मुख्यमंत्री धामी से मिले पर्यावरणविद डॉ. अनिल जोशी
Chief Minister Pushkar Singh Dhami News: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के शासकीय आवास पर पद्मभूषण से सम्मानित और हेस्को के संस्थापक प्रख्यात पर्यावरणविद् डॉ. अनिल जोशी ने मुख्यमंत्री से भेंट की। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस अवसर पर ...

Chief Minister Pushkar Singh Dhami News: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के शासकीय आवास पर पद्मभूषण से सम्मानित और हेस्को के संस्थापक प्रख्यात पर्यावरणविद् डॉ. अनिल जोशी ने मुख्यमंत्री से भेंट की। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस अवसर पर उनसे पर्यावरण संरक्षण, हरित विकास और राज्य में लागू किए गए GEP जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सार्थक चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री धामी ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि उनके सरकारी आवास पर पर्यावरण विद डॉ. अनिल जोशी ने उनसे मुलाकात की और इस दौरान सीएम की डॉ. जोशी से पर्यावरण संरक्षण, हरित विकास और लागू किए गए जीईपी जैसे कई अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई।
ओलंपिक दिवस की शुभकामनाएं : मुख्यमंत्री धामी ने एक्स पर एक पोस्ट में समस्त खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों एवं खेल प्रेमियों को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह दिवस खेल भावना, अनुशासन, परिश्रम और वैश्विक एकता का प्रतीक है। खेल केवल प्रतिस्पर्धा नहीं बल्कि एक ऐसा माध्यम है जो सीमाओं, भाषाओं और संस्कृतियों से परे जाकर मानवता को जोड़ता है। हमारी सरकार उत्तराखंड में खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने, आवश्यक अधोसंरचना विकसित करने और युवाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने हेतु निरंतर कार्य कर रही है।
भारतीय जनसंघ के संस्थापक, महान राष्ट्रवादी चिंतक और करोड़ों कार्यकर्ताओं के प्रेरणास्रोत श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के बलिदान दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि।
‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे’ - उनका यह उद्घोष आज भी हर राष्ट्रभक्त के हृदय में जोश और… pic.twitter.com/60N7xURmLW — Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) June 23, 2025
डॉ. मुखर्जी को श्रद्धांजलि : भारतीय जनसंघ के संस्थापक, महान राष्ट्रवादी चिंतक और करोड़ों कार्यकर्ताओं के प्रेरणास्रोत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर मुख्यमंत्री धामी ने उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। सीएम ने एक्स पर पोस्ट में कहा- ‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे’ - उनका यह उद्घोष आज भी हर राष्ट्रभक्त के हृदय में जोश और जागरूकता की भावना भर देता है। मां भारती की एकता, अखंडता और सम्मान के लिए दिया गया आपका बलिदान अनंत काल तक देशवासियों को राष्ट्रसेवा और त्याग की प्रेरणा देता रहेगा।
Edited by: Vrjendra Singh Jhala