फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति 19 दिन से सजा काट रहे, जहर की धमकी मिली, अब मछली-दही पर गुजारा

फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी पिछले तीन हफ्ते से पेरिस की हाई-सिक्योरिटी ला सांते जेल में हैं। उन्हें 25 सितंबर को लीबिया फंडिंग केस आपराधिक साजिश के आरोप में 5 साल की सजा सुनाई गई थी। आरोप है कि 2007 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए उन्होंने लीबिया से अवैध फंडिंग की साजिश रची। 21 अक्टूबर को जेल भेजे जाने के बाद से सरकोजी वहीं हैं।इसे भी पढ़ें: जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम का नया अवतार, दिल्ली में बनेगी आधुनिक 'स्पोर्ट्स सिटी'70 वर्षीय सरकोजी जेल के अंदर साधारण कैदी की तरह रह रहे हैं। अपना सेल खुद साफ करते हैं और सामान्य कैदियों से दूर हाई सिक्योरिटी सेक्शन में हैं। धमकियों के बाद उनकी सुरक्षा बढ़ाई गई है। खाने को लेकर वे बेहद सतर्क हैं- वे जेल का परोसा खाना नहीं लेते और कैंटीन से खरीदा फ्राई टूना (मछली) और योगर्ट (दही) ही खाते हैं। बता दें कि सरकोजी को 2007 के चुनाव में लीबिया से अवैध धन लेने की साजिश में दोषी पाया गया। कोर्ट ने कहा, उन्होंने और उनके सहयोगियों ने गद्दाफी शासन से गुप्त मुलाकातें कीं और अवैध फंडिंग की तैयारी की थी। भले ही पैसे के सीधे उपयोग का प्रमाण नहीं मिला, पर साजिश का अपराध साबित हुआ।इसे भी पढ़ें: बीजेपी ने बड़ी संख्या में वोटरों को बिहार भेजा, वोट चोरी पर AAP के 3 बड़े खुलासेसरकोजी की जल्द रिहाई की याचिका पर सुनवाईपेरिस कोर्ट सरकोजी के अर्ली रिलीज (जल्द रिहाई) पर फैसला सुनाएगी। फ्रांस के आपराधिक कानून की धारा 144 कहती है कि अपील के दौरान रिहाई सामान्य नियम है, जेल में रखना अपवाद। अगर कोर्ट को लगे कि सरकोजी फरार नहीं होंगे, गवाहों या सबूतों को प्रभावित नहीं करेंगे, तो उन्हें शर्तों के साथ ज्युडिशियल सुपरविजन में छोड़ा जा सकता है।

Nov 10, 2025 - 20:30
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फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति 19 दिन से सजा काट रहे, जहर की धमकी मिली, अब मछली-दही पर गुजारा
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी पिछले तीन हफ्ते से पेरिस की हाई-सिक्योरिटी ला सांते जेल में हैं। उन्हें 25 सितंबर को लीबिया फंडिंग केस आपराधिक साजिश के आरोप में 5 साल की सजा सुनाई गई थी। आरोप है कि 2007 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए उन्होंने लीबिया से अवैध फंडिंग की साजिश रची। 21 अक्टूबर को जेल भेजे जाने के बाद से सरकोजी वहीं हैं।

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70 वर्षीय सरकोजी जेल के अंदर साधारण कैदी की तरह रह रहे हैं। अपना सेल खुद साफ करते हैं और सामान्य कैदियों से दूर हाई सिक्योरिटी सेक्शन में हैं। धमकियों के बाद उनकी सुरक्षा बढ़ाई गई है। खाने को लेकर वे बेहद सतर्क हैं- वे जेल का परोसा खाना नहीं लेते और कैंटीन से खरीदा फ्राई टूना (मछली) और योगर्ट (दही) ही खाते हैं। बता दें कि सरकोजी को 2007 के चुनाव में लीबिया से अवैध धन लेने की साजिश में दोषी पाया गया। कोर्ट ने कहा, उन्होंने और उनके सहयोगियों ने गद्दाफी शासन से गुप्त मुलाकातें कीं और अवैध फंडिंग की तैयारी की थी। भले ही पैसे के सीधे उपयोग का प्रमाण नहीं मिला, पर साजिश का अपराध साबित हुआ।

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सरकोजी की जल्द रिहाई की याचिका पर सुनवाई
पेरिस कोर्ट सरकोजी के अर्ली रिलीज (जल्द रिहाई) पर फैसला सुनाएगी। फ्रांस के आपराधिक कानून की धारा 144 कहती है कि अपील के दौरान रिहाई सामान्य नियम है, जेल में रखना अपवाद। अगर कोर्ट को लगे कि सरकोजी फरार नहीं होंगे, गवाहों या सबूतों को प्रभावित नहीं करेंगे, तो उन्हें शर्तों के साथ ज्युडिशियल सुपरविजन में छोड़ा जा सकता है।