युवती के सुसाइड को लेकर परिजनों का थाने पर प्रदर्शन:मारपीट करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग; पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप

जोधपुर में माता का थान थाना इलाके में युवती के सुसाइड मामले को लेकर आज परिजनों ने थाने का घेराव किया। परिजन और समाज के लोगों का आरोप है कि पुलिस मामले को लेकर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। परिजनों का कहना है कि युवती को सुसाइड के लिए उकसाया गया था और पूर्व में भी आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की थी। उनका कहना है कि पुलिस ने मामला भी दर्ज नहीं किया है और पार्षद के जरिए समझौते का दबाव बनाया जा रहा है। थाने में दी रिपोर्ट में बताया- आरोपी शंकर लाल और उसके बेटे उनके परिवार के लोगों को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। पहले भी आरोपियों ने उनकी बेटी के साथ मारपीट और गाली-गलौज की थी। अब आरोपी पार्षद के जरिए समझौता का दबाव बना रहे हैं। मृतक के भाई ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने पुलिस के नाम पर उनके परिवार को डराया। इसके चलते उनकी बहन ने दुखी और परेशान होकर पुलिस की ओर से 2 मई को दोपहर 12:30 बजे आत्महत्या कर ली। बहन ने सुसाइड नोट में भी इसका जिक्र किया है। बहन के सुसाइड के बाद आरोपी तीन-चार गाड़ियों से आए और उसे और उसके परिवार को डराने और दहशत फैलाने के उद्देश्य से घर के सामने पटाखे भी फोड़े। भाई ने आरोप लगाया कि 30 अप्रैल को हुई घटना को लेकर रिपोर्ट देने पर भी पुलिस ने समय पर कार्रवाई नहीं की और पुलिस ने स्थानीय पार्षद के जरिए समझौते का दबाव बनाया। इसके चलते उनकी बहन को आत्महत्या करनी पड़ी। हमारी मांग है कि आरोपियों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाए।

May 2, 2025 - 22:56
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युवती के सुसाइड को लेकर परिजनों का थाने पर प्रदर्शन:मारपीट करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग; पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप
जोधपुर में माता का थान थाना इलाके में युवती के सुसाइड मामले को लेकर आज परिजनों ने थाने का घेराव किया। परिजन और समाज के लोगों का आरोप है कि पुलिस मामले को लेकर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। परिजनों का कहना है कि युवती को सुसाइड के लिए उकसाया गया था और पूर्व में भी आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की थी। उनका कहना है कि पुलिस ने मामला भी दर्ज नहीं किया है और पार्षद के जरिए समझौते का दबाव बनाया जा रहा है। थाने में दी रिपोर्ट में बताया- आरोपी शंकर लाल और उसके बेटे उनके परिवार के लोगों को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। पहले भी आरोपियों ने उनकी बेटी के साथ मारपीट और गाली-गलौज की थी। अब आरोपी पार्षद के जरिए समझौता का दबाव बना रहे हैं। मृतक के भाई ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने पुलिस के नाम पर उनके परिवार को डराया। इसके चलते उनकी बहन ने दुखी और परेशान होकर पुलिस की ओर से 2 मई को दोपहर 12:30 बजे आत्महत्या कर ली। बहन ने सुसाइड नोट में भी इसका जिक्र किया है। बहन के सुसाइड के बाद आरोपी तीन-चार गाड़ियों से आए और उसे और उसके परिवार को डराने और दहशत फैलाने के उद्देश्य से घर के सामने पटाखे भी फोड़े। भाई ने आरोप लगाया कि 30 अप्रैल को हुई घटना को लेकर रिपोर्ट देने पर भी पुलिस ने समय पर कार्रवाई नहीं की और पुलिस ने स्थानीय पार्षद के जरिए समझौते का दबाव बनाया। इसके चलते उनकी बहन को आत्महत्या करनी पड़ी। हमारी मांग है कि आरोपियों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाए।