पत्नी ने मांगे दो मोबाइल-पति ने जहर लाकर दे दिया:पानी में मिलाकर पी लिया सल्फास, चार की मौत, बोला- मैं मजदूर हूं इतने पैसे कहां से लाता
'वो बहुत दिनों से दो स्मार्ट फोन मांग रही थी, एक अपने लिए दूसरा अपने पिता के लिए। जब भी मैं कुछ बोलता तो लड़ने लगती थी। उसने एक दिन कहा, सल्फॉस लाकर दे दो, मैंने भी बाजार से सल्फॉस लाकर दे दिया, मुझे लगा वो चावल की बोरी में रखेगी। लेकिन उसने मेरे तीनों बच्चों को जहर खिला दिया और खुद भी खा लिया। उसने तो परिवार उजाड़ दिया।' ये दर्द है उस सुनील का है जिसके तीन बच्चों की मौत हो गई, वह बार-बार बच्चों की तस्वीरें निहारते हुए रोने लगता है। कहता है, 'मोबाइल के चक्कर में मेरा परिवार खत्म हो गया।' यह घटना है बिहार के बक्सर जिले के नया भोजपुर उत्तर टोला की। यहां एक महिला ने अपनी जिद पूरी नहीं होने पर 3 बच्चों को जहर पिलाया फिर खुद पीकर मर गई। मोबाइल के लिए महिला ने बच्चों को जहर देकर जान क्यों दी...पति सल्फॉस लेकर क्यों आया...मोबाइल क्यों नहीं खरीदा... ये जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम नया भोजपुर पहुंची। पढ़िए पूरी रिपोर्ट...? 3 बच्चों के साथ महिला ने पिया जहर, चारों की मौत
नया भोजपुर में दो दिन पहले 30 साल की सविता देवी ने कथित तौर पर पति से विवाद के बाद अपने तीनों बच्चों को सल्फॉस पानी में मिलाकर पिला दिया। इसके बाद खुद पी लिया। 2 बच्चों समेत महिला की पहले मौत हुई। एक बच्चे ने बुधवार को दम तोड़ा। मृतक बच्चों की पहचान ज्योति कुमारी (5), बेटा आकाश कुमार (3) और विकास कुमार (1) के रूप में हुई है। सविता सुनील कुमार की तीसरी पत्नी थी। बुधवार को पोस्टमॉर्टम के बाद महिला और बच्चों के शव घर नहीं लाए गए। चारों शवों को बक्सर के गंगा घाट ले जाया गया और अंतिम संस्कार कर दिया गया। अब आपको नया भोजपुर गांव ले चलते हैं... बक्सर जिला मुख्यालय से करीब 25km दूर नया भोजपुर गांव का उत्तर टोला है। जब हम पहुंचे तो यहां सन्नाटा पसरा था। गांव में जिससे भी बात करो तो यही घटना उनके जुबान पर थी। सभी बोल रहे थे एक मोबाइल के चक्कर में पूरा परिवार बर्बाद हो गया। मैंने गांव के एक बुजुर्ग से सुनील का घर पूछा तो उन्होंने इशारे में बता दिया। जब हम सुनील के घर पहुंचे तो वो घर पर ही मिला। बातचीत से पहले हम सीधे उस कमरे में चले गए जहां सविता ने सुसाइड किया था। वहां समान बिखरा पड़ा था। बच्ची का स्कूल बैग, स्कूल ड्रेस खूंटी पर टंगी थी। बच्चों के खिलौने इधर-उधर पड़े थे। फर्श पर उलटी की गंदगी फैली थी। इसी बीच पुलिस की गाड़ी आ गई तो लोग जुट गए। पुलिस अधिकारी ने परिजनों से पूछताछ के बाद घर की छानबीन शुरू की। राजमिस्त्री है सुनील कुमार, 2 पत्नी की पहले हो चुकी है मौत हमने ग्रामीणों और परिजनों से बता की सबसे पहले हमारी मुलाकात धर्मेंद्र कुमार से हुई, धर्मेंद्र बताते