हजारों हिंदुओं को मारने के लिए चीन से ये क्या लाया अहमद? जिंदा पकड़े गए आतंकी पर सबसे बड़ा खुलासा!

सैयद अहमद मोहयुद्दीन नाम का डॉक्टर अगर पकड़ा नहीं जाता तो यह हजारों भारतीयों को शायद मार चुका होता। सैयद अहमद ने चीन से एमबीबीएस यानी डॉक्टरी की पढ़ाई की है। लेकिन ये पढ़ाई शायद लोगों को बचाने के लिए नहीं बल्कि बड़ी संख्या में लोगों को मारने के लिए की गई थी। चीन से डॉक्टर की डिग्री लेने वाले सैयद अहमद ने हजारों भारतीयों को मारने के लिए एक खतरनाक जहर बनाने का काम शुरू कर दिया था। इसने जहर बनाने के लिए अपनी लैब में सारा सामान इकट्ठा करना शुरू कर दिया था।इसे भी पढ़ें: अमेरिका मेहरबान, आतंकी सरगना-सेना प्रमुख पहलवान, ट्रंप आर्ट ऑफ डील के तहत अब Syria का Wanted वाशिंगटन का मेहमानएटीएस ने बताया कि आरोपी सैयद ने जरूरी शोध शुरू कर दिया था, उपकरण और कच्चा माल जुटा लिया था और शुरुआती रासायनिक प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी। जोशी ने कहा कि सैयद, शेख व सलीम हथियारों की अदला-बदली के लिए गुजरात में थे। पूछताछ में सैयद ने बताया कि उसका आका अबू खदीजा अफगानिस्तान का रहने वाला है और इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (ISKP) से जुड़ा है। वह पाकिस्तान के संपर्क में भी रहा है। बड़ी आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश के तहत पैसे जमा करने और लोगों की भर्ती करने की योजना थी। गुप्त सूचना के आधार पर एटीएस टीम ने 7 नवंबर को अडालज के पास सैयद को पकड़ लिया।इसे भी पढ़ें: Kupwara Encounter | जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की साजिश नाकाम, कुपवाड़ा में दो आतंकवादी ढेर, सर्च ऑपरेशन जारी2 आरोपी UP के, एक हैदराबाद काअधिकारी ने बताया कि सैयद हैदराबाद का रहने वाला है। वहीं, अन्य आरोपी आजाद सुलेमान शेख और मोहम्मद सुहैल मोहम्मद सलीम, दोनों उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं, जिन्हें बनासकांठा जिले से गिरफ्तार किया गया। दोनों ने कथित तौर पर राजस्थान के हनुमानगढ़ से हथियार हासिल किए थे और उन्हें सैयद को दिया था। एटीएस ने कहा, आगे आरोपियों के कॉल डिटेल रेकॉर्ड की जांच की जाएगी।इसे भी पढ़ें: ट्रेड और आर्मी से लेकर मेडिकल पर बनाया दबदबा, यनूस ने कैसे चीन के आगे बांग्लादेश को परोस दियाकाफी रेडिकल मेंटालिटी है इसकी। यह भारत में मोटे प्रमाण में मतलब बड़ी लोगों को नुकसान पहुंचा पाए। इस तरह की आतंकवादी घटना को अंजाम देना चाहता था। इसके लिए बहुत सारे फॉरेनर्स के कांटेक्ट में था। अभी जिस व्यक्ति के साथ इसका सबसे ज्यादा लाइव कम्युनिकेशन था वो एक अब्बू खदीजा नाम से एक टेलीग्राम आईडी थी जिसके साथ एक कांटेक्ट में था जिसे अपना आमिर मानता था। अब्बू खदीजा जो है वह आईएसकेपी का हो सकता है। ऐसा इसका मानना है। इन्होंने मिलकर के जो राइज़न एक बहुत ही पोटेंट पोइजन है उसको बनाने की प्रोसेस इसने स्टार्ट की थी। उसके लिए इसने रिक्वायर्ड कैस्टर सीड्स, एसीटोंस, क्रशर्स वगैरह वगैरह जो इसको चाहिए वो इसने प्रोक्योर किए थे और वो केमिकल प्रोसेस भी चालू कर दी थी।

Nov 10, 2025 - 20:30
 0
हजारों हिंदुओं को मारने के लिए चीन से ये क्या लाया अहमद? जिंदा पकड़े गए आतंकी पर सबसे बड़ा खुलासा!
सैयद अहमद मोहयुद्दीन नाम का डॉक्टर अगर पकड़ा नहीं जाता तो यह हजारों भारतीयों को शायद मार चुका होता। सैयद अहमद ने चीन से एमबीबीएस यानी डॉक्टरी की पढ़ाई की है। लेकिन ये पढ़ाई शायद लोगों को बचाने के लिए नहीं बल्कि बड़ी संख्या में लोगों को मारने के लिए की गई थी। चीन से डॉक्टर की डिग्री लेने वाले सैयद अहमद ने हजारों भारतीयों को मारने के लिए एक खतरनाक जहर बनाने का काम शुरू कर दिया था। इसने जहर बनाने के लिए अपनी लैब में सारा सामान इकट्ठा करना शुरू कर दिया था।

इसे भी पढ़ें: अमेरिका मेहरबान, आतंकी सरगना-सेना प्रमुख पहलवान, ट्रंप आर्ट ऑफ डील के तहत अब Syria का Wanted वाशिंगटन का मेहमान

एटीएस ने बताया कि आरोपी सैयद ने जरूरी शोध शुरू कर दिया था, उपकरण और कच्चा माल जुटा लिया था और शुरुआती रासायनिक प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी। जोशी ने कहा कि सैयद, शेख व सलीम हथियारों की अदला-बदली के लिए गुजरात में थे। पूछताछ में सैयद ने बताया कि उसका आका अबू खदीजा अफगानिस्तान का रहने वाला है और इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (ISKP) से जुड़ा है। वह पाकिस्तान के संपर्क में भी रहा है। बड़ी आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश के तहत पैसे जमा करने और लोगों की भर्ती करने की योजना थी। गुप्त सूचना के आधार पर एटीएस टीम ने 7 नवंबर को अडालज के पास सैयद को पकड़ लिया।

इसे भी पढ़ें: Kupwara Encounter | जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की साजिश नाकाम, कुपवाड़ा में दो आतंकवादी ढेर, सर्च ऑपरेशन जारी

2 आरोपी UP के, एक हैदराबाद का

अधिकारी ने बताया कि सैयद हैदराबाद का रहने वाला है। वहीं, अन्य आरोपी आजाद सुलेमान शेख और मोहम्मद सुहैल मोहम्मद सलीम, दोनों उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं, जिन्हें बनासकांठा जिले से गिरफ्तार किया गया। दोनों ने कथित तौर पर राजस्थान के हनुमानगढ़ से हथियार हासिल किए थे और उन्हें सैयद को दिया था। एटीएस ने कहा, आगे आरोपियों के कॉल डिटेल रेकॉर्ड की जांच की जाएगी।

इसे भी पढ़ें: ट्रेड और आर्मी से लेकर मेडिकल पर बनाया दबदबा, यनूस ने कैसे चीन के आगे बांग्लादेश को परोस दिया

काफी रेडिकल मेंटालिटी है इसकी। यह भारत में मोटे प्रमाण में मतलब बड़ी लोगों को नुकसान पहुंचा पाए। इस तरह की आतंकवादी घटना को अंजाम देना चाहता था। इसके लिए बहुत सारे फॉरेनर्स के कांटेक्ट में था। अभी जिस व्यक्ति के साथ इसका सबसे ज्यादा लाइव कम्युनिकेशन था वो एक अब्बू खदीजा नाम से एक टेलीग्राम आईडी थी जिसके साथ एक कांटेक्ट में था जिसे अपना आमिर मानता था। अब्बू खदीजा जो है वह आईएसकेपी का हो सकता है। ऐसा इसका मानना है। इन्होंने मिलकर के जो राइज़न एक बहुत ही पोटेंट पोइजन है उसको बनाने की प्रोसेस इसने स्टार्ट की थी। उसके लिए इसने रिक्वायर्ड कैस्टर सीड्स, एसीटोंस, क्रशर्स वगैरह वगैरह जो इसको चाहिए वो इसने प्रोक्योर किए थे और वो केमिकल प्रोसेस भी चालू कर दी थी।