करणी माता मंदिर पहुंचे पीएम मोदी, जानिए क्यों खास है सरहदी जिले में बना यह मंदिर?
PM Modi in Biknar : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह राजस्थान के बीकानेर में सीमा पर स्थित करणी माता मंदिर पहुंचे। पाकिस्तान ने हाल ही में इस मंदिर पर हमले का प्रयास किया था। स्थानीय लोगों का विश्वास है कि मां करणी की कृपा से पाकिस्तान की मिसाइलें ...

PM Modi in Biknar : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह राजस्थान के बीकानेर में सीमा पर स्थित करणी माता मंदिर पहुंचे। पाकिस्तान ने हाल ही में इस मंदिर पर हमले का प्रयास किया था। स्थानीय लोगों का विश्वास है कि मां करणी की कृपा से पाकिस्तान की मिसाइलें लक्ष्य से भटक गई। बीकानेर के देशनोक में स्थित करणी माता मंदिर, दुनियाभर में 'चूहों के एकमात्र मंदिर' के नाम से भी प्रसिद्ध है।
इसे 19वी शताब्दी में महाराजा गंगा सिंह द्वारा बनवाया गया था। मुगल शैली में डिजाइन किए गए इस मंदिर को बनाने में संगमरमर के पत्थरों का उपयोग किया गया है। यह मंदिर उन 20 हजार काले और कुछ सफेद चूहों के लिए प्रसिद्ध है, जो इसी मंदिर में रहते है और पूजनीय है। यहां चूहों को पवित्र माना जाता है और इन्हें "कब्बा" कहा जाता है। बहुत से लोग दूर-दूर से इस मंदिर में चूहों के प्रति सम्मान व्यक्त करने और अपनी इच्छाओं को वास्तविकता के रूप में प्राप्त करने के लिए आते हैं।
इस मंदिर का मुख्य द्वार ठोस चांदी से बना हुआ है। मंदिर के भीतर भी अन्य कई चांदी के दरवाजे स्थित है, जिनपर इस मंदिर के इतिहास से जुड़ी कलाकृतियां अंकित है। देवी का मंदिर आतंरिक गर्भगृह में है। साल 1999 में हैदराबाद के जौहरी कुन्दलाल वर्मा के सहयोग से इस मंदिर को और अधिक सजाया गया तथा संगमरमर की नक्काशी और चांदी के चूहे भी उनके द्वारा मंदिर को दान किए गए।
क्या है मंदिर की रोचक कहानी?#WATCH | Bikaner, Rajasthan: Prime Minister Narendra Modi visits and offers prayers at the Karni Mata temple in Deshnoke.
(Source: ANI/DD) pic.twitter.com/soECZE3pMF — ANI (@ANI) May 22, 2025
स्थानीय लोककथाओं के अनुसार , एक बार 20 हजार सैनिकों की फौज किसी युद्ध से पीठ दिखाकर देशनोक गांव भाग आई। जब करणी माता को इस बात का पता चला कि ये सैनिक युद्ध में पीठ दिखाकर यहां आए हैं, तो माता ने उन सभी सैनिकों को दण्डस्वरुप चूहों में बदल दिया। सैनिकों ने भी बदले में कृतज्ञता व्यक्त की और देवी से हमेशा उनकी सेवा करने का वादा किया। आपको सभी चूहों में से कुछ सफेद चूहे भी मिल सकते हैं, जिनके बारे में माना जाता है कि वे स्वयं करणी माता और उनके चार पुत्र हैं।
एक अन्य किंवदंती कहती है कि एक बार करणी माता का सौतेला पुत्र लक्ष्मण पानी पीने के दौरान कोलायत तहसील के कपिल सरोवर नामक तालाब में डूब गए थे। माता ने मृत्यु के देवता यम से उन्हें जीवनदान देने के लिए प्रार्थना की, जिसे यम ने पहले मना कर दिया और बाद में लक्ष्मण और माता के सभी नर बच्चों को चूहों के रूप में पुनर्जन्म की अनुमति दी।
मंदिर का निर्माण 20 वीं शताब्दी की शुरुआत में पूरा हुआ था। यह मंदिर इसकी पौराणिक और लोककथाओं के लिए बहुत प्रसिद्ध है। मंदिर को उच्च आस्था का स्थान भी माना जाता है जहां लोग देवी का आशीर्वाद लेने आते हैं। यह भी माना जाता है कि अगर किसी चूहे को मार दिया जाए तो उसे चांदी के चूहे से बदल दिया जाना चाहिए।
edited by : Nrapendra Gupta