घरौंडा कॉलेज में मेडिटेशन ट्रेनिंग की शुरुआत के लिए समझौता:स्टूडेंट को मिलेंगे ध्यान के सेशन, मानसिक और भावनात्मक विकास की दिशा

करनाल जिले के घरौंडा स्थित राजकीय कन्या महाविद्यालय और हार्ट फुलनेस इंस्टीट्यूट करनाल के बीच एक एमओयू साइन किया गया। इस एमओयू का उद्देश्य कॉलेज की स्टूडेंट को ध्यान (मेडिटेशन) और आत्मविश्वास से संबंधित नियमित ट्रेनिंग देना है, जिससे वे न केवल पढ़ाई में बल्कि अपने व्यक्तिगत जीवन में भी मानसिक रूप से मजबूत बन सकें। प्राचार्या ने किए हस्ताक्षर समझौते पर कॉलेज की प्राचार्या डॉ. कमलेश रानी ने हस्ताक्षर किए। उन्होंने बताया कि इस पहल के तहत स्टूडेंट और स्टाफ के लिए नियमित रूप से मेडिटेशन ट्रेनिंग सेशन आयोजित किए जाएंगे। यह ट्रेनिंग छात्रों के तनाव को कम करने, एकाग्रता बढ़ाने और सकारात्मक सोच विकसित करने में सहायक होगी। मेलजोल की भावना मजबूत करना उद्देश्य हार्ट फुलनेस इंस्टीट्यूट सेंटर करनाल के कोऑर्डिनेटर अतुल कुमार जैन ने बताया कि इस ट्रैनिंग का उद्देश्य स्टूडेंट में आंतरिक शांति, आत्मनियंत्रण और आपसी मेलजोल की भावना को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में युवाओं के लिए मानसिक संतुलन बनाए रखना बेहद जरूरी हो गया है और यह पहल इसी दिशा में एक सकारात्मक कदम है। कॉलेज टीचर और स्टाफ सदस्य रहे शामिल समझौता कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय की इंटर्नशिप सुपरवाइज़र डॉ. श्रुति, इंटर्नशिप कोऑर्डिनेटर पूजा रानी, डॉ. अनुप्रिया, रेनू कुमारी, टीचर इंचार्ज डॉ. मीतू चावला, डॉ. हितेन्द्र कुमार और संदीप कुमार भी उपस्थित रहे। सभी ने इस सहयोगात्मक पहल की सराहना की और आशा जताई कि इससे स्टूडेंट को मानसिक शांति के साथ-साथ सामाजिक समरसता का भी अनुभव होगा। स्टूडेंट के लिए भविष्य में खुलेंगे नए रास्ते प्राचार्या कमलेश रानी ने बताया कि इस तरह के मेडिटेशन सेशन छात्राओं को प्रतिस्पर्धा के इस दौर में मानसिक रूप से तैयार करेंगे। साथ ही उनके व्यक्तित्व विकास में भी मददगार होंगे। आने वाले समय में इस कार्यक्रम को और विस्तार देने की योजना भी बनाई जा रही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट इसका लाभ उठा सकें।

May 24, 2025 - 17:06
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घरौंडा कॉलेज में मेडिटेशन ट्रेनिंग की शुरुआत के लिए समझौता:स्टूडेंट को मिलेंगे ध्यान के सेशन, मानसिक और भावनात्मक विकास की दिशा
करनाल जिले के घरौंडा स्थित राजकीय कन्या महाविद्यालय और हार्ट फुलनेस इंस्टीट्यूट करनाल के बीच एक एमओयू साइन किया गया। इस एमओयू का उद्देश्य कॉलेज की स्टूडेंट को ध्यान (मेडिटेशन) और आत्मविश्वास से संबंधित नियमित ट्रेनिंग देना है, जिससे वे न केवल पढ़ाई में बल्कि अपने व्यक्तिगत जीवन में भी मानसिक रूप से मजबूत बन सकें। प्राचार्या ने किए हस्ताक्षर समझौते पर कॉलेज की प्राचार्या डॉ. कमलेश रानी ने हस्ताक्षर किए। उन्होंने बताया कि इस पहल के तहत स्टूडेंट और स्टाफ के लिए नियमित रूप से मेडिटेशन ट्रेनिंग सेशन आयोजित किए जाएंगे। यह ट्रेनिंग छात्रों के तनाव को कम करने, एकाग्रता बढ़ाने और सकारात्मक सोच विकसित करने में सहायक होगी। मेलजोल की भावना मजबूत करना उद्देश्य हार्ट फुलनेस इंस्टीट्यूट सेंटर करनाल के कोऑर्डिनेटर अतुल कुमार जैन ने बताया कि इस ट्रैनिंग का उद्देश्य स्टूडेंट में आंतरिक शांति, आत्मनियंत्रण और आपसी मेलजोल की भावना को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में युवाओं के लिए मानसिक संतुलन बनाए रखना बेहद जरूरी हो गया है और यह पहल इसी दिशा में एक सकारात्मक कदम है। कॉलेज टीचर और स्टाफ सदस्य रहे शामिल समझौता कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय की इंटर्नशिप सुपरवाइज़र डॉ. श्रुति, इंटर्नशिप कोऑर्डिनेटर पूजा रानी, डॉ. अनुप्रिया, रेनू कुमारी, टीचर इंचार्ज डॉ. मीतू चावला, डॉ. हितेन्द्र कुमार और संदीप कुमार भी उपस्थित रहे। सभी ने इस सहयोगात्मक पहल की सराहना की और आशा जताई कि इससे स्टूडेंट को मानसिक शांति के साथ-साथ सामाजिक समरसता का भी अनुभव होगा। स्टूडेंट के लिए भविष्य में खुलेंगे नए रास्ते प्राचार्या कमलेश रानी ने बताया कि इस तरह के मेडिटेशन सेशन छात्राओं को प्रतिस्पर्धा के इस दौर में मानसिक रूप से तैयार करेंगे। साथ ही उनके व्यक्तित्व विकास में भी मददगार होंगे। आने वाले समय में इस कार्यक्रम को और विस्तार देने की योजना भी बनाई जा रही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट इसका लाभ उठा सकें।