कक्षा III के छात्रों ने प्रस्तुत किया "रामायण - सद्गुण और साहस की यात्रा"
कक्षा III के छात्रों ने प्रस्तुत किया "रामायण - सद्गुण और साहस की यात्रा"

कक्षा III के छात्रों ने प्रस्तुत किया "रामायण - सद्गुण और साहस की यात्रा"
आज R.A.N पब्लिक स्कूल में कक्षा III के छात्रों द्वारा भव्य कार्यक्रम "रामायण - सद्गुण और साहस की यात्रा" का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे, जिनमें विशेष अतिथि श्रीमती सोनिया झा, श्रीमती ज्योति कुमार, विंग कमांडर एच.के. राय, अध्यक्ष, R.A.N. पब्लिक स्कूल एजुकेशन सोसाइटी, श्रीमती मधु राय, श्री मोहित राय, निदेशक, R.A.N. पब्लिक स्कूल एजुकेशन सोसाइटी, श्रीमती निधि राय, प्रशासक, R.A.N. एजुकेशन सोसाइटी, और श्रीमती रेखा मैम, प्रधानाचार्या, R.A.N. किड्स स्कूल, प्रमुख रूप से शामिल थे।
कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती और भगवान राम के समक्ष दीप प्रज्वलन और राम भजन से हुई। विद्यालय की प्रधानाचार्या, श्रीमती भावना भानोट ने अतिथियों का स्वागत किया और रामायण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, "रामायण केवल एक कथा नहीं है, यह एक पवित्र ग्रंथ है जिसने हमारे जीवन के मूल्यों, नैतिकताओं और जीवन शैली को आकार दिया है। यह साहस, प्रेम और बुराई पर अच्छाई की जीत की कहानी है।"
छात्रों ने भगवान राम के जीवन की घटनाओं को प्रस्तुत किया, जिसमें उनके जन्म से लेकर अयोध्या वापसी तक की यात्रा शामिल थी। छात्रों का प्रदर्शन मंत्रमुग्ध करने वाला था, जिसने सभी दर्शकों का मन मोह लिया।
विशेष अतिथि श्रीमती सोनिया झा ने कहा, "रामायण से हमें सम्मान, धर्म और प्रेम का पाठ सीखना चाहिए और सदैव अपनी संस्कृति और परंपराओं से जुड़े रहना चाहिए।" उन्होंने बच्चों की प्रस्तुतियों को सराहा और उन्हें संस्कारवान नागरिक बनने की प्रेरणा दी। श्रीमती सोनिया झा R.A.N के विद्यार्थियों के अंदर विकसित विकास कौशल की की प्रशंसा की तथा उन्हें आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया
कार्यक्रम के दौरान, अभिभावकों से रामायण से जुड़े प्रश्न पूछे गए और सही उत्तर देने वाले अभिभावकों को पुरस्कृत किया गया। इसके साथ ही, समय पालन (पंक्चुअलिटी) के लिए भी पुरस्कार प्रदान किया गया, जो छात्रों को अनुशासन और समय की महत्ता सिखाने के उद्देश्य से दिया गया।
कार्यक्रम के अंत में संयोजिका ने अतिथियों का उनके अमूल्य समय के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
यह कार्यक्रम भारतीय संस्कृति और परंपराओं की महानता को समझाने के साथ-साथ छात्रों और अभिभावकों के बीच उत्साह और सांस्कृतिक बंधन को मजबूत करने का माध्यम बना।