केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने ताजा बयान में भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर बड़ी घोषणा की है। पीयूष गोयल ने कहा कि आगामी 30 वर्षों तक दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था भारत होगा। सीआईआई वार्षिक व्यापार शिखर सम्मेलन 2025 में अपने संबोधन में वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने ये बात कही है।
उन्होंने कहा कि देश ने छह से सात फीसदी की स्थिर विकास दर को कायम रखा है। स्थिर मूल्यों पर इसे आठ फीसदी तक ले जाया जा सकता है। वैश्विक अनिश्चितताओं के बाद भी भारत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले उभरते बाजारों में से शुमार है। उन्होंने कहा, ‘‘आज भारत के पास लगभग 690 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है जो विश्व में चौथा सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार है।
बीते तीन महीनों से हमारी मुद्रास्फीति 4 प्रतिशत से नीचे बनी हुई है। गोयल ने कहा कि रिजर्व बैंक ने तरलता और मुद्रा प्रबंधन में संतुलन स्थापित करने का सराहनीय काम किया है। मंत्री ने निवेश गंतव्य के रूप में भारत के आकर्षण पर जोर देते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि भारतीय कंपनियों ने पिछले 20-25 वर्षों में लगभग 20 प्रतिशत सीएजीआर रिटर्न दिया है। उन्होंने कहा, "एफडीआई प्रवाह लगातार रिकॉर्ड तोड़ रहा है। हम अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संबंधों के माध्यम से विकास पथ पर वापस आ रहे हैं।"
उन्होंने भारत के व्यापार संबंधों के बारे में बात करते हुए कहा कि अमेरिका और 27 देशों के यूरोपीय संघ के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौतों पर प्रगति हो रही है। उन्होंने बताया कि न्यूजीलैंड के साथ वार्ता शुरू हो गई है और इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत के एफटीए में एक अग्रगामी निवेश खंड शामिल है, तथा नॉर्वेजियन पेंशन फंड से प्राप्त निवेश को एफडीआई आंकड़े में शामिल नहीं किया गया है।
केंद्रीय मंत्री ने आईएमएफ के अनुमान का हवाला देते हुए कहा कि भारत 2027 तक दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा जीडीपी वाला देश बन जाएगा। उन्होंने कहा, "वैश्विक अस्थिरता, अनिश्चितता और जटिलता के बावजूद, भारत अपने विकास के माध्यम से वैश्विक विकास को गति दे रहा है।" उन्होंने भारत में नवीकरणीय ऊर्जा की लागत-प्रभावशीलता पर भी प्रकाश डाला और कहा कि
भंडारण के साथ नवीकरणीय ऊर्जा अब 3.30 रुपये प्रति किलोवाट घंटा की दर से उपलब्ध है।
उन्होंने कहा, "सौर और पवन ऊर्जा के साथ-साथ भंडारण क्षमता, डेटा केंद्रों के भारत में आने के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करती है।" समावेशी विकास पर बात करते हुए गोयल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रत्येक व्यक्ति के लिए सम्मान के दृष्टिकोण की पुष्टि की। निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बुनियादी ज़रूरतों पर ध्यान दिया जा रहा है। अब हम रोज़गार में वृद्धि देख रहे हैं, और कौशल विकास केंद्र इसमें अहम भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने कहा, "किसी भी बच्चे को वंचित नहीं किया जाना चाहिए और किसी भी व्यक्ति को पीछे नहीं छोड़ा जाना चाहिए।" अंत में, गोयल ने कहा कि भारत की वृद्धि तीन पटरियों पर टिकी है, मजबूत वृहद आर्थिक बुनियादी बातें, वैश्विक विश्वास और 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाएं इसमें मुख्य है।