NH-922 पर 15KM लंबा जाम,UP जाने वाले को परेशानी:बिहार के रास्ते लाल बालू के अवैध कारोबार पर कार्रवाई के आदेश

बक्सर से होकर गुजरने वाले एनएच-922 पर लाल बालू के अवैध कारोबार के कारण लगभग 15 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। बिहार से उत्तर प्रदेश आने-जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। यह जाम बुधवार रात करीब 12 बजे शुरू हुआ और गुरुवार को 48 घंटे से अधिक समय तक जारी रहा। उत्तर प्रदेश सीमा में लाल बालू लदे ट्रकों की कड़ी जांच के कारण कई ट्रक चालक अपनी नंबर प्लेट पर कपड़ा बांधकर चल रहे थे। डुमरांव से बक्सर तक वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिसमें बसों, ट्रकों, एम्बुलेंस और निजी वाहनों में सवार यात्री फंसे रहे। दलालों के कारण राजमार्ग पर जाम की स्थिति बक्सर सीमा में सक्रिय बालू दलालों के कारण भी राजमार्ग पर जाम की स्थिति बनी हुई है। नियमानुसार ट्रकों को एक लेन में चलना होता है, लेकिन दलाल अपने अवैध रूप से लोड किए गए बालू ट्रकों को जल्दी सीमा पार कराने के लिए उन्हें बीच लेन से निकालकर दूसरी लेन में दौड़ाते हैं। इससे भी जाम लगता है और इसमें मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता। गुरुवार देर रात बक्सर एसपी शुभम आर्य खुद यूपी-बिहार सीमा पर पहुंचे। उन्होंने पुलिस बल के साथ सड़क पर मोर्चा संभाला और यातायात सामान्य करने के निर्देश दिए। बालू ट्रकों की जांच का अभियान जारी एसपी शुभम आर्य ने बताया कि बलिया जिलाधिकारी के आदेश पर बालू ट्रकों की जांच का अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस और खनन विभाग के अधिकारियों से समन्वय स्थापित करने की बात कही ताकि जल्द से जल्द जाम को समाप्त किया जा सके। परेशान यात्रियों ने बताया कि ऐसी स्थिति अक्सर उत्पन्न होती है। जांच और वसूली के नाम पर घंटों सड़क पर खड़ा रहना पड़ता है, जिससे यात्रा का समय बढ़ जाता है और आवश्यक सामानों की ढुलाई व लोगों की दिनचर्या पर गहरा असर पड़ता है। कुछ यात्रियों ने बताया कि रातभर भूखे-प्यासे वाहन में फंसना पड़ा, वहीं छोटे बच्चों और बीमार लोगों को सबसे अधिक दिक्कत झेलनी पड़ रही है। बिहार के चलान पर यूपी में प्रवेश कर रही वाहने यूपी सीमा पर खनन विभाग के द्वारा एसटीटीपी चालान और बालू लदे ट्रकों की अनिवार्य जांच की जा रही है। जिन वाहनों में आवश्यक दस्तावेज पूर्ण नहीं मिल रहे, उनसे मौके पर टैक्स वसूला जा रहा है। यह पूरी प्रक्रिया मैनुअल तरीके से होने के कारण हर एक वाहन की जांच में काफी समय लग रहा है और वाहनों की गति बेहद धीमी हो गई है। इसका सीधा प्रभाव बिहार के हिस्से में जाम के रूप में देखने को मिल रहा है। पटना की ओर से आने वाले वाहन भी जाम में फंसते जा रहे हैं। जानकारों का कहना है कि कई ट्रक चालक टैक्स बचाने के उद्देश्य से नंबर प्लेट पर काली पट्टी लगा देते हैं, जिससे कैमरे नंबर स्कैन नहीं कर पाते और यूपी सरकार को राजस्व की भारी नुकसान होती है। आवागमन प्रभावित रहने से लोगों में आक्रोश इसी वजह से समय-समय पर सीमावर्ती क्षेत्रों में कड़ी जांच की जाती है। लंबे समय से इस मार्ग पर आवागमन प्रभावित रहने से लोगों में आक्रोश व्याप्त है। यात्रियों ने प्रशासन से मांग की है कि इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जाए, ताकि हर कुछ दिनों पर दोहराई जाने वाली इस परेशानी से छुटकारा मिल सके। क्षेत्रीय लोग भी चिंतित हैं कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगातार जाम लगने से आपात सेवाओं व व्यापारिक गतिविधियों पर बाधा पड़ती है। फिलहाल पुलिस और प्रशासनिक विभागों के समन्वय से जाम हटाने का प्रयास जारी है। उम्मीद है कि जल्द ही NH-922 पर वाहनों की रफ्तार सामान्य हो जाएगी और आम लोगों को राहत मिलेगी।

Nov 28, 2025 - 13:28
