जमुई में विज्ञान-गणित शिक्षकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण:9वीं और 10वीं के 60 शिक्षक हुए शामिल, घरेलू सामग्री से प्रयोग कराने की विधि सिखाई

जमुई के गिद्धौर स्थित जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में तीन दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हुआ। राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद, बिहार और भारतीय विज्ञान अनुसंधान संस्थान, पुणे के संयुक्त तत्वावधान में यह कार्यक्रम 22 से 24 मई तक चला। कार्यक्रम में जिले के विभिन्न विद्यालयों से कक्षा 9वीं और 10वीं के विज्ञान और गणित विषय के 60 शिक्षक शामिल हुए। शिक्षकों को सरल और व्यावहारिक शिक्षण विधियां सिखाई गईं। इससे वे विद्यार्थियों को जटिल विषयों को आसानी से समझा सकेंगे। प्रशिक्षण में घरेलू वस्तुओं और कम लागत वाली सामग्री से प्रयोग कराने की विधियां बताई गईं। यह विशेष रूप से उन सरकारी विद्यालयों के लिए उपयोगी है, जहां प्रयोगशालाएं और आवश्यक रसायन उपलब्ध नहीं हैं। बच्चों को रचनात्मक तरीके से बच्चों को समझाया जाएगा कृत्यानंद विद्यालय की शिक्षिका शोभा सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण में बुनियादी वैज्ञानिक अवधारणाओं को प्रयोगों के माध्यम से समझाने की विधि सिखाई गई। उन्होंने बताया कि सीमित संसाधनों में भी रचनात्मकता से बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा सकती है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अभियंत्रण और गणित शिक्षा में नवाचार को बढ़ावा देना था। प्रशिक्षण के बाद सभी शिक्षक नई शिक्षण विधियों के साथ अपने विद्यालय लौटे।

May 24, 2025 - 17:07
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जमुई में विज्ञान-गणित शिक्षकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण:9वीं और 10वीं के 60 शिक्षक हुए शामिल, घरेलू सामग्री से प्रयोग कराने की विधि सिखाई
जमुई के गिद्धौर स्थित जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में तीन दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हुआ। राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद, बिहार और भारतीय विज्ञान अनुसंधान संस्थान, पुणे के संयुक्त तत्वावधान में यह कार्यक्रम 22 से 24 मई तक चला। कार्यक्रम में जिले के विभिन्न विद्यालयों से कक्षा 9वीं और 10वीं के विज्ञान और गणित विषय के 60 शिक्षक शामिल हुए। शिक्षकों को सरल और व्यावहारिक शिक्षण विधियां सिखाई गईं। इससे वे विद्यार्थियों को जटिल विषयों को आसानी से समझा सकेंगे। प्रशिक्षण में घरेलू वस्तुओं और कम लागत वाली सामग्री से प्रयोग कराने की विधियां बताई गईं। यह विशेष रूप से उन सरकारी विद्यालयों के लिए उपयोगी है, जहां प्रयोगशालाएं और आवश्यक रसायन उपलब्ध नहीं हैं। बच्चों को रचनात्मक तरीके से बच्चों को समझाया जाएगा कृत्यानंद विद्यालय की शिक्षिका शोभा सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण में बुनियादी वैज्ञानिक अवधारणाओं को प्रयोगों के माध्यम से समझाने की विधि सिखाई गई। उन्होंने बताया कि सीमित संसाधनों में भी रचनात्मकता से बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा सकती है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अभियंत्रण और गणित शिक्षा में नवाचार को बढ़ावा देना था। प्रशिक्षण के बाद सभी शिक्षक नई शिक्षण विधियों के साथ अपने विद्यालय लौटे।