गाजा पट्टी में खाने का सामान लेने के लिए सहायता केंद्र जाते समय कम से कम 31 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लोग घायल हो गए। स्वास्थ्य अधिकारियों और कई चश्मदीदों ने बताया कि इस्राइली सेना ने इस्राइल समर्थित संस्था की ओर से चलाए जा रहे राहत केंद्र से लगभग एक किलोमीटर दूर भीड़ पर गोलीबारी की। सेना ने कहा कि उसे गोलीवारी से हुई हानि के बारे में जानकारी नहीं है, समीक्षा की जा रही है।
'गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन' जब मदद बांट रहा था तो भगदड़ जैसी स्थिती नजर आई। फाउंडेशन का कहना है कि उसकी जगहों की सुरक्षा कर रहे निजी सुरक्षाकर्मियों ने भीड़ पर गोली नहीं चलाई जवकि इस्राइली सेना ने चेतावनी के तौर पर गोलियां चलाने की वात स्वीकार की है। फाउंडेशन ने पहले एक बयान में कहा कि 16 ट्रकों से भेजी गई सहायता बांटी गई और इस दौरान कोई घटना नहीं हुई। कई चश्मदीदों ने कहा कि इस्राइल सैनिकों ने भीड़ पर गोलीबारी की। एक शख्स अम्र अबू तेइवा ने कहा कि नौसेना के युद्धपोतों से, टैंक और ड्रोन के जरिए चारों ओर से गोलीबारी हो रही थी।
प्रत्यक्षदर्शी इब्राहिम अबू सऊद ने भी बताया कि इजराइली सेना ने सहायता वितरण केंद्र की ओर बढ़ रहे लोगों पर गोलियां चलाईं। अबू सऊद ने बताया कि उसने गोलीबारी के कारण घायल हुए कई लोगों को देखा जिनमें एक युवक भी शामिल था, जिसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। उसने कहा कि हम उसकी मदद नहीं कर पाए। मोहम्मद अबू तेइमा ने बताया कि उसने सहायता वितरण केंद्र की ओर जा रहे लोगों पर इजराइली सेना को गोलीबारी करते देखा तथा इस गोलीबारी में उसके रिश्ते के भाई और एक अन्य महिला की मौत हो गई।