करनाल में पंचायतों ने किया पदयात्रा का स्वागत:एक राष्ट्र-एक चुनाव का समर्थन, राज्यपाल और मुख्यमंत्री से करेंगे मुलाकात
सोनीपत जिले के गोहाना से एक राष्ट्र-एक चुनाव के समर्थन में पैदल यात्रा बुधवार को करनाल पहुंची। शहर के नमस्ते चौक पर स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने जोरदार स्वागत किया। यह यात्रा 19 मई को गोहाना के अंबेडकर चौक से शुरू हुई थी और 26 मई को चंडीगढ़ स्थित राज्यपाल भवन और मुख्यमंत्री आवास पर समाप्त होगी। यात्रा के सह संयोजक शमशेर सिंह इसकी अगुआई कर रहे हैं। सरकार से की मांग शमशेर सिंह ने बताया कि एक राष्ट्र-एक चुनाव का सीधा लाभ देश की अर्थव्यवस्था को होगा। बार-बार चुनाव कराने से न केवल सरकारों का ध्यान भटकता है, बल्कि खर्च भी अधिक होता है। लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाए, तो प्रशासन पर पड़ने वाला बोझ भी कम होगा। उन्होंने बताया कि 1952, 1957, 1962 और 1967 में देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जा चुके हैं। हर गांव से मिला समर्थन यात्रा के दौरान जिस-जिस गांव से यह पैदल यात्रा निकली, वहां की पंचायतों ने अपने लेटर पैड पर समर्थन पत्र तैयार कर शमशेर सिंह को सौंपे हैं। यह सभी समर्थन पत्र सरकार को सौंपे जाएंगे, ताकि यह दिखाया जा सके कि आमजन भी इस मुहिम के पक्ष में हैं। शमशेर सिंह ने बताया कि कई अन्य सामाजिक संस्थाएं भी इस अभियान से जुड़ रही हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष ने दी हरी झंडी यात्रा की शुरुआत के पहले दिन भाजपा के जिला अध्यक्ष बलजिंद्र मलिक ने इसे गोहाना से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। साथ ही गोहाना के कई सामाजिक संगठनों ने भी यात्रा को अपना समर्थन दिया। यात्रा का उद्देश्य केवल सरकार तक अपनी बात पहुंचाना नहीं है, बल्कि लोगों में एक राष्ट्र-एक चुनाव को लेकर जागरूकता भी फैलाना है। 15 से 20 लोग पहुंचेंगे चंडीगढ़ इस यात्रा के अंतर्गत 15 से 20 लोग चंडीगढ़ पहुंचेंगे, जहां वे राज्यपाल भवन और मुख्यमंत्री आवास पर समर्थन पत्र सौंपेंगे। यात्रा के संयोजकों का कहना है कि यह अभियान पूरी तरह शांतिपूर्ण है और देशहित में है। वे चाहते हैं कि सरकार इस पर गंभीरता से विचार करे और इसे लागू करने की दिशा में ठोस कदम उठाए।
सोनीपत जिले के गोहाना से एक राष्ट्र-एक चुनाव के समर्थन में पैदल यात्रा बुधवार को करनाल पहुंची। शहर के नमस्ते चौक पर स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने जोरदार स्वागत किया। यह यात्रा 19 मई को गोहाना के अंबेडकर चौक से शुरू हुई थी और 26 मई को चंडीगढ़ स्थित राज्यपाल भवन और मुख्यमंत्री आवास पर समाप्त होगी। यात्रा के सह संयोजक शमशेर सिंह इसकी अगुआई कर रहे हैं। सरकार से की मांग शमशेर सिंह ने बताया कि एक राष्ट्र-एक चुनाव का सीधा लाभ देश की अर्थव्यवस्था को होगा। बार-बार चुनाव कराने से न केवल सरकारों का ध्यान भटकता है, बल्कि खर्च भी अधिक होता है। लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाए, तो प्रशासन पर पड़ने वाला बोझ भी कम होगा। उन्होंने बताया कि 1952, 1957, 1962 और 1967 में देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जा चुके हैं। हर गांव से मिला समर्थन यात्रा के दौरान जिस-जिस गांव से यह पैदल यात्रा निकली, वहां की पंचायतों ने अपने लेटर पैड पर समर्थन पत्र तैयार कर शमशेर सिंह को सौंपे हैं। यह सभी समर्थन पत्र सरकार को सौंपे जाएंगे, ताकि यह दिखाया जा सके कि आमजन भी इस मुहिम के पक्ष में हैं। शमशेर सिंह ने बताया कि कई अन्य सामाजिक संस्थाएं भी इस अभियान से जुड़ रही हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष ने दी हरी झंडी यात्रा की शुरुआत के पहले दिन भाजपा के जिला अध्यक्ष बलजिंद्र मलिक ने इसे गोहाना से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। साथ ही गोहाना के कई सामाजिक संगठनों ने भी यात्रा को अपना समर्थन दिया। यात्रा का उद्देश्य केवल सरकार तक अपनी बात पहुंचाना नहीं है, बल्कि लोगों में एक राष्ट्र-एक चुनाव को लेकर जागरूकता भी फैलाना है। 15 से 20 लोग पहुंचेंगे चंडीगढ़ इस यात्रा के अंतर्गत 15 से 20 लोग चंडीगढ़ पहुंचेंगे, जहां वे राज्यपाल भवन और मुख्यमंत्री आवास पर समर्थन पत्र सौंपेंगे। यात्रा के संयोजकों का कहना है कि यह अभियान पूरी तरह शांतिपूर्ण है और देशहित में है। वे चाहते हैं कि सरकार इस पर गंभीरता से विचार करे और इसे लागू करने की दिशा में ठोस कदम उठाए।