आनंदपुरी में नवकार महामंत्र का आयोजन:मुनि बोले–भगवान महावीर जन–जन के, कलयुग में जाप करने वाले को मिलती सिद्धी
विश्व नवकार महामंत्र दिवस के मौके पर जैन सोशल ग्रुप कानपुर परिवार की ओर से नवकार महामंत्र का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जैन समुदाय के लोगों ने विद्या भवन आनंदपुरी में एकत्रित होकर नवकार महामंत्र का जाप किया। यह आयोजन न केवल कानपुर में बल्कि पूरे विश्व के 108 देशों में भी किया गया। नवकार से वास्ता हो मोक्ष की मंजिल दूर नही कार्यक्रम की शुरुआत गुरुवंदना से की गई। जिसके बाद राष्ट्र संत नम्र मुनि महाराज के शिष्य पियूष मुनि महाराज ने भक्तों को नवकार मंत्र का जाप कराया। मुनि डॉ. संयमरत्न विजय और मुनि भुवनरत्न विजय ने कहा कि आस्था का रास्ता समीचीन हो और नवकार से वास्ता हो तो मोक्ष की मंजिल दूर नहीं। उन्होंने कहा कि कलयुग में जो जितना ज्यादा जाप करता है, उसे उतनी ही जल्दी सिद्धी की प्राप्ति होती है। ऊंची आवाज में किया गया जाप भाष्य जाप व बिना आवाज के किया गया जाप उपांशु जाप है और मन में किया गया जाप मानस जप है। नवकार की नाव से उतरते ही जीव तनाव में आ जाता है। अपना-पराया का नहीं था भेद भगवान महावीर सिर्फ जैनों के ही नहीं बल्कि जन–जन के थे। उनके जीवन में अपना–पराया का कोई भेद नहीं था। महावीर स्वामी के अहिंसा, अनेकांतवाद व कर्मवाद जैसे सिद्धांतों को समझने और उनके व्यापाक प्रचार–प्रसार पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।
