पीड़ितों की आँखों में उम्मीद जगा गए सीएम*
पीड़ितों की आँखों में उम्मीद जगा गए सीएम*
*पीड़ितों की आँखों में उम्मीद जगा गए सीएम*
धराली के राहत शिविरों में जब मुख्यमंत्री धामी बुजुर्गों और बच्चों से मिले, तो सिर्फ प्रशासनिक कार्य नहीं हुआ — वहाँ एक बेटा, एक भाई, एक रक्षक पहुँचा।
उनकी गर्मजोशी और भरोसे ने आँसुओं में उम्मीद घोल दी।
“मैं केवल मुख्यमंत्री नहीं, आपका परिवार हूँ – आपकी तकलीफ़ मेरी जिम्मेदारी है।”
— *मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी*



