LIVE: म्यांमार से थाईलैंड तक भूकंप से तबाही, क्या बोले पीएम मोदी?
Latest News Today Live Updates in Hindi: म्यांमार से थाईलैंड तक भूकंप से भारी तबाही। रिक्टर स्कैल पर भूकंप की तीव्रता 7.7 मापी गई। म्यांमार में भूकंप से 20 की मौत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताई भूकंप पर चिंता। उन्होंने कहा कि भारत हर संभव मदद के ...

Latest News Today Live Updates in Hindi: म्यांमार से थाईलैंड तक भूकंप से भारी तबाही। रिक्टर स्कैल पर भूकंप की तीव्रता 7.7 मापी गई। म्यांमार में भूकंप से 20 की मौत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताई भूकंप पर चिंता। उन्होंने कहा कि भारत हर संभव मदद के लिए तैयार है। पल पल की जानकारी...
केदारनाथ धाम में मंदिर के तीस मीटर के दायरे में मोबाइल और कैमरा को पूर्ण प्रतिबंधित कर दिया गया है। रील, वीडियो बनाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
-दिल्ली हाईकोर्ट के न्यायाधीश यशवंत वर्मा के सरकारी घर से कथित तौर पर अधजले नोट मिलने को लेकर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश देने का अनुरोध करने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा।
-आधिकारिक आवास पर भारी मात्रा में नकदी मिलने के संबंध में जांच का सामना कर रहे दिल्ली हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के इलाहाबाद हाईकोर्ट में स्थानांतरण के खिलाफ इस उच्च न्यायालय के अधिवक्ताओं की हड़ताल शुक्रवार को चौथे दिन भी जारी।
-जम्मू-कश्मीर के कठुआ में सुरक्षाबलों की आतंकियों से मुठभेड़, 3 कांस्टेबल बलिदान, 3 आतंकी ढेर। इलाके सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन जारी।
-आईपीएल में आज चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु के बीच महामुकाबला। उच्चतम न्यायालय ने ‘भड़काऊ’ गीत मामले में कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी के खिलाफ गुजरात पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी को खारिज किया। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता लोकतंत्र का अभिन्न अंग है, नागरिकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा करना अदालत का कर्तव्य है। कविता, नाटक, फिल्म, व्यंग्य, कला सहित साहित्य मानव जीवन को अधिक सार्थक बनाते हैं। यह सुनिश्चित करना अदालत का कर्तव्य है कि संविधान और उसके आदर्शों का उल्लंघन न हो।राणा सांगा पर सपा सांसद रामलाल सुमन के बयान पर राज्यसभा में हंगामा। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने राणा सांगा को बताया देश का हीरो। खरगे बोले, हम राणा सांसगा की वीरता का सम्मान करते हैं। सभापति जगदीप धनखड़ बोले, इतिहास पर टिप्पणी करना सही नहीं। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में शुक्रवार को 7.3 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिससे इमारतें हिल गईं। जर्मनी के जीएफजेड भूविज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप का केंद्र पड़ोसी म्यांमार में था। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में शुक्रवार दोपहर को 7.7 तीव्रता का भूकंप आने से एक निर्माणाधीन ऊंची इमारत ढह गई। सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो में एक बहुमंजिला इमारत धूल के गुबार के बीच ढहती नजर आ रही है और वहां मौजूद लोग चीखते-चिल्लाते हुए भाग रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के बाद की स्थिति से चिंतित हूं। सभी की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं। भारत हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है। इस संबंध में, हमने अपने अधिकारियों को तैयार रहने को कहा है। साथ ही विदेश मंत्रालय से म्यांमार और थाईलैंड की सरकारों के साथ संपर्क में रहने को कहा है।Earthquake:म्यांमार में शुक्रवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्कैल पर भूकंप की तीव्रता 7.2 मापी गई। मीडिया खबरों के अनुसार, भूकंप ने म्यांमार और थाईलैंड में भारी तबाही मचाई।#earthquake #Myanmar #Thailand #MyanmarFactCheck #webdunia #ViralVideos pic.twitter.com/03Abk4Yk2a — Webdunia Hindi (@WebduniaHindi) March 28, 2025
-बैंकॉक के आपातकालीन बचावकर्ताओं ने बताया कि भूकंप के कारण इमारत ढहने के बाद 7 लोगों को बचाया गया और 2 लोगों की मौत हो गई।Concerned by the situation in the wake of the Earthquake in Myanmar and Thailand. Praying for the safety and wellbeing of everyone. India stands ready to offer all possible assistance. In this regard, asked our authorities to be on standby. Also asked the MEA to remain in touch… — Narendra Modi (@narendramodi) March 28, 2025
-ढाका और चटगांव सहित बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में शुक्रवार को 7.3 तीव्रता का भूकंप आया। बांग्लादेश मौसम विभाग के अनुसार, दोपहर 12 बजकर 25 मिनट पर आए भूकंप का केंद्र बांग्लादेश सीमा के पास म्यांमा के मांडले में था।
-थाईलैंड के प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनवात्रा ने भूकंप के प्रभाव का आकलन करने के लिए एक आपातकालीन बैठक बुलाई।
-म्यांमार के सरकारी एमआरटीवी टेलीविजन ने बताया कि देश की सैन्य सरकार की ने जिन छह क्षेत्रों और राज्यों में आपातकाल की घोषणा की है उनमें राजधानी नेपीता और मांडले भी शामिल हैं, क्योंकि दोपहर में भूकंप और उसके बाद शक्तिशाली झटके अब भी जारी हैं।