हैं, 'सुनील की पहली शादी 15 साल पहले हुई थी। दूसरी बच्ची के जन्म के दौरान उसकी पहली पत्नी की मौत हो गई थी। उसके बाद सुनील ने दूसरी शादी कर ली। तीन साल बाद उसकी दूसरी पत्नी की पेट में दर्द उठने के दौरान मौत हो गई। हालांकि उसका कारण स्पष्ट नहीं हो पाया था। पहली पत्नी से सुनील को दो बेटियां थीं। परिवार चलाने के लिए सात साल पहले सुनील ने तीसरी शादी कर ली।' धर्मेंद्र बताते हैं कि, ' सुनील राजमिस्त्री का काम कर परिवार चलाता है। उसकी दो बेटियां 11 साल की बड़ी बेटी मीरा और 8 साल की दूसरी बेटी रीता हैं। दोनों अपने बड़े पिताजी प्रेम सिंह के परिवार के साथ रहती हैं। सुनील की पत्नी सविता की दिमागी हालत शादी के समय से ही ठीक नहीं थी। वह अक्सर सुनील और बेटियों से झगड़ा करती रहती थी। इसलिए सुनील अपनी दोनों बेटियों को अपने पास नहीं रखता था।' मैं टीवी देख रहा था, उसने बच्चों के साथ जहर पी लिया: सुनील धर्मेंद्र से बात करने के बाद हमारी मुलाकात सुनील से हुई, सुनील ने बताया, 'वह 2 नए फोन मांग रही थी। एक अपने लिए, दूसरा पिता के लिए। मैंने मना किया तो नाराज थी। मजदूरी करता हूं। इतना पैसा कहां से लाता। एक सप्ताह से वह मोबाइल खरीदने की जिद कर रही थी। मंगलवार सुबह भी इसी बात को लेकर झगड़ा किया। कुछ देर बाद उसने कहा कि सल्फॉस ला दो' सुनील ने कहा, 'मैंने सोचा वह चावल में दवा (जहर) डालेगी। मैंने उसे दोपहर करीब 12 बजे दवा लाकर दी। इसके बाद टीवी देखने ऊपर वाले कमरे में चला गया। दोपहर करीब 1 बजे भैया-भाभी घर आए तो उन्होंने सविता और सारे बच्चों को जमीन पर पड़ा देखा। दो पत्नियों की पहले ही मौत हो चुकी है। सविता तीसरी पत्नी थी।' जेठ प्रेम सिंह बोले- सविता की दिमागी हालत ठीक नहीं थी मृतक महिला के जेठ प्रेम सिंह ने बताया, ‘शादी के बाद से ही सविता की दिमागी हालत ठीक नहीं थी। कभी वह सभी के साथ खुशी से रहती तो कभी छोटी-छोटी बात पर झगड़ा करने लगती थी।’ प्रेम सिंह ने कहा, ‘मंगलवार दोपहर को मैं और मेरी पत्नी धान काटने गए थे। दोनों बड़ी बच्चियां स्कूल गई थीं। जब घर आया तो देखा कि नीचे सुनील की पत्नी और बच्चे जमीन पर पड़े हैं। उलटी की है। सुनील ऊपर वाले कमरे में टीवी देख रहा था। नीचे के कमरे से ऊपर के कमरे की दूरी 20 फिट के आसपास है। मैं दौड़ते हुए ऊपर कमरे में गया और सुनील से बोला कि बच्चों ने उलटी की है। फिर हम नीचे आए और सभी को अस्पताल ले गए।’ सुनील की पहली पत्नी की बड़ी बेटी मीरा 5वीं क्लास में पढ़ती है। उसने बताया, ‘मम्मी की दिमागी हालत ठीक नहीं थी। हमें अपना नहीं मानती थी।’ सुनील की 8 साल की दूसरी बेटी रीता ने बताया, ‘सौतेली मां ने हमें कभी नहीं अपनाया। पापा हमारा ध्यान रखते थे तो उनसे झगड़ा करती थी। इसलिए हम लोग बड़ी मम्मी और बड़े पापा के साथ रहते हैं। वह अचानक गुस्से में आकर अपने ही बच्चों को पीटने लगती थी।’ नए फोन लेने के लिए कर रही थी जिद सविता की भाभी देवंती देवी ने बताया, '1 सप्ताह से मेरी देवरानी मोबाइल के लिए जिद कर रही थी। इसके लिए मेरे देवर से लड़ती थी। कहती थी, मुझे और मेरे पापा को टच स्क्रीन फोन दीजिए। हम लोगों ने उसे बहुत समझाया कि इतने पैसे हमारे पास नहीं हैं। तुम फोन ले लो, लेकिन तुम्हारे पिताजी को फोन नहीं दे पाएंगे। ले
