एशियन अंडर-22 बॉक्सिंग में फरीदाबाद की बेटियों ने जीते मेडल:माही सिवाच ने स्वर्ण, पायल जाखड़ ने रजत पदक जीता, श्रीलंका में था मैच
श्रीलंका के कोलंबो में 16 से 24 मई 2024 तक आयोजित एशियन अंडर-22 बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत की युवा महिला बॉक्सरों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए देश का मान बढ़ाया। इस प्रतियोगिता में फरीदाबाद की दो बेटियों माही सिवाच और पायल जाखड़ ने अपने दमदार प्रदर्शन से स्वर्ण और रजत पदक जीतकर इतिहास रच दिया। डबुआ कॉलोनी, फरीदाबाद निवासी माही सिवाच ने 46-48 किलोग्राम भारवर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने फाइनल मुकाबले में कजाकिस्तान की अनुभवी बॉक्सर अकबोटा बोलत को हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। माही का प्रदर्शन पूरे टूर्नामेंट में शानदार रहा और उन्होंने आक्रामक रणनीति के साथ विरोधियों को चौंकाया। माही के पिता देवेंद्र सिवाच और माता मुनेश कुमारी ने बताया कि माही बचपन से ही खेलों के प्रति गंभीर रही हैं और उन्होंने कठिन परिश्रम से यह मुकाम हासिल किया है। माही पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। 2024 में मोंटेनेग्रो के बुडवा में आयोजित यूथ वर्ल्ड गेम्स में उन्होंने कांस्य पदक जीता था, वहीं 2022 में जॉर्डन में हुई एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में उन्होंने रजत पदक हासिल किया था। इसके अलावा, माही ने 2024 की यूथ नेशनल चैंपियनशिप, 2022 की जूनियर नेशनल चैंपियनशिप और कर्नाटक में हुई सब-जूनियर नेशनल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। पायल जाखड़ ने अपने पहले अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में किया कमाल
फरीदाबाद के मुजेसर क्षेत्र की निवासी पायल जाखड़ ने प्लस 81 किलोग्राम भारवर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने सेमीफाइनल में शानदार जीत दर्ज कर फाइनल में प्रवेश किया, जहां उनका मुकाबला कजाकिस्तान की टोकटासिन एसिल से हुआ। कड़े मुकाबले के बाद पायल को रजत पदक से संतोष करना पड़ा, लेकिन यह उनका पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय पदक है जो उनके करियर की महत्वपूर्ण उपलब्धि बन गया है। पायल के पिता मनोज कुमार और माता रेखा देवी ने बताया कि पायल ने बेहद कठिन परिस्थितियों में अभ्यास किया और राष्ट्रीय स्तर पर पहले ही कई पदक जीत चुकी हैं। इस जीत से पायल को नई ऊर्जा मिली है और वह भविष्य में ओलिंपिक जैसे बड़े मंचों पर भी देश का नाम रोशन करने की तैयारी में हैं। दोनों खिलाड़ियों के कोच और अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर डॉ. राजीव गोदारा ने इस सफलता को गर्व का क्षण बताया। उन्होंने कहा, “माही और पायल की यह ऐतिहासिक जीत न केवल फरीदाबाद के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का विषय है। इनकी लगन, अनुशासन और मेहनत युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी।”
श्रीलंका के कोलंबो में 16 से 24 मई 2024 तक आयोजित एशियन अंडर-22 बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत की युवा महिला बॉक्सरों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए देश का मान बढ़ाया। इस प्रतियोगिता में फरीदाबाद की दो बेटियों माही सिवाच और पायल जाखड़ ने अपने दमदार प्रदर्शन से स्वर्ण और रजत पदक जीतकर इतिहास रच दिया। डबुआ कॉलोनी, फरीदाबाद निवासी माही सिवाच ने 46-48 किलोग्राम भारवर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने फाइनल मुकाबले में कजाकिस्तान की अनुभवी बॉक्सर अकबोटा बोलत को हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। माही का प्रदर्शन पूरे टूर्नामेंट में शानदार रहा और उन्होंने आक्रामक रणनीति के साथ विरोधियों को चौंकाया। माही के पिता देवेंद्र सिवाच और माता मुनेश कुमारी ने बताया कि माही बचपन से ही खेलों के प्रति गंभीर रही हैं और उन्होंने कठिन परिश्रम से यह मुकाम हासिल किया है। माही पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। 2024 में मोंटेनेग्रो के बुडवा में आयोजित यूथ वर्ल्ड गेम्स में उन्होंने कांस्य पदक जीता था, वहीं 2022 में जॉर्डन में हुई एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में उन्होंने रजत पदक हासिल किया था। इसके अलावा, माही ने 2024 की यूथ नेशनल चैंपियनशिप, 2022 की जूनियर नेशनल चैंपियनशिप और कर्नाटक में हुई सब-जूनियर नेशनल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। पायल जाखड़ ने अपने पहले अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में किया कमाल
फरीदाबाद के मुजेसर क्षेत्र की निवासी पायल जाखड़ ने प्लस 81 किलोग्राम भारवर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने सेमीफाइनल में शानदार जीत दर्ज कर फाइनल में प्रवेश किया, जहां उनका मुकाबला कजाकिस्तान की टोकटासिन एसिल से हुआ। कड़े मुकाबले के बाद पायल को रजत पदक से संतोष करना पड़ा, लेकिन यह उनका पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय पदक है जो उनके करियर की महत्वपूर्ण उपलब्धि बन गया है। पायल के पिता मनोज कुमार और माता रेखा देवी ने बताया कि पायल ने बेहद कठिन परिस्थितियों में अभ्यास किया और राष्ट्रीय स्तर पर पहले ही कई पदक जीत चुकी हैं। इस जीत से पायल को नई ऊर्जा मिली है और वह भविष्य में ओलिंपिक जैसे बड़े मंचों पर भी देश का नाम रोशन करने की तैयारी में हैं। दोनों खिलाड़ियों के कोच और अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर डॉ. राजीव गोदारा ने इस सफलता को गर्व का क्षण बताया। उन्होंने कहा, “माही और पायल की यह ऐतिहासिक जीत न केवल फरीदाबाद के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का विषय है। इनकी लगन, अनुशासन और मेहनत युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी।”