गुवाहाटी टेस्ट में एक बार फिर ऋषभ पंत के शॉट चयन को लेकर सवाल तेज हो गए हैं। मौजूद जानकारी के अनुसार दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट की पहली पारी में पंत सिर्फ 7 रन बनाकर आउट हो गए और जिस तरह वह आउट हुए, उसने टीम की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
बता दें कि शुभमन गिल गर्दन की चोट के कारण इस मैच में नहीं खेल रहे हैं, ऐसे में कप्तान के रूप में पंत से संयमित बल्लेबाज़ी की उम्मीद थी। लेकिन टी ब्रेक के तुरंत बाद वे क्रीज पर टिक नहीं पाए और बड़े शॉट की कोशिश करते हुए हल्का सा किनारा देकर कीपर काइल वेरेय्ने को अपना कैच थमा बैठे हैं। उस समय टीम को धैर्य और साझेदारी की जरूरत थी, लेकिन जोखिम भरे शॉट ने भारत को और दबाव में डाल दिया है।
गौरतलब है कि पंत इससे पहले भी कई बार इसी तरह के जल्दबाज़ी वाले शॉट से आउट होते रहे हैं। यही वजह है कि उनकी कप्तानी और निर्णय क्षमता दोनों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पूर्व चयनकर्ता सबा करीम ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ESPNcricinfo पर कहा कि “इस शॉट का कोई तार्किक कारण नहीं दिखता। शायद अपने टेस्ट करियर में पहली बार पंत खुद भी इसे सही ठहराने में कठिनाई महसूस करेंगे। कप्तान होने के नाते उन्हें टीम को संभालना चाहिए था और दबाव में सही उदाहरण पेश करना चाहिए था।”
भारत की पहली पारी 201 पर सिमट गई, जबकि दक्षिण अफ्रीका ने 489 रन बनाकर 288 रन की भारी बढ़त हासिल कर ली है। करीम ने कहा कि समस्या पंत की स्वाभाविक आक्रामकता नहीं, बल्कि गलत समय पर गलत फैसला है। उन्होंने कहा कि “आप अपना स्वभाविक खेल खेल सकते हैं, लेकिन धैर्य भी जरूरी है। ऐसे मोड़ पर हाई-रिस्क शॉट खेलकर उन्होंने टीम को मुश्किल में डाल दिया है और अब भारत के लिए वापसी बेहद कठिन हो गई है।”
मौजूदा हालात बताते हैं कि भारतीय टीम एक बार फिर अनुशासन और संयम की कमी से जूझ रही है और पंत का यह फैसला टीम की स्थिति को और ज्यादा जटिल बना गया है।