गोरखपुर में व्यापारी से 93.61 लाख रुपये की साइबर जालसाजी:फेसबुक पर लड़की ने जाल में फंसाया, ट्रेडिंग में जमा कराए पैसे

गोरखपुर में साहबगंज के व्यापारी से 93.61 लाख रुपये की जालसाजी का मामला सामने आया है। व्यापारी का आरोप है कि फेसबुक पर एक लड़की ने फ्रेंडशिप की। इसके बाद ट्रेडिंग में अच्छा मुनाफा कराने का लालच देकर पैसे जमा कर लिए। बार-बार और पैसे की डिमांड करने के बाद जालसाजी का अहसास हुआ। इसके बाद साइबर अपराध थाने में तहरीर देकर अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है। साइबर अपराध थाने की पुलिस जांच पड़ताल कर रही है। अब जानिए पूरा मामला राजघाट थान क्षेत्र के साहबगंज में रहने वाले विजय आनंद लोहिया ने बताया कि फेसबुक पर ऋतिका गुप्ता नाम की लड़की ने फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा। जिसने अपने आप को बिजनेसमैन बताया और मुझसे जुड़ गई। इसके बाद व्हाट्सएप नंबर का आदान प्रदान हुआ। दाेनों लोग व्हाट्सप चैट के माध्यम से बातें करने लगे। ऋतिका ने चैट के माध्यम से बताया कि हम और हमारे सीनियर साकेत मित्तल, आकाश, संजीव व मेघना ने मिलकर एक ट्रेडिंग कोराबार ट्रस्ट क्वाइन ट्रेडिंग के नाम से कारोबार चलाते हैं। जिसके प्रमुख साकेत मित्तल हैं। उनके व्हाट्सप चैट से बात कराई। जिन्होंने कारोबार समझाया कि हम लोग USDT (क्रिप्टो) ट्रेडिंग करने का कारोबार करते हैं। उन्होंने अपनी बातों को समझाया। व्हाट्सप पर लिंक भेजकर अपने ग्रुप में शामिल लोगों का ट्रेडिंग लाभ दिखाया। यह सब देखकर तीन दिन की ट्रेडिंग करने के लिए सहमत हो गया। इसके लिए प्ले स्टोर से बैलेंस एप डाउनलोड कराया, फिर 10 हजार रुपये उसमे ट्रांसफर कराए। इस पैसे से तीन दिन तक लगातार USDT (क्रिप्टो) की ट्रेडिंग प्राफिट दिखाते रहे। उनकी शर्त यह थी कि प्राफिट का 30 प्रतिशत हिस्सा नकद कमीशन मिल जाने के बाद प्राफिट मनी हमारे बैलेंस एप में ट्रांसफर कर हमारे खाते में जमा करा देंगे। पहले 10 हजार का ट्रेडिंग कराकर अपना नकद कमीशन लेकर हमारा प्राफिट USDT (क्रिप्टो) हमारे बैलेंस एप में जमा कराकर पैसा मेरे एकाउंट में ट्रांसफर करा दिए। इसके बाद फिर 5 दिन की ट्रेडिंग का आफर दिया। इसमे बताया गया कि यह ट्रेडिंग एक लाख से शुरू होगी। उन्होने बताया कि प्रत्येक दिन की ट्रेडिंग के प्राफिट का 30 प्रतिशत कमीशन नकद के रुप में ले लेंगे। इस तरह से प्राफिट का लालच देकर मुझसे काफी पैसे जमा कराए गए। बाद में मेरा बैलेंंस 1 करोड़ 31 लाख 7 हजार रुपये शो करने लगा। इसमे से कमीशन के नाम पर 30 प्रतिशत राशि 39 लाख 39 हजार रुपये ट्रांसफर कर लिया। इसके बाद कंपनी के प्रमुख साकेत मित्तल से व्हाट्सएप चैट के माध्यम से बात करके अपना प्राफिट के विड्राल के बारे में पूछा। तब उन्होंने कस्टमर केयर का नंबर देकर बात करने के लिए कहा। इसके बाद विड्राल के नाम पर कई बार में पैसे जमा कराए गए। बाद में और पैसे जमा कराने की डिमांड की गई। चेतावनी दी कि अगर पैसे जमा नहीं हुए तो सारी रकम फ्रीज कर दी जाएगी। तब मुझे जालसाजी का अहसास हुआ। इस संबंध में साइबर क्राइम थाना प्रभारी रशीद खान का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बैंक से संपर्क कर जिन खातों में पैसे गए हैं, उनके बारे में पता लगाया जा रहा है।

Nov 28, 2025 - 13:28
