तुर्की का पाकिस्तान प्रेम अब उसपर भारी पड़ने लगा है। भारत में तुर्की को बायकॉट करने की होड़ लगी हुई है। भारत में लगातार तुर्की में निर्मित सामानों का बहिष्कार किया जा रहा है। इससे तुर्की को आर्थिक चोट लग रही है। भारत में जितनी तुर्की की कंपनियां हैं उनका हाल काफी बुरा हो गया है।
इसी बीच टर्किश एविएशन कंपनी सेलेबी को भी बड़ा झटका लगा है। इस कंपनी का सिक्योरिटी क्लियरेंस भारत सरकार तत्काल प्रभाव से रद्द कर चुकी है। भारत के इस कदम के बाद कंपनी की वैल्यूएशन दो दिन में ही एक तिहाई कम हो गई है। भारत सरकार के इस फैसले के कारण कंपनी के भारत में काम करने वाले 3800 कर्मचारियों की नौकरी पर भी संकट मंडराने लगा है।
पाकिस्तान का साथ देने पर भारत ने उठाया कदम
तुर्की इन दिनों भारत के निशाने पर आया हुआ है। दरअसल 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद पाकिस्तान और पीओके में भारत की ओर से एयरस्ट्राइक की गई थी। इस कदम के बाद पाकिस्तान बौखलाहट में सीमा पर नापाक हरकतें करने में जुट गया था। भारत और पाकिस्तान के बीच हुई तनाव की स्थिति के दौरान चीन और तुर्की ने पाकिस्तान का साथ दिया था। वहीं भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत हुई आतंकी विरोधी कार्रवाई की आलोचना भी की थी। तुर्की के इस कदम के बाद भारत में बॉयकॉट तुर्की मुहिम जारी है।
तुर्की को अब पाकिस्तान के समर्थन में उतरना भारी पड़ रहा है क्योंकि राष्ट्रीय रक्षा की दृष्टि से भारत सरकार ने टर्किश एविएशन कंपनी सेलेबी का सिक्योरिटी क्लियरेंस रद्द कर दिया है। नागरिक विमानन सुरक्षा ब्यूरो द्वारा जारी आदेश की मानें तो सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को 21 नवंबर 2022 को ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसी के तौर पर सुरक्षा मंजूरी मिली थी। इस मंजूरी को अब भारत सरकार के आदेश के बाद रद्द कर दिया गया है। सेलेबी एविएशन देश के 9 बड़े एयरपोर्ट्स जिनमें दिल्ली, मुंबई और चेन्नई जैसे संवेदनशील एयरपोर्ट पर काम करती है। इन एयरपोर्ट्स पर कंपनी ग्राउंड हैंडलिंग, कार्गो सेवा और एयरसाइड ऑपरेशन जैसी सर्विस को अंजाम देती है।
इस कदम के बाद तुर्की की कंपनी सेलेबी की वैल्युएशन में भी बड़ी गिरावट आई है। कंपनी को 200 मिलियन डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा है। तुर्की की कंपनी का ग्लोबल रेवेन्यु अब अक तिहाई हिस्से तो नीचे गिर गया है। इस्तांबुल स्टॉक एक्सचेंज में भी सर्विस के शेयरों में 20 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है। कंपनी की मार्केट वैल्यू अब घटकर 4.8 बिलियन तुर्की लीरा हो गई है, जो 52 सप्ताह में हाई लेवल से 30 फीसदी कम है। इससे पहले तुर्की का बहिष्कार करने की मुहिम में तुर्की से आने वाले सेब से लेकर अन्य सामान का बहिष्कार हो रहा है। तुर्की के टुरिज्म को भी बड़ा झटका देने के लिए कई भारतीय कंपनियों जैसे ईजमाई ट्रिप, मेकमाईट्रिप, इक्सिगो जैसे कई ट्रैवल प्लेटफॉर्म ने तुर्की की यात्रा ना करने की सलाह यात्रियों को दी है।