पलवल में धमकी के बाद घर के बाहर फायरिंग:20 से 25 राउंड गोलियां चलाईं, युवक बोला- डस्ट-रोड़ी का काम करने से रोका
पलवल के धतीर गांव में डस्ट-रोड़ी का काम बंद न करने पर एक व्यक्ति के घर के बाहर अंधाधुंध फायरिंग की गई। आरोपियों ने पहले काम बंद करने की धमकी दी थी। गदपुरी थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर नौ नामजद सहित अन्य के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गदपुरी थाना प्रभारी अश्वनी कुमार के अनुसार, धतीर गांव निवासी सुमित ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह गांव में डस्ट-रोड़ी बेचने का काम करता है। करीब पांच-छह महीने पहले गांव के ही मोनू, राहुल, शेखर और कुछ अन्य युवक उसके घर आए थे। उन्होंने सुमित को धमकी दी थी कि वह डस्ट-रोड़ी का काम बंद कर दे, क्योंकि अब यह काम वे करेंगे, अन्यथा अंजाम भुगतने को तैयार रहे। सुमित ने काम बंद करने से इनकार कर दिया था। पहले गालियां दी, फिर फायरिंग की 23 नवंबर की रात को मोनू ने सुमित को फोन कर गालियां दीं और गौरव, राहुल व शेखर के साथ मिलकर उसे धमकियां दीं। इसके करीब डेढ़ घंटे बाद, रात लगभग 1 बजे, मोनू, राहुल, शेखर, गौरव, सौरभ, सिद्धार्थ, शक्ति, बिट्टू और सहदेव तीन गाड़ियों में सवार होकर सुमित के घर के बाहर पहुंचे। उन्होंने गाड़ियों से उतरकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। 20 से 25 राउंड गोलियां चलाईं अपनी जान बचाने के लिए सुमित और उसका पूरा परिवार घर से भाग गया। हमलावरों ने घर के बाहर और दरवाजे पर 20 से 25 राउंड गोलियां चलाईं। फायरिंग के बाद सभी आरोपी गाड़ियों में सवार होकर मौके से फरार हो गए। पीड़ित ने तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी। मामले की जांच कर रही पुलिस गदपुरी थाना पुलिस ने पीडित की लिखित शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास, आपराधिक धमकी और आर्म्स एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पलवल के धतीर गांव में डस्ट-रोड़ी का काम बंद न करने पर एक व्यक्ति के घर के बाहर अंधाधुंध फायरिंग की गई। आरोपियों ने पहले काम बंद करने की धमकी दी थी। गदपुरी थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर नौ नामजद सहित अन्य के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गदपुरी थाना प्रभारी अश्वनी कुमार के अनुसार, धतीर गांव निवासी सुमित ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह गांव में डस्ट-रोड़ी बेचने का काम करता है। करीब पांच-छह महीने पहले गांव के ही मोनू, राहुल, शेखर और कुछ अन्य युवक उसके घर आए थे। उन्होंने सुमित को धमकी दी थी कि वह डस्ट-रोड़ी का काम बंद कर दे, क्योंकि अब यह काम वे करेंगे, अन्यथा अंजाम भुगतने को तैयार रहे। सुमित ने काम बंद करने से इनकार कर दिया था। पहले गालियां दी, फिर फायरिंग की 23 नवंबर की रात को मोनू ने सुमित को फोन कर गालियां दीं और गौरव, राहुल व शेखर के साथ मिलकर उसे धमकियां दीं। इसके करीब डेढ़ घंटे बाद, रात लगभग 1 बजे, मोनू, राहुल, शेखर, गौरव, सौरभ, सिद्धार्थ, शक्ति, बिट्टू और सहदेव तीन गाड़ियों में सवार होकर सुमित के घर के बाहर पहुंचे। उन्होंने गाड़ियों से उतरकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। 20 से 25 राउंड गोलियां चलाईं अपनी जान बचाने के लिए सुमित और उसका पूरा परिवार घर से भाग गया। हमलावरों ने घर के बाहर और दरवाजे पर 20 से 25 राउंड गोलियां चलाईं। फायरिंग के बाद सभी आरोपी गाड़ियों में सवार होकर मौके से फरार हो गए। पीड़ित ने तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी। मामले की जांच कर रही पुलिस गदपुरी थाना पुलिस ने पीडित की लिखित शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास, आपराधिक धमकी और आर्म्स एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।