मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की दिनभर की बड़ी कार्यवाहियाँ — उत्तरकाशी आपदा राहत अभियान में ऐक्शन मोड में सीएम*
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की दिनभर की बड़ी कार्यवाहियाँ — उत्तरकाशी आपदा राहत अभियान में ऐक्शन मोड में सीएम*

* *मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की दिनभर की बड़ी कार्यवाहियाँ — उत्तरकाशी आपदा राहत अभियान में ऐक्शन मोड में सीएम*
???? *सुबह होते ही ग्राउंड ज़ीरो की ओर प्रस्थान*
• मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुबह-सुबह बिना किसी देरी के, मौसम की प्रतिकूलता के बावजूद उत्तरकाशी के आपदा-प्रभावित धराली क्षेत्र का दौरा करने का निर्णय लिया।
• उनका यह निर्णय दिखाता है कि वो सिर्फ घोषणा नहीं, कार्रवाई में विश्वास रखते हैं।
???? *प्रभावितों से सीधी मुलाकात और संवाद*
• सीएम धामी ने धराली पहुँचकर आपदा से प्रभावित बुज़ुर्ग महिलाओं, बच्चों और स्थानीय ग्रामीणों से मुलाक़ात की।
• उन्होंने हर पीड़ित को विश्वास दिलाया कि “पूरा उत्तराखंड उनके साथ खड़ा है।”
???? *मौके पर अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक*
• धराली पहुँचते ही उन्होंने मौके पर ही राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की।
• उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि “हर जरूरतमंद तक राहत समय पर पहुँचे और कोई कोताही न हो।”
???? *हेलीकॉप्टर से राहत सामग्री की आपूर्ति की निगरानी*
• मुख्यमंत्री के निर्देश पर दो हेलीकॉप्टरों के माध्यम से आवश्यक सामग्री की आपूर्ति धराली क्षेत्र में की गई।
• उन्होंने स्वयं लॉजिस्टिक्स की निगरानी कर प्रशासनिक दक्षता का उदाहरण प्रस्तुत किया।
????️ *सड़कें खुलवाने के लिए चिनूक व एमआई-17 की व्यवस्था*
• सीएम धामी की पहल पर केंद्र सरकार से समन्वय कर चिनूक और एमआई-17 जैसे भारी हेलीकॉप्टर राहत कार्यों में लगाए गए।
• भारी मशीनरी को वायुमार्ग से भेजने की व्यवस्था तत्काल की गई।
???? *स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी और व्यवस्था*
• मुख्यमंत्री के निर्देश पर दून मेडिकल कॉलेज, कोरोनेशन अस्पताल और एम्स ऋषिकेश में बेड आरक्षित किए गए।
• मनोचिकित्सकों और विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम उत्तरकाशी रवाना की गई।
*आपदा क्षेत्र में साइको-सोशल सपोर्ट की व्यवस्था*
• सीएम धामी ने सिर्फ भौतिक मदद ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखा — विशेषज्ञ मनोचिकित्सक टीम भी भेजी गई।
* राहत शिविरों का निरीक्षण*
• मुख्यमंत्री ने हर्षिल, झाला और जीएमवीएन में बनाए गए राहत शिविरों का भी जायज़ा लिया और व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए।
*रात में रुकने का फैसला — धरातल से जुड़े नेतृत्व का उदाहरण*
• मुख्यमंत्री धामी ने यह ऐलान किया कि वे रात को उत्तरकाशी में ही रुकेंगे और अगली सुबह तक स्थिति की निरंतर निगरानी करते रहेंगे।
• यह निर्णय एक जिम्मेदार और संवेदनशील नेतृत्व की मिसाल है।
???? *देर रात्रि NDRF और ITBP के साथ समीक्षा बैठक*
• रात होते ही उन्होंने कैंप कार्यालय में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और ITBP अधिकारियों के साथ विस्तृत बैठक की।
• उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन की मिनट-टू-मिनट अपडेट ली और निर्देशित किया कि अगली सुबह तक हर फंसे व्यक्ति तक पहुँचा जाए।
???? *प्रधानमंत्री से सीधी बातचीत*
• सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी स्वयं फोन कर मुख्यमंत्री से ताज़ा स्थिति की जानकारी ली।
• सीएम धामी ने प्रधानमंत्री को विस्तार से अवगत कराते हुए राज्य सरकार की त्वरित और एकजुट कार्यप्रणाली बताई।
• पीएम मोदी ने हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।