Weather Update : असम में बाढ़ और भूस्खलन से तबाही, 7 लाख लोग प्रभावित, मृतकों की संख्या 19 हुई
Assam weather update News : असम में बाढ़ के कारण स्थिति बृहस्पतिवार को भी गंभीर बनी रही और 21 जिलों में करीब 7 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य में प्रमुख नदियों का जल स्तर बढ़ रहा है। कुछ नदियां लाल निशान से ऊपर बह रही हैं। बाढ़ व भूस्खलन से मरने ...

Assam weather update News : असम में बाढ़ के कारण स्थिति बृहस्पतिवार को भी गंभीर बनी रही और 21 जिलों में करीब 7 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य में प्रमुख नदियों का जल स्तर बढ़ रहा है। कुछ नदियां लाल निशान से ऊपर बह रही हैं। बाढ़ व भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है और बुधवार को 2 लोगों की मौत की खबर है तथा कछार जिले में एक व्यक्ति लापता है। बाढ़ से 1,494 गांव प्रभावित हैं, जिनमें सबसे अधिक श्रीभूमि में 339 गांव, नागांव में 189, कछार में 166 और हैलाकांडी जिलों में 156 गांव शामिल हैं।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि राज्य में प्रमुख नदियों का जल स्तर बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि बाढ़ व भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है और बुधवार को दो लोगों की मौत की खबर है तथा कछार जिले में एक व्यक्ति लापता है।
ALSO READ: विनाशकारी बाढ़ से असम अस्त व्यस्त, गौरव गोगोई के निशाने पर हिमंता सरकार
अधिकारियों ने बताया कि राज्यभर में ब्रह्मपुत्र समेत नौ प्रमुख नदियां जबकि बराक नदी कछार जिले में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और इसकी सहायक नदियों का जल स्तर भी बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि कुछ नदियां लाल निशान से ऊपर बह रही हैं।
बाढ़ से 1494 गांव प्रभावित : मौजूदा समय में बाढ़ से 1,494 गांव प्रभावित हैं, जिनमें सबसे अधिक श्रीभूमि में 339 गांव, नागांव में 189, कछार में 166 और हैलाकांडी जिलों में 156 गांव शामिल हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के बुलेटिन के अनुसार, श्रीभूमि सबसे अधिक प्रभाव पड़ा है, क्योंकि यहां की 2,59,601 आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है जबकि हैलाकांडी में 1,72,439 और नागांव में 1,02,716 लोग पानी भर जाने की समस्या से जूझ रहे हैं।
बुलेटिन में बताया गया कि अब तक कुल 14977.99 हेक्टेयर फसल क्षेत्र बाढ़ से जलमग्न हो गया है और करीब 5,15,737 मवेशी प्रभावित हुए हैं। जिला अधिकारियों ने 405 राहत शिविर स्थापित किए हैं, जहां 41,317 लोगों ने शरण ली है। उन्होंने 1,12,324 राहत वितरण केंद्र भी स्थापित किए हैं। राज्य के विभिन्न हिस्सों से सड़कों, पुलों, शैक्षणिक संस्थानों, आंगनवाड़ी केंद्रों, बिजली के खंभों और अन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचने की खबरें आई हैं।
प्रभावित जिलों में हैलाकांडी, डिब्रूगढ़, मोरीगांव, होजई, कामरूप, नागांव, गोलाघाट, बिवनाथ, कछार, श्रीभूमि, सोनितपुर, लखीमपुर, दरांग, बारपेटा, गोलपाड़ा, दक्षिण सलमारा, कार्बी आंगलोंग पश्चिम, दीमा हसाओ, शिवसागर, कामरूप (मेट्रो) और धेमाजी शामिल हैं।
ALSO READ: असम में बिजली दरों में होगी 1 रुपए प्रति यूनिट की कटौती, सीएम सरमा ने की घोषणा
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के प्रवक्ता ने बताया कि रेलवे पटरियों पर जलभराव के कारण दक्षिणी असम के विभिन्न हिस्सों, खासकर सिलचर में ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई हैं। प्रवक्ता ने बताया कि रेलवे कर्मी पटरियों को साफ करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कुछ छोटी दूरी की यात्री ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं लेकिन लंबी दूरी की ट्रेनें चल रही हैं।
मुख्यमंत्री हिमंत ने किया प्रभावित क्षेत्रों का दौरा : मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने उत्तरी गुवाहाटी में बाढ़ प्रभावित शहरी क्षेत्रों का दौरा किया और बढ़ते जल स्तर के प्रभाव से जूझ रहे लोगों से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, मैंने उत्तरी गुवाहाटी में बाढ़ से प्रभावित लोगों से मुलाकात की। हमने उन्हें आश्रय गृहों में रखा है और सुनिश्चित किया है कि उन्हें सभी सुविधाएं उपलब्ध हों। मुख्यमंत्री ने कहा, आने वाले दिनों में हम प्रभावित क्षेत्र में बाढ़ से जमा होने वाले पानी को कम करने के लिए जल निकासी व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए काम करेंगे।(भाषा)
Edited By : Chetan Gour