'वो बहुत दिनों से दो स्मार्ट फोन मांग रही थी, एक अपने लिए दूसरा अपने पिता के लिए। जब भी मैं कुछ बोलता तो लड़ने लगती थी। उसने एक दिन कहा, सल्फॉस लाकर दे दो, मैंने भी बाजार से सल्फॉस लाकर दे दिया, मुझे लगा वो चावल की बोरी में रखेगी। लेकिन उसने मेरे तीनों बच्चों को जहर खिला दिया और खुद भी खा लिया। उसने तो परिवार उजाड़ दिया।' ये दर्द है उस सुनील का है जिसके तीन बच्चों की मौत हो गई, वह बार-बार बच्चों की तस्वीरें निहारते हुए रोने लगता है। कहता है, 'मोबाइल के चक्कर में मेरा परिवार खत्म हो गया।' यह घटना है बिहार के बक्सर जिले के नया भोजपुर उत्तर टोला की। यहां एक महिला ने अपनी जिद पूरी नहीं होने पर 3 बच्चों को जहर पिलाया फिर खुद पीकर मर गई। मोबाइल के लिए महिला ने बच्चों को जहर देकर जान क्यों दी...पति सल्फॉस लेकर क्यों आया...मोबाइल क्यों नहीं खरीदा... ये जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम नया भोजपुर पहुंची। पढ़िए पूरी रिपोर्ट...? 3 बच्चों के साथ महिला ने पिया जहर, चारों की मौत
नया भोजपुर में दो दिन पहले 30 साल की सविता देवी ने कथित तौर पर पति से विवाद के बाद अपने तीनों बच्चों को सल्फॉस पानी में मिलाकर पिला दिया। इसके बाद खुद पी लिया। 2 बच्चों समेत महिला की पहले मौत हुई। एक बच्चे ने बुधवार को दम तोड़ा। मृतक बच्चों की पहचान ज्योति कुमारी (5), बेटा आकाश कुमार (3) और विकास कुमार (1) के रूप में हुई है। सविता सुनील कुमार की तीसरी पत्नी थी। बुधवार को पोस्टमॉर्टम के बाद महिला और बच्चों के शव घर नहीं लाए गए। चारों शवों को बक्सर के गंगा घाट ले जाया गया और अंतिम संस्कार कर दिया गया। अब आपको नया भोजपुर गांव ले चलते हैं... बक्सर जिला मुख्यालय से करीब 25km दूर नया भोजपुर गांव का उत्तर टोला है। जब हम पहुंचे तो यहां सन्नाटा पसरा था। गांव में जिससे भी बात करो तो यही घटना उनके जुबान पर थी। सभी बोल रहे थे एक मोबाइल के चक्कर में पूरा परिवार बर्बाद हो गया। मैंने गांव के एक बुजुर्ग से सुनील का घर पूछा तो उन्होंने इशारे में बता दिया। जब हम सुनील के घर पहुंचे तो वो घर पर ही मिला। बातचीत से पहले हम सीधे उस कमरे में चले गए जहां सविता ने सुसाइड किया था। वहां समान बिखरा पड़ा था। बच्ची का स्कूल बैग, स्कूल ड्रेस खूंटी पर टंगी थी। बच्चों के खिलौने इधर-उधर पड़े थे। फर्श पर उलटी की गंदगी फैली थी। इसी बीच पुलिस की गाड़ी आ गई तो लोग जुट गए। पुलिस अधिकारी ने परिजनों से