गुरुग्राम में चूहे के पिंजरे में फंसा कोबरा:वन्यजीव प्रेमी ने सुरक्षित रेस्क्यू किया, अरावली के जंगल में छोड़ा
गुरुग्राम के गाड़ौली कला गांव में एक ग्रामीण द्वारा चूहों को पकड़ने के लिए लगाए गए पिंजरे में एक जहरीला कोबरा फंस गया। यह घटना आज (बुधवार) की ही की बताई जा रही है। ग्रामीण ने रोजाना की तरह अपने घर के आसपास चूहों को पकड़ने के लिए लोहे का पिंजरा लगाया था। जब उसने पिंजरे में हलचल देखी और करीब जाकर देखा, तो उसके होश उड़ गए। पिंजरे में चूहा नहीं, बल्कि लगभग 5 फीट लंबा एक स्पेक्टिकल्ड कोबरा फंसा हुआ था। ग्रामीण ने तुरंत इलाके के वन्यजीव प्रेमी अनिल गंडास को इसकी जानकारी दी। अनिल पिछले कई वर्षों से गुरुग्राम और आसपास के क्षेत्रों में सांपों को सुरक्षित रेस्क्यू करने का काम कर रहे हैं। सूचना मिलते ही अनिल गंडास मौके पर पहुंचे। उन्होंने पूरी सावधानी बरतते हुए कोबरा को पिंजरे से बाहर निकाला। उन्होंने बताया कि कोबरा अच्छी स्थिति में था। रेस्क्यू करके जंगल में छोड़ा कोबरा रेस्क्यू के बाद कोबरा को सुरक्षित रूप से अरावली के जंगल में छोड़ दिया गया। अनिल गंडास ने ग्रामीणों से अपील की कि यदि उनके आसपास कोई वन्यजीव या सांप दिखाई दे तो खुद जोखिम न लें, बल्कि तुरंत वन्यजीव विभाग या प्रशिक्षित रेस्क्यूअर को सूचित करें। गौरतलब है कि गुरुग्राम के ग्रामीण इलाकों में बारिश के मौसम के बाद ऐसे मामलों में वृद्धि देखी जाती है। अरावली क्षेत्र के नजदीक बसे गाँवों में अक्सर सांप, विशेषकर कोबरा और रैट स्नेक, भोजन की तलाश में घरों के आस-पास पहुंच जाते हैं। अनिल गंडास का कहना है कि ऐसे में डरने के बजाय समझदारी से पेश आना ही सबसे सही कदम है। इस घटना ने एक बार फिर वन्यजीव संरक्षण के लिए जागरूकता और स्थानीय स्तर पर त्वरित कार्रवाई के महत्व को उजागर किया है।



