Zoho के सीईओ वेम्बू बोले अरट्टई की रैंकिंग गिरावट सामान्य, ऐप है लंबी रणनीति का हिस्सा

ज़ोहो कॉरपोरेशन के मैसेजिंग ऐप ‘अरट्टई’ की लोकप्रियता में आई हाल की गिरावट पर संस्थापक और सीईओ श्रीधर वेम्बू ने एक शांत और संतुलित प्रतिक्रिया दी है। मौजूद जानकारी के अनुसार, उन्होंने इसे कारोबार के सामान्य उतार–चढ़ाव का हिस्सा बताया और कहा कि इस स्थिति को लेकर चिंतित होने की कोई जरूरत नहीं है।वेम्बू ने ANI से बातचीत में कहा कि किसी ऐप का टॉप 100 की सूची से बाहर होना किसी तरह की असफलता नहीं है। उनके अनुसार, टेक इंडस्ट्री में विकास कभी सीधी रेखा में नहीं चलता और हर उत्पाद को समय के साथ कई चरणों से गुजरना पड़ता है। उन्होंने साफ कहा कि लंबे समय की सोच रखने वाली कंपनियां ही टिकती हैं और ज़ोहो भी इसी रणनीति पर काम करता है।उन्होंने बताया कि जब अरट्टई ने रैंकिंग में ऊंचा स्थान हासिल किया था, तभी उन्होंने अपने कर्मचारियों से कह दिया था कि यह एक अस्थायी पल है और हमेशा ऐसे नहीं रहेगा। वेम्बू ने यह भी कहा कि जो लोग ऐप की गिरती रैंकिंग का मजाक उड़ा रहे हैं, वे अपना समय बर्बाद कर रहे हैं, जबकि ज़ोहो की टीम लगातार प्रोडक्ट को बेहतर बनाने में लगी हुई है।गौरतलब है कि ज़ोहो पिछले दस सालों से मैसेजिंग टेक्नोलॉजी पर काम कर रहा है। वेम्बू का कहना है कि एक महीने की रैंकिंग गिरावट उनकी दस साल की मेहनत के सामने कोई मायने नहीं रखती। उन्होंने भरोसा जताया कि अरट्टई लगातार मजबूत हो रहा है और आने वाले समय में इसमें कई बड़े अपडेट देखने को मिलेंगे।बता दें कि मैसेजिंग ऐप बाज़ार में प्रतिस्पर्धा को लेकर वेम्बू ने एक अहम बात कही। उनके अनुसार, अगर प्रतियोगिता न हो तो बड़े प्लेटफॉर्म्स पर लगाम लगाना मुश्किल हो जाता है, इसलिए नई कंपनियों का आना और टिकना जरूरी है।एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन को लेकर उन्होंने बताया कि अरट्टई में यह फीचर लागू कर दिया गया है और आने वाले समय में इसके और अपडेट जारी किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कंपनी का ध्यान सिर्फ उत्पाद को बेहतर बनाने पर है और टीम इसी दिशा में लगातार काम कर रही है, ताकि अरट्टई को लंबे समय के लिए एक भरोसेमंद प्लेटफॉर्म बनाया जा सके हैं।

Nov 17, 2025 - 21:07
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Zoho के सीईओ वेम्बू बोले अरट्टई की रैंकिंग गिरावट सामान्य, ऐप है लंबी रणनीति का हिस्सा
ज़ोहो कॉरपोरेशन के मैसेजिंग ऐप ‘अरट्टई’ की लोकप्रियता में आई हाल की गिरावट पर संस्थापक और सीईओ श्रीधर वेम्बू ने एक शांत और संतुलित प्रतिक्रिया दी है। मौजूद जानकारी के अनुसार, उन्होंने इसे कारोबार के सामान्य उतार–चढ़ाव का हिस्सा बताया और कहा कि इस स्थिति को लेकर चिंतित होने की कोई जरूरत नहीं है।

वेम्बू ने ANI से बातचीत में कहा कि किसी ऐप का टॉप 100 की सूची से बाहर होना किसी तरह की असफलता नहीं है। उनके अनुसार, टेक इंडस्ट्री में विकास कभी सीधी रेखा में नहीं चलता और हर उत्पाद को समय के साथ कई चरणों से गुजरना पड़ता है। उन्होंने साफ कहा कि लंबे समय की सोच रखने वाली कंपनियां ही टिकती हैं और ज़ोहो भी इसी रणनीति पर काम करता है।

उन्होंने बताया कि जब अरट्टई ने रैंकिंग में ऊंचा स्थान हासिल किया था, तभी उन्होंने अपने कर्मचारियों से कह दिया था कि यह एक अस्थायी पल है और हमेशा ऐसे नहीं रहेगा। वेम्बू ने यह भी कहा कि जो लोग ऐप की गिरती रैंकिंग का मजाक उड़ा रहे हैं, वे अपना समय बर्बाद कर रहे हैं, जबकि ज़ोहो की टीम लगातार प्रोडक्ट को बेहतर बनाने में लगी हुई है।

गौरतलब है कि ज़ोहो पिछले दस सालों से मैसेजिंग टेक्नोलॉजी पर काम कर रहा है। वेम्बू का कहना है कि एक महीने की रैंकिंग गिरावट उनकी दस साल की मेहनत के सामने कोई मायने नहीं रखती। उन्होंने भरोसा जताया कि अरट्टई लगातार मजबूत हो रहा है और आने वाले समय में इसमें कई बड़े अपडेट देखने को मिलेंगे।

बता दें कि मैसेजिंग ऐप बाज़ार में प्रतिस्पर्धा को लेकर वेम्बू ने एक अहम बात कही। उनके अनुसार, अगर प्रतियोगिता न हो तो बड़े प्लेटफॉर्म्स पर लगाम लगाना मुश्किल हो जाता है, इसलिए नई कंपनियों का आना और टिकना जरूरी है।

एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन को लेकर उन्होंने बताया कि अरट्टई में यह फीचर लागू कर दिया गया है और आने वाले समय में इसके और अपडेट जारी किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कंपनी का ध्यान सिर्फ उत्पाद को बेहतर बनाने पर है और टीम इसी दिशा में लगातार काम कर रही है, ताकि अरट्टई को लंबे समय के लिए एक भरोसेमंद प्लेटफॉर्म बनाया जा सके हैं।