मोहाली में एक्सीडेंट में स्टूडेंट घायल:ड्राइवर ने नहीं की मदद, लोगों ने हॉस्पिटल पहुंचाया, उबर पर भड़की छात्रा की मां
मोहाली के एक कॉलेज में पढ़ाई कर रही स्टूडेंट का कॉलेज जाते समय एक्सीडेंट हुआ है। जब हादसा हुआ, वह उबर से जा रही थी। हादसा इतना भयंकर था कि कार के एयरबैग तक खुल गए। इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने लड़की को फोर्टिस अस्पताल पहुंचाया, जबकि गाड़ी ड्राइवर की तरफ से कोई मदद नहीं की गई। इस वजह से लड़की की मां और इंश्योरेंस समाधान की चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर शिल्पा अरोड़ा का गुस्सा भड़क गया। उन्होंने इस एक्सीडेंट के बाद कंपनी पर भी सवाल उठाए हैं। साथ ही लिंक्डइन में पोस्ट में लिखा कि अभी मेरा एकमात्र ध्यान अपनी बेटी को सबसे बेहतर इलाज दिलाने पर है, लेकिन जैसे ही वह स्थिर हो जाएगी, तो मैं तब तक यह मामला उठाती रहूंगी जब तक जिम्मेदारी तय नहीं होती। शिल्पा अरोड़ा ने लिंक्डइन पर पोस्ट डालते हुए लिखा है कि उबर की जिम्मेदारी कहां है? 1. लड़कियां गाड़ी में फंसी, ड्राइवर ने मदद नहीं की कल सुबह, जब मेरी बेटी उबर से अपने कॉलेज जा रही थी, तो मोहाली के पास सुबह 7:52 बजे उसका गंभीर हादसा हो गया। कार के एयरबैग खुल गए। ड्राइवर बिना किसी खरोंच के बाहर निकल गया, लेकिन पीछे सीट पर बैठी बच्चियां फंस गईं और घायल हो गईं। उसे फोर्टिस मोहाली पहुंचाया गया, न उबर की तरफ से और न ही ड्राइवर की तरफ से मदद की गई, बल्कि उन राहगीरों ने मदद की जिन्होंने उस वक्त इंसानियत दिखाई जब सिस्टम ने नहीं दिखाई। 2. उबर की कोई कॉल तक नहीं आई अब तक उबर की तरफ से कोई कॉल नहीं आई, कोई FIR दर्ज नहीं हुई, कोई यह जांच नहीं कर रहा कि बुक की गई कैब अपनी मंज़िल तक क्यों नहीं पहुंची। माता-पिता के रूप में हम दिल्ली से मोहाली भागे बेबस, गुस्से में और टूटे हुए दिल के साथ। 3. प्लेटफार्म को पता नहीं चलता एक्सीडेंट हुआ कोई यह जांच नहीं कर रहा कि बुक की गई कैब अपनी मंज़िल तक क्यों नहीं पहुंची। माता-पिता के रूप में हम दिल्ली से मोहाली भागे बेबस, गुस्से में और टूटे हुए दिल के साथ। क्या उबर को यह पता नहीं चलता कि उनके प्लेटफॉर्म से बुक की गई कैब का एक्सीडेंट हुआ है?एक बार सवारी शुरू होने के बाद यात्रियों की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी कौन लेता है? क्या बच्चों को अनजान लोगों की दया पर छोड़ दिया जाए जबकि प्लेटफार्म अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ ले? 4. यह सवाल हर माता-पिता को पूछना चाहिए यह सिर्फ़ मेरे परिवार का दर्द नहीं है यह सवाल हर माता-पिता को पूछना चाहिए।आखिर में उन्होंने लिखा है कि उबर क्या आप इसे सुरक्षा कहते हैं? भी मेरा एकमात्र ध्यान अपनी बेटी को सबसे बेहतर इलाज दिलाने पर है। लेकिन जब वह स्थिर हो जाएगी, तो मैं तब तक यह मामला उठाती रहूंगी जब तक ज़िम्मेदारी तय नहीं होती। अश्लील गाने लगाने से रोका, तो आधे रास्ते उतारा 15 दिन में उबर ड्राइवर का यह दूसरा मामला सामने आया है। इससे पहले चंडीगढ़-मोहाली के रास्ते में महिला आर्किटेक्ट के साथ कैब ड्राइवर ने रात के समय बदसलूकी की। कार में बैठते ही ड्राइवर ने अश्लील गाने चला दिए। रोकने पर युवती से बहस करने लगा। इसके बाद उसने अपने पेरेंट्स को कॉल की तो रात में ही सुनसान रास्ते पर उसे कार से उतारकर फरार हो गया। आरोपी ड्राइवर के खिलाफ मोहाली में केस दर्ज हुआ था।
