था आज उसी मेहनत ने उसे इस मुकाम तक पहुंचाया है।  Gulveer Singh wins his second ???? of the Asian Athletics Championships. He goes clear of the field and powers home on the final lap to win the men's 5000m with a time of 13.24.78. Gulveer had also won the men's 10000m on the first day of the Asian C'ships. pic.twitter.com/wCQ2W1RsW2— jonathan selvaraj (@jon_selvaraj) May 30, 2025

May 31, 2025 - 14:45
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जानें कौन हैं गुलवीर सिंह? जिन्होंने एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत को दिलाया पहला गोल्ड मेडल

एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में भारतीय एथलीट्स छा गए हैं। इस कड़ी में भारत को पहला गोल्ड मेडल उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के रहने वाले गुलवीर सिंह ने दिलाया। गुलवीर ने दक्षिण कोरिया के गुमी शहर में आयोजित हो रही एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में  पुरुषों की 10,000 मीटर रेस में 28 मिनट 38.63 सेकंड का बेहतरीन समय निकालते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया। बता दें कि, ये चैंपियनशिप में भारत का पहला गोल्ड है। 

 अलीगढ़ जिले के सिरसा गांव में हैं, जहां गुलवीर सिंह एक साधारण किसान परिवार से आते हैं। उनके पिता पप्पू सिंह खेती करते हैं और बेटा आज देश के लिए गोल्ड लाया है। गुलवीर की सफलता देखकर परिजनों के आंखों में खुशी के आंसू थे। 

गुरवीर के भाई मोनू ने बताया कि हमें सोशल मीडिया से पता चला कि भाई ने गोल्ड मेडल जीता है। जब वीडियो देखी तो यकीन ही नहीं हुआ पूरा गांव खुशी से झूम उठा है। गुलवीर की मेहनत काबिले तारीफ है। वो हर दिन सुबह 4 बजे दौड़ की शुरुआत करता था आज उसी मेहनत ने उसे इस मुकाम तक पहुंचाया है।