लखीमपुर खीरी में सहकारी विभाग का घोटाला:फर्जी हस्ताक्षर से नियुक्ति करने का मामला, प्रशासनिक कमेटी से जवाब तलब
लखीमपुर खीरी के सहकारी विभाग में फर्जी हस्ताक्षरों के जरिए नियुक्ति नियमित करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि चुरई पुरवा और कलुआ मोती सहकारी समितियों में सहयोगी पद की नियमित नियुक्ति के लिए कूटरचित दस्तावेज तैयार किए गए, जिसमें विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत और रिश्वतखोरी की बू आ रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए हाईकोर्ट ने जिला प्रशासनिक कमेटी से जवाब तलब किया है। पूरा मामला 28 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ, जब एक निक वेतनभोगी की नियुक्ति नियमित करने का प्रस्ताव तैयार किया गया। इस प्रस्ताव पर ब्लॉक मितौली के सहायक विकास अधिकारी (सहकारिता) और तहसील मितौली के अपर जिला सहकारी अधिकारी ने संस्तुति देते हुए इसे आगे बढ़ा दिया। इसके बाद संदीप कुमार नाम के व्यक्ति की ओर से एक पत्र प्रस्तुत किया गया। पत्र पर सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता, जनपद खीरी के हस्ताक्षर दिखाए गए, लेकिन चौंकाने वाली बात यह रही कि दस्तावेज में किसी भी तरह की तिथि ही दर्ज नहीं थी। वेतन रुका – खुली कूटरचना की परतें जब यह संदिग्ध पत्र जिला सहकारी बैंक लिमिटेड, शाखा फत्तेपुर तक पहुंचा, तो शाखा प्रबंधक ने हस्ताक्षर रिकॉर्ड से मिलाए। मिलान में हस्ताक्षर फर्जी निकले। इसके बाद प्रबंधक ने वेतन जारी करने से साफ मना कर दिया और कूटरचना की शिकायत दर्ज कराई। अब हाईकोर्ट की नजर वेतन रोके जाने के बाद प्रार्थी ने 19 अगस्त 2025 को सहायक आयुक्त कार्यालय में प्रस्तुतिकरण दिया। इसी बीच मामला ऊपर तक पहुंचा और अब हाईकोर्ट ने पूरे प्रकरण को गंभीर मानते हुए जिला प्रशासनिक कमेटी से विस्तृत जवाब मांगा है।