मोहाली के एक कॉलेज में पढ़ाई कर रही स्टूडेंट का कॉलेज जाते समय एक्सीडेंट हुआ है। जब हादसा हुआ, वह उबर से जा रही थी। हादसा इतना भयंकर था कि कार के एयरबैग तक खुल गए। इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने लड़की को फोर्टिस अस्पताल पहुंचाया, जबकि गाड़ी ड्राइवर की तरफ से कोई मदद नहीं की गई। इस वजह से लड़की की मां और इंश्योरेंस समाधान की चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर शिल्पा अरोड़ा का गुस्सा भड़क गया। उन्होंने इस एक्सीडेंट के बाद कंपनी पर भी सवाल उठाए हैं। साथ ही लिंक्डइन में पोस्ट में लिखा कि अभी मेरा एकमात्र ध्यान अपनी बेटी को सबसे बेहतर इलाज दिलाने पर है, लेकिन जैसे ही वह स्थिर हो जाएगी, तो मैं तब तक यह मामला उठाती रहूंगी जब तक जिम्मेदारी तय नहीं होती। शिल्पा अरोड़ा ने लिंक्डइन पर पोस्ट डालते हुए लिखा है कि उबर की जिम्मेदारी कहां है? 1. लड़कियां गाड़ी में फंसी, ड्राइवर ने मदद नहीं की कल सुबह, जब मेरी बेटी उबर से अपने कॉलेज जा रही थी, तो मोहाली के पास सुबह 7:52 बजे उसका गंभीर हादसा हो गया। कार के एयरबैग खुल गए। ड्राइवर बिना किसी खरोंच के बाहर निकल गया, लेकिन पीछे सीट पर बैठी बच्चियां फंस गईं और घायल हो गईं। उसे फोर्टिस मोहाली पहुंचाया गया, न उबर की तरफ से और न ही ड्राइवर की तरफ से मदद की गई, बल्कि उन राहगीरों ने मदद की जिन्होंने उस वक्त इंसानियत दिखाई जब सिस्टम ने नहीं दिखाई। 2. उबर की कोई कॉल तक नहीं आई अब तक उबर की तरफ से कोई कॉल नहीं आई, कोई FIR दर्ज नहीं हुई, कोई यह जांच नहीं कर रहा कि बुक की गई कैब अपनी मंज़िल तक क्यों नहीं पहुंची। माता-पिता के रूप में हम दिल्ली से मोहाली भागे बेबस, गुस्से में और टूटे हुए दिल के साथ। 3. प्लेटफार्म को पता नहीं चलता एक्सीडेंट हुआ कोई यह जांच नहीं कर रहा कि बुक की गई कैब अपनी मंज़िल तक क्यों नहीं पहुंची। माता-पिता के रूप में हम दिल्ली से मोहाली भागे बेबस, गुस्से में और टूटे हुए दिल के साथ। क्या उबर को यह पता नहीं चलता कि उनके प्लेटफॉर्म से बुक की गई कैब का एक्सीडेंट हुआ है?एक बार सवारी शुरू होने के बाद यात्रियों की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी कौन लेता है? क्या बच्चों को अनजान लोगों की दया पर छोड़ दिया जाए जबकि प्लेटफार्म अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ ले? 4. यह सवाल हर माता-पिता को पूछना चाहिए यह सिर्फ़ मेरे परिवार का दर्द नहीं है यह सवाल हर माता-पिता को पूछना चाहिए।आखिर में उन्होंने लिखा है कि उबर क्या आप इसे सुरक्षा कहते हैं? भी मेरा एकमात्र ध्यान अपनी बेटी को सबसे बेहतर इलाज दिलाने पर है। लेकिन जब वह स्थिर हो जाएगी, तो मैं तब तक यह मामला उठाती रहूंगी जब तक ज़िम्मेदारी तय नहीं होती। अश्लील गाने लगाने से रोका, तो आधे रास्ते उतारा 15 दिन में उबर ड्राइवर का यह दूसरा मामला सामने आया है। इससे पहले चंडीगढ़-मोहाली के रास्ते में महिला आर्किटेक्ट के साथ कैब ड्राइवर ने रात के समय बदसलूकी की। कार में बैठते ही ड्राइवर ने अश्लील गाने चला दिए। रोकने पर युवती से बहस करने लगा। इसके बाद उसने अपने पेरेंट्स को कॉल की तो रात में ही सुनसान रास्ते पर उसे कार से उतारकर फरार हो गया। आरोपी ड्राइवर के खिलाफ मोहाली में केस दर्ज हुआ था।