पूछताछ के बाद घर की छानबीन शुरू की। राजमिस्त्री है सुनील कुमार, 2 पत्नी की पहले हो चुकी है मौत हमने ग्रामीणों और परिजनों से बता की सबसे पहले हमारी मुलाकात धर्मेंद्र कुमार से हुई, धर्मेंद्र बताते हैं, 'सुनील की पहली शादी 15 साल पहले हुई थी। दूसरी बच्ची के जन्म के दौरान उसकी पहली पत्नी की मौत हो गई थी। उसके बाद सुनील ने दूसरी शादी कर ली। तीन साल बाद उसकी दूसरी पत्नी की पेट में दर्द उठने के दौरान मौत हो गई। हालांकि उसका कारण स्पष्ट नहीं हो पाया था। पहली पत्नी से सुनील को दो बेटियां थीं। परिवार चलाने के लिए सात साल पहले सुनील ने तीसरी शादी कर ली।' धर्मेंद्र बताते हैं कि, ' सुनील राजमिस्त्री का काम कर परिवार चलाता है। उसकी दो बेटियां 11 साल की बड़ी बेटी मीरा और 8 साल की दूसरी बेटी रीता हैं। दोनों अपने बड़े पिताजी प्रेम सिंह के परिवार के साथ रहती हैं। सुनील की पत्नी सविता की दिमागी हालत शादी के समय से ही ठीक नहीं थी। वह अक्सर सुनील और बेटियों से झगड़ा करती रहती थी। इसलिए सुनील अपनी दोनों बेटियों को अपने पास नहीं रखता था।' मैं टीवी देख रहा था, उसने बच्चों के साथ जहर पी लिया: सुनील धर्मेंद्र से बात करने के बाद हमारी मुलाकात सुनील से हुई, सुनील ने बताया, 'वह 2 नए फोन मांग रही थी। एक अपने लिए, दूसरा पिता के लिए। मैंने मना किया तो नाराज थी। मजदूरी करता हूं। इतना पैसा कहां से लाता। एक सप्ताह से वह मोबाइल खरीदने की जिद कर रही थी। मंगलवार सुबह भी इसी बात को लेकर झगड़ा किया। कुछ देर बाद उसने कहा कि सल्फॉस ला दो' सुनील ने कहा, 'मैंने सोचा वह चावल में दवा (जहर) डालेगी। मैंने उसे दोपहर करीब 12 बजे दवा लाकर दी। इसके बाद टीवी देखने ऊपर वाले कमरे में चला गया। दोपहर करीब 1 बजे भैया-भाभी घर आए तो उन्होंने सविता और सारे बच्चों को जमीन पर पड़ा देखा। दो पत्नियों की पहले ही मौत हो चुकी है। सविता तीसरी पत्नी थी।' जेठ प्रेम सिंह बोले- सविता की दिमागी हालत ठीक नहीं थी मृतक महिला के जेठ प्रेम सिंह ने बताया, ‘शादी के बाद से ही सविता की दिमागी हालत ठीक नहीं थी। कभी वह सभी के साथ खुशी से रहती तो कभी छोटी-छोटी बात पर झगड़ा करने लगती थी।’ प्रेम सिंह ने कहा, ‘मंगलवार दोपहर को मैं और मेरी पत्नी धान काटने गए थे। दोनों बड़ी बच्चियां स्कूल गई थीं। जब घर आया तो देखा कि नीचे सुनील की पत्नी और बच्चे जमीन पर पड़े हैं। उलटी की है। सुनील ऊपर वाले कमरे में टीवी देख रहा था। नीचे के कमरे से ऊपर के कमरे की दूरी 20 फिट के आसपास है। मैं दौड़ते हुए ऊपर कमरे में गया और सुनील से बोला कि बच्चों ने उलटी की है। फिर हम नीचे आए और सभी को अस्पताल ले गए।’ सुनील की पहली पत्नी की बड़ी बेटी मीरा 5वीं क्लास में पढ़ती है। उसने बताया, ‘मम्मी की दिमागी हालत ठीक नहीं थी। हमें अपना नहीं मानती थी।’ सुनील की 8 साल की दूसरी बेटी रीता ने बताया, ‘सौतेली मां ने हमें कभी नहीं अपनाया। पापा हमारा ध्यान रखते थे तो उनसे झगड़ा करती थी। इसलिए हम लोग बड़ी मम्मी और बड़े पापा के साथ रहते हैं। वह अचानक गुस्से में आकर अपने ही बच्चों को पीटने लगती थी।’ नए फोन लेने के लिए कर रही थी जिद सविता की भाभी देवंती देवी ने बताया, '1 सप्ताह से मेरी देवरानी मोबाइल के लिए जिद कर रही थी। इसके लिए मेरे देवर से लड़ती थी। कहती थी, मुझे और मेरे पापा को टच स्क्रीन फोन दीजिए। हम लोगों ने उसे बहुत समझाया कि इतने पैसे हमारे पास नहीं हैं। तुम फोन ले लो, लेकिन तुम्हारे पिताजी को फोन नहीं दे पाएंगे। लेकिन वह नहीं मानती थी।' पहले बच्चों को जहर पिलाया फिर खुद पी लिया देवंती देवी ने कहा, 'मंगलवार सुबह घर में बहस हुई तो तंग आकर मैंने सुनील से कहा, 'सविता को फोन दिलवा दो। आजकल हर कोई टच स्क्रीन फोन रखता है। इसके बाद मैं धान काटने के लिए खेत चली गई। सुनील दूसरे कमरे में टीवी देख रहा था। सविता अपने कमरे में अकेली थी। उसने पहले बच्चों को जहर पिलाया और फिर खुद पीकर मर गई।' उन्होंने कहा, 'दोपहर में जब मैं खाने के लिए घर आई तो देखा चारों जमीन पर चित पड़े थे। मैंने शोर मचाया। इसके बाद सभी को लेकर डुमरांव अस्पताल पहुंचे। यहां से उन्हें सदर अस्पताल बक्सर रेफर किया गया। शाम 7 बजे देवरानी और 2 बच्चों की मौत हो गई।' एक बच्चे ने इलाज के दौरान दम तोड़ा सदर अस्पताल में इलाज के दौरान सविता देवी, उसकी बेटी ज्योति और बेटा आकाश की मौत हो गई। वहीं, 1 साल का विकास गंभीर स्थिति में था। उसे डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए PMCH, पटना रेफर किया था। रात 10 बजे तक उसे पटना लाया गया। बुधवार सुबह 4 बजे विकास की भी मौत हो गई। सदर अस्पताल के डॉक्टर सरस्वती चंद्र मिश्रा ने बताया, 'प्रारंभिक जांच से पता चला है कि सभी ने सल्फॉस पिया था। जिस वक्त उन लोगों को अस्पताल लाया गया 3 की मौत हो गई थी। एक बच्चे की हालत गंभीर थी। उसे पटना के PMCH रेफर किया गया था।' पुलिस जहर खाने की वजह पता करने में जुटी घटना की सूचना मिलते ही नगर थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह सदर अस्पताल पहुंचे। पूरे मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने महिला के परिवार के लोगों के बयान लिए हैं। नया भोजपुर थाना प्रभारी चंदन कुमार ने कहा, 'सूचना मिलने पर सविता के मायके वालों से बात की गई। उन लोगों ने बेटी के ससुराल वालों पर कोई आरोप नहीं लगाया। उन लोगों ने भी इस बात को स्वीकारा कि उसे दिमागी परेशानी थी।' उन्होंने कहा, 'पुलिस 4 मौत की वजह पता लगाने के लिए जांच में जुटी है। मौके पर FSL की टीम भी बुलाई गई और जांच की जा रही है। सभी शवों का पोस्टमॉर्टम कर विसरा रिपोर्ट के लिए भेजा गया है। आसपास के लोगों से भी बात की गई है। हालांकि, आसपास के लोगों ने ज्यादा कुछ नहीं बताया।'