एसएसपी ने अपनी कुशल रणनीति का मनवाया लोहा

एसएसपी ने अपनी कुशल रणनीति का मनवाया लोहा

Sep 23, 2024 - 06:50
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एसएसपी ने अपनी कुशल रणनीति का मनवाया लोहा

*एसएसपी ने अपनी कुशल रणनीति का मनवाया लोहा...*

*21 साल से लगातार फरार चल रहे अपराधी को पहुंचाया सलाखों के पीछे ..*

*एसएसपी उधम सिंह नगर का महिला-बाल अपराधियों को कड़ा संदेश ...*

*कहीं भी छुपा हो अपराधी ढूंढ ही लाएगी पुलिस ...*

*कोतवाली किच्छा क्षेत्र में नाबालिग के अपहरण के पिछले 21 वर्षों से फरार ₹ 25 हजार के इनामी, वांछित/ मफरूर अभियुक्त को ऊधमसिंहनगर पुलिस ने बिहार बॉर्डर से किया गया गिरफ्तार*

*एसएसपी ऊधम सिंह नगर द्वारा पुलिस टीम हेतु की गई 2500 रुपए के ईनाम की घोषणा।*

        दिनांक 12 मार्च 2003 को वादी श्री विजेंद्र पुत्र रामसुंदर मूल निवासी गांव सेलोर थाना गोधनी जिला सिवान बिहार हाल निवासी चूकटी देवरिया थाना किच्छा उधम सिंह नगर ने थाने पर आकर तहरीर दी कि मेरी पुत्री नाबालिक जो 13 वर्ष की है, प्राथमिक विद्यालय ग्राम चुकटी देवरिया में कक्षा 3 में पढ़ती है और रोज की तरह स्कूल गई थी और शाम को घर वापस नहीं लौटी है । खोजबीन करने पर पता चला कि उसकी पुत्री को सुरेंद्र महतो पुत्र सरल महत्व मूल निवासी थाना महुआ थाना बरमटियागंज जिला बिहार बहला फुसलाकर ले गया है। मेरी सूचना दर्ज कर पुत्री को बरामद करके दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई किए जाने बाबत अंतर्गत धारा 363/ 366 आईपीसी मुकदमा पंजीकृत किया गया।

        विवेचना के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आए की अभियुक्त सुरेंद्र महतो और उसके छोटे भाई छोटेलाल द्वारा नाबालिग का अपहरण किया तथा इस पर वर्ष 2004 में अभियुक्त छोटेलाल को गिरफ्तार कर पुलिस द्वारा जेल भेजा गया था तथा तभी से अभियुक्त सुरेंद्र महतो लगातार फरार चल रहा था व पुलिस गिरफ्तारी से बच रहा था । 

       दिनांक 14 अक्टूबर 2004 को अभियुक्त सुरेंद्र महतो को माननीय न्यायालय द्वारा मफ़रूर घोषित किया गया तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उधमसिंहनगर महोदय द्वारा अभियुक्त की गिरफ्तारी पर ₹500/- का नगद इनाम घोषित किया गया था। 

      वर्ष 2004 से लेकर वर्तमान तक जनपद उधम सिंह नगर से कई बार पुलिस टीम अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु बिहार व उत्तर प्रदेश भेजी गई थी किंतु बार-बार अभियुक्त पुलिस गिरफ्तारी से बचकर भागने में सफल हो जा रहा था। 

   श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा पिछले 21 वर्षों से लगातार फरार चल रहे अभियुक्त की गिरफ्तारी पर स्वयं संज्ञान लेकर रु 500/- से ₹25000 का इनाम बढ़ाया और वांछित अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए स्वयं टीम गठित की। 

      श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा, श्रीमान पुलिस अधीक्षक नगर और क्षेत्राधिकारी सितारगंज महोदय के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक किच्छा महोदय के निर्देशन में लगातार प्रयास करते हुए बिहार राज्य, उत्तर प्रदेश राज्य और झारखंड राज्य ,छत्तीसगढ़ राज्य जहां भी अभियुक्त के छुपने की संभावना थी वहां जाकर अभियुक्त को तलाश करने का प्रयास किया और सभी राज्यों की पुलिस व मुखबिरों को इस बारे में जानकारी दी।।

      टीम अभियुक्त की तलाश में दिनांक 21 सितंबर 2024 को उत्तर प्रदेश राज्य के गोरखपुर जिले में मामूर थी कि तभी टीम को फरार अभियुक्त सुरेंद्र महतो के बारे में सूचना मिली कि अभियुक्त सुरेंद्र महतो देवरिया जिले में छिपकर रह रहा है । मूखबीर की सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए टीम द्वारा अभियुक्त को ग्राम चंदौली थाना सुरौली जनपद देवरिया उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया । 

      अभियुक्त ने पूछताछ पर अपने जुर्म की स्वीकारोक्ति करते हुए बताया कि साहब जब मैंने यह अपराध किया था तो उस समय मेरी उम्र 40 साल के लगभग थी। मेरे छोटे भाई के कहने पर मेरे से यह गलती हुई थी। मैं किच्छा में चुटकी देवरिया में ठेकेदारी का काम करता था। तब हम दोनों एक नाबालिक लड़की लेकर बिहार भाग गए थे । उसके बाद में बिहार से झारखंड में जाकर छिप गया था । वहां मैं धान रोपने का काम करता था फिर काफी समय में गोरखपुर भी छुप कर रहा और अब मैं देवरिया में दिहाड़ी मजदूरी का काम कर रहा था। इतने साल बीत गए तो मुझे लगा कि पुलिस अब मुझे कभी गिरफ्तार नहीं कर पाएगी।