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NH-922 पर 15KM लंबा जाम,UP जाने वाले को परेशानी:बिहार के रास्ते लाल बालू के अवैध कारोबार पर कार्रवाई के आदेश
बक्सर से होकर गुजरने वाले एनएच-922 पर लाल बालू के अवैध कारोबार के कारण लगभग 15 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। बिहार से उत्तर प्रदेश आने-जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। यह जाम बुधवार रात करीब 12 बजे शुरू हुआ और गुरुवार को 48 घंटे से अधिक समय तक जारी रहा। उत्तर प्रदेश सीमा में लाल बालू लदे ट्रकों की कड़ी जांच के कारण कई ट्रक चालक अपनी नंबर प्लेट पर कपड़ा बांधकर चल रहे थे। डुमरांव से बक्सर तक वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिसमें बसों, ट्रकों, एम्बुलेंस और निजी वाहनों में सवार यात्री फंसे रहे। दलालों के कारण राजमार्ग पर जाम की स्थिति बक्सर सीमा में सक्रिय बालू दलालों के कारण भी राजमार्ग पर जाम की स्थिति बनी हुई है। नियमानुसार ट्रकों को एक लेन में चलना होता है, लेकिन दलाल अपने अवैध रूप से लोड किए गए बालू ट्रकों को जल्दी सीमा पार कराने के लिए उन्हें बीच लेन से निकालकर दूसरी लेन में दौड़ाते हैं। इससे भी जाम लगता है और इसमें मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता। गुरुवार देर रात बक्सर एसपी शुभम आर्य खुद यूपी-बिहार सीमा पर पहुंचे। उन्होंने पुलिस बल के साथ सड़क पर मोर्चा संभाला और यातायात सामान्य करने के निर्देश दिए। बालू ट्रकों की जांच का अभियान जारी एसपी शुभम आर्य ने बताया कि बलिया जिलाधिकारी के आदेश पर बालू ट्रकों की जांच का अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस और खनन विभाग के अधिकारियों से समन्वय स्थापित करने की बात कही ताकि जल्द से जल्द जाम को समाप्त किया जा सके। परेशान यात्रियों ने बताया कि ऐसी स्थिति अक्सर उत्पन्न होती है। जांच और वसूली के नाम पर घंटों सड़क पर खड़ा रहना पड़ता है, जिससे यात्रा का समय बढ़ जाता है और आवश्यक सामानों की ढुलाई व लोगों की दिनचर्या पर गहरा असर पड़ता है। कुछ यात्रियों ने बताया कि रातभर भूखे-प्यासे वाहन में फंसना पड़ा, वहीं छोटे बच्चों और बीमार लोगों को सबसे अधिक दिक्कत झेलनी पड़ रही है। बिहार के चलान पर यूपी में प्रवेश कर रही वाहने यूपी सीमा पर खनन विभाग के द्वारा एसटीटीपी चालान और बालू लदे ट्रकों की अनिवार्य जांच की जा रही है। जिन वाहनों में आवश्यक दस्तावेज पूर्ण नहीं मिल रहे, उनसे मौके पर टैक्स वसूला जा रहा है। यह पूरी प्रक्रिया मैनुअल तरीके से होने के कारण हर एक वाहन की जांच में काफी समय लग रहा है और वाहनों की गति बेहद धीमी हो गई है। इसका सीधा प्रभाव बिहार के हिस्से में जाम के रूप में देखने को मिल रहा है। पटना की ओर से आने वाले वाहन भी जाम में फंसते जा रहे हैं। जानकारों का कहना है कि कई ट्रक चालक टैक्स बचाने के उद्देश्य से नंबर प्लेट पर काली पट्टी लगा देते हैं, जिससे कैमरे नंबर स्कैन नहीं कर पाते और यूपी सरकार को राजस्व की भारी नुकसान होती है। आवागमन प्रभावित रहने से लोगों में आक्रोश इसी वजह से समय-समय पर सीमावर्ती क्षेत्रों में कड़ी जांच की जाती है। लंबे समय से इस मार्ग पर आवागमन प्रभावित रहने से लोगों में आक्रोश व्याप्त है। यात्रियों ने प्रशासन से मांग की है कि इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जाए, ताकि हर कुछ दिनों पर दोहराई जाने वाली इस परेशानी से छुटकारा मिल सके। क्षेत्रीय लोग भी चिंतित हैं कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगातार जाम लगने से आपात सेवाओं व व्यापारिक गतिविधियों पर बाधा पड़ती है। फिलहाल पुलिस और प्रशासनिक विभागों के समन्वय से जाम हटाने का प्रयास जारी है। उम्मीद है कि जल्द ही NH-922 पर वाहनों की रफ्तार सामान्य हो जाएगी और आम लोगों को राहत मिलेगी।