पहले धमकी और फिर गिड़गिड़ाहट पाकिस्तान के नेता बिलावल भुट्टों ने जब सिंधु जल संधि को लेकर भारत को खून बहाने की धमकी दी थी तो पूरा देश गुस्से में था। लेकिन अब हालत ये हो गई है कि बिलावल खुद बातचीत के लिए हाथ जोड़ते फिर रहे हैं। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ शांति के लिए तैयार है। उन्होंने कुछ दिन पहले सिंधु जल संधि के निलंबन पर खून-खराबे की धमकी देने वाली अपनी टिप्पणी से पीछे हटते हुए कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ शांति के लिए तैयार है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने भारत को धमकाने वाली खोखली बयानबाजी के बाद शांति की मांग की है। (एएफपी) पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने भारत को धमकाने वाली खोखली बयानबाजी के बाद शांति की मांग की है।
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि अगर भारत शांति के रास्ते पर चलना चाहता है, तो उन्हें खुले हाथों से आना चाहिए, मुट्ठी बंद करके नहीं। उन्हें तथ्यों के साथ आना चाहिए, मनगढ़ंत बातों के साथ नहीं। आइए हम पड़ोसी की तरह बैठें और सच बोलें। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं ... तो उन्हें याद रखना चाहिए कि पाकिस्तान के लोगों को घुटने टेकने के लिए नहीं बनाया गया है। पाकिस्तानी प्रकाशन डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा, पाकिस्तान के लोगों में लड़ने का संकल्प है, इसलिए नहीं कि हम संघर्ष पसंद करते हैं, बल्कि इसलिए कि हम स्वतंत्रता पसंद करते हैं। शांति पर यह टिप्पणी जरदारी द्वारा 25 अप्रैल को दिए गए उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तानी एकजुट होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिंधु नदी पर कथित आक्रमणका जवाब देंगे।
पहले शेर बनकर दहाड़ने वाले बिलावल भुट्टो अब मिमियाते हुए नजर आ रहे हैं। एआरवा न्यूज से बात करते हुए बिलावल भुट्टो ने कहा कि हमने भारत को बातचीत का ऑफर दिया था। दुनिया के कई देश भारत पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करना चाहते हैं। मतलब अब पाकिस्तान भारत से हाथ जोड़कर बात करने की गुजारिश कर रहा है। लेकिन भारत ने भी साफ कर दिया कि अब बातचीत तो नहीं होगी और न कोई रियायत होगी। पाकिस्तान को मोदी सरकार का साफ संदेश है कि अब बात केवल एक ही भाषा एक्श की भाषा में होगी। ये वही पाकिस्तान है जो बातचीत की बात करता है और हर बार धोखा देता है, हमला करता है। फिर माफी मांगता फिरता है।