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गोरखपुर में व्यापारी से 93.61 लाख रुपये की साइबर जालसाजी:फेसबुक पर लड़की ने जाल में फंसाया, ट्रेडिंग में जमा कराए पैसे
गोरखपुर में साहबगंज के व्यापारी से 93.61 लाख रुपये की जालसाजी का मामला सामने आया है। व्यापारी का आरोप है कि फेसबुक पर एक लड़की ने फ्रेंडशिप की। इसके बाद ट्रेडिंग में अच्छा मुनाफा कराने का लालच देकर पैसे जमा कर लिए। बार-बार और पैसे की डिमांड करने के बाद जालसाजी का अहसास हुआ। इसके बाद साइबर अपराध थाने में तहरीर देकर अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है। साइबर अपराध थाने की पुलिस जांच पड़ताल कर रही है। अब जानिए पूरा मामला राजघाट थान क्षेत्र के साहबगंज में रहने वाले विजय आनंद लोहिया ने बताया कि फेसबुक पर ऋतिका गुप्ता नाम की लड़की ने फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा। जिसने अपने आप को बिजनेसमैन बताया और मुझसे जुड़ गई। इसके बाद व्हाट्सएप नंबर का आदान प्रदान हुआ। दाेनों लोग व्हाट्सप चैट के माध्यम से बातें करने लगे। ऋतिका ने चैट के माध्यम से बताया कि हम और हमारे सीनियर साकेत मित्तल, आकाश, संजीव व मेघना ने मिलकर एक ट्रेडिंग कोराबार ट्रस्ट क्वाइन ट्रेडिंग के नाम से कारोबार चलाते हैं। जिसके प्रमुख साकेत मित्तल हैं। उनके व्हाट्सप चैट से बात कराई। जिन्होंने कारोबार समझाया कि हम लोग USDT (क्रिप्टो) ट्रेडिंग करने का कारोबार करते हैं। उन्होंने अपनी बातों को समझाया। व्हाट्सप पर लिंक भेजकर अपने ग्रुप में शामिल लोगों का ट्रेडिंग लाभ दिखाया। यह सब देखकर तीन दिन की ट्रेडिंग करने के लिए सहमत हो गया। इसके लिए प्ले स्टोर से बैलेंस एप डाउनलोड कराया, फिर 10 हजार रुपये उसमे ट्रांसफर कराए। इस पैसे से तीन दिन तक लगातार USDT (क्रिप्टो) की ट्रेडिंग प्राफिट दिखाते रहे। उनकी शर्त यह थी कि प्राफिट का 30 प्रतिशत हिस्सा नकद कमीशन मिल जाने के बाद प्राफिट मनी हमारे बैलेंस एप में ट्रांसफर कर हमारे खाते में जमा करा देंगे। पहले 10 हजार का ट्रेडिंग कराकर अपना नकद कमीशन लेकर हमारा प्राफिट USDT (क्रिप्टो) हमारे बैलेंस एप में जमा कराकर पैसा मेरे एकाउंट में ट्रांसफर करा दिए। इसके बाद फिर 5 दिन की ट्रेडिंग का आफर दिया। इसमे बताया गया कि यह ट्रेडिंग एक लाख से शुरू होगी। उन्होने बताया कि प्रत्येक दिन की ट्रेडिंग के प्राफिट का 30 प्रतिशत कमीशन नकद के रुप में ले लेंगे। इस तरह से प्राफिट का लालच देकर मुझसे काफी पैसे जमा कराए गए। बाद में मेरा बैलेंंस 1 करोड़ 31 लाख 7 हजार रुपये शो करने लगा। इसमे से कमीशन के नाम पर 30 प्रतिशत राशि 39 लाख 39 हजार रुपये ट्रांसफर कर लिया। इसके बाद कंपनी के प्रमुख साकेत मित्तल से व्हाट्सएप चैट के माध्यम से बात करके अपना प्राफिट के विड्राल के बारे में पूछा। तब उन्होंने कस्टमर केयर का नंबर देकर बात करने के लिए कहा। इसके बाद विड्राल के नाम पर कई बार में पैसे जमा कराए गए। बाद में और पैसे जमा कराने की डिमांड की गई। चेतावनी दी कि अगर पैसे जमा नहीं हुए तो सारी रकम फ्रीज कर दी जाएगी। तब मुझे जालसाजी का अहसास हुआ। इस संबंध में साइबर क्राइम थाना प्रभारी रशीद खान का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बैंक से संपर्क कर जिन खातों में पैसे गए हैं, उनके बारे में पता लगाया जा रहा है।