कई भारतीय दिग्गज विदेशी कंपनियों में बड़े पदों पर आसीन है और भारत का नाम रौशन कर रहे है। चाहे गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई हो या माइक्रो सॉफ्ट के सीईओ सत्य नारायण नडेला। ये लोग सालाना बेहद शानदार सैलरी लेते है। मगर इन्हें पछाड़कर टेस्ला कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी वैभव तनेजा सबसे अधिक सैलरी लेने के मामले में शीर्ष पर आ गए है।
ब्रिटेन की मीडिया एजेंसी द टेलीग्राफ की मानें तो वैभव तनेजा की सालाना वर्ष 2024 में सैलरी 139 मिलियन डॉलर यानी 1155 करोड़ रुपये से भी अधिक थी। माना जा रहा है कि मुख्य वित्तीय अधिकारी के तौर पर ये सबसे अधिक सैलरी है जो वैभव तनेजा को मिल रही है।
बता दें कि वैभव तनेजा को 1155 करोड़ रुपये यानी 139 मिलियन डॉलर मिल रहे है जबकि माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला की सैलरी 79.1 मिलियन डॉलर और सुंदर पिचाई की 10.7 मिलियन डॉलर सैलरी है। वैभव तनेजा को अधिक मुनाफा स्टॉक के तौर पर मिला है जो उन्हें 2023 में सीएफओ पद पर नियुक्ति के बाद मिला था। ये वो समय था जब टेस्ला के शेयर लगभग 250 डॉलर का हुआ करता था।
बता दें कि मई 2025 में इस शेयर की कीमत लगभग 342 डॉलर हो गई है। ऐसे में वैभव तनेजा को दिए गए स्टॉक्स की कीमत में भी भारी इजाफा हुआ है। उनके स्टॉक्स की वैल्यू आसमान छूने लगी है। जानकारी के मुताबिक वैभव को ये फायदा उस समय में हुआ है जब टेस्ला वर्तमान में ईवी डिलीवरी में गिरावट का सामना कर रही है। इसके साथ ही कंपनी को कम मुनाफा भी हो रहा है।
जानें वैभव तनेजा के बारे में
वैभव तनेजा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से कॉमर्स में ग्रेजुएशन किया है। वो पेशे से एक चार्टर्ड अकाउंटेंट भी है। वर्ष 1999 से 2016 तक उन्होंने भारत और अमेरिका में वो प्राइसवाटरहाउस कूपर्स में काम किया था। बाद वो वित्तीय भूमिकाएं निभाते हुए वो अमेरिकी सोलर कंपनी सोलरसिटी में नियुक्त हुए, जिसका बाद में टेस्ला ने अधिग्रहण किया।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वैभव तनेजा वर्ष 2017 में टेस्ला के संपर्क में आए थे। यहां उन्होंने कॉरपोरेट कंट्रोलर से चीफ अकाउंटिंग ऑफिसर यानी अलग अलग पदों पर भूमिकाएं निभाई। मार्च 2019 से 2023 तक उन्होंने इस पद को संभाला। इसके बाद वो सीएफओ बनाए गए। जनवरी 2021 में वैभव को टेस्ला इंडिया मोटर्स एंड एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड में निदेशक पद पर नियुक्ति मिली।