जहां संकट, वहीं मुख्यमंत्री*
जहां संकट, वहीं मुख्यमंत्री*
 
                                *जहां संकट, वहीं मुख्यमंत्री*
धराली हो या पौड़ी गढ़वाल – *जहां भी संकट की पुकार आई, मुख्यमंत्री धामी वहां सबसे पहले पहुँचे।* उन्होंने न सिर्फ़ अफसरों के साथ समीक्षा की, बल्कि *प्रभावित लोगों से सीधे संवाद किया,* उन्हें ढांढस बंधाया। खासकर नैठा बाजार, सैंजी गांव और बांकुड़ा क्षेत्र के दौरे के दौरान *माताओं-बहनों से मिलते वक्त कई लोग अपने आँसुओं को रोक नहीं सके* मुख्यमंत्री ने उन्हें भाई और बेटे की तरह आश्वासन दिया कि “सरकार आपके साथ खड़ी है, मैं खुद आपके बीच हूं।”
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 


 
                                                                                                                                             
                                                                                                                                             
                                                                                                                                            

 
                                             
                                             
                                